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मोदी की मुख्यमंत्रियों से चर्चा : नीति आयोग की मीटिंग में PM बोले- केंद्र और राज्य मिलकर काम करें, यह देश की प्रगति का आधार

4 years ago
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मोदी ने कहा कि युवा अब समय नहीं गंवाना चाहते। प्राइवेट सेक्टर विकास यात्रा में और आगे आ रहा है। - Dainik Bhaskar

 

 

 

नई दिल्ली, 20 फरवरी 2021/    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की छठी मीटिंग को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। इसमें राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों (UTS) के एडमिनिस्ट्रेटर और लेफ्टिनेंट गवर्नर शामिल हुए। मोदी ने कहा, ‘देश की प्रगति का आधार है कि केंद्र और राज्य साथ मिलकर कार्य करें और निश्चित दिशा में आगे बढ़ें। को-ऑपरेटिव फेडरलिज्म को और अधिक सार्थक बनाना और यही नहीं हमें प्रयत्नपूर्वक कॉम्पीटीटिव, को-ऑपरेटिव फेडरलिज्म को न सिर्फ राज्यों के बीच बल्कि ड्रिस्ट्रक्ट तक ले जाना है।’

मोदी के संबोधन की अहम बातें

‘प्राइवेट सेक्टर की ऊर्जा का सम्मान करना है’
मोदी ने कहा कि इस साल के बजट पर जो पॉजिटिव रिस्पॉन्स आया, उससे मूड ऑफ नेशन का पता चलता है। युवा अब समय नहीं गंवाना चाहते। प्राइवेट सेक्टर विकास यात्रा में और आगे आ रहा है। सरकार के नाते प्राइवेट सेक्टर की ऊर्जा का सम्मान भी करना है और उसे आत्मनिर्भर भारत में उतना ही अवसर भी देना है।आत्मनिर्भर भारत एक ऐसे भारत की तरफ कदम है, जहां हर व्यक्ति को पूरी ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। हम केवल अपने लिए नहीं, विश्व के लिए उत्पादन करेंगे। इसके लिए हमें इनोवेशन को बढ़ाना होगा, शिक्षा के नए मौके देने होंगे।

‘कोरोना के दौर में प्रोडक्शन बढ़ा, लेकिन हमारी क्षमता इससे ज्यादा’
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड के दिए जाने की भी चर्चा हो रही है। स्थानीय स्तर पर केंद्र और राज्य मिलकर काम करेंगे तो बेहतर परिणाम आएंगे। कृषि में अपार क्षमताएं हैं, पर अभी भी कई चुनौतियां है। इसके लिए कई सुधार करने होंगे। किसान कई कृषि उत्पाद केवल देश ही नहीं, दुनिया के लिए पैदा कर सकते हैं। कोरोना दौर में प्रोडक्शन में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन हमारी क्षमता कहीं ज्यादा है।

‘1500 कानून खत्म किए’
मोदी ने कहा कि हाल ही में ऐसे कई रिफॉर्म्स किए गए हैं, जो सरकार का दखल कम करते हैं। हमने 1500 कानून खत्म किए हैं। मैंने कहा है कि कंप्लायंस की संख्या कम हो। मैं दो चीजों का आग्रह करता हूं। आज हमें अवसर मिला है। इसमें ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की कोशिश रहनी चाहिए। इसके लिए कानूनों-व्यवस्थाओं में सुधार करना होगा। देश के लोगों के लिए ईज ऑफ लिविंग बिजनेस के लिए काम करना होगा। आपकी तरफ से देश को आगे ले जाने वाले विचारों का स्वागत रहेगा।

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