• breaking
  • News
  • किसानों का चक्काजाम शांतिपूर्ण रहा : टिकैत बोले- दबाव में सरकार से बात नहीं करेंगे, कानून वापसी के लिए 2 अक्टूबर तक का वक्त दिया है

किसानों का चक्काजाम शांतिपूर्ण रहा : टिकैत बोले- दबाव में सरकार से बात नहीं करेंगे, कानून वापसी के लिए 2 अक्टूबर तक का वक्त दिया है

4 years ago
1072
Image result for किसानों का चक्काजाम शांतिपूर्ण रहा

नई दिल्ली, 06 फरवरी 2021/    कृषि कानूनों का विरोध कर रहे 40 किसान संगठनों ने शनिवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक देशभर में चक्काजाम किया। प्रदर्शनकारियों ने राजस्थान-हरियाणा के बीच शाहजहांपुर बॉर्डर पर जाम लगा दिया। उधर, पंजाब में अमृतसर और मोहाली में किसान गाड़ियों को रोकने के लिए सड़कों पर बैठे। इसके साथ ही जम्मू-पठानकोट हाईवे पर भी वाहनों की आवाजाही रोक दी। हालांकि, बंद के दौरान एंबुलेंस जैसे इमरजेंसी सर्विस वाले वाहनों को नहीं रोका गया।

शनिवार को चक्काजाम के दौरान दिल्ली समेत कई जगहों पर प्रदर्शनकारी हिरासत में ले लिए गए, लेकिन ओवरऑल प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। कहीं से हिंसा या तोड़फोड़ की खबर नहीं आई। चक्काजाम खत्म होने के बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि दबाव में सरकार से बात नहीं करेंगे। कानून वापसी के लिए सरकार को 2 अक्टूबर तक का वक्त दिया है।

कहां क्या हुआ?

  • राजस्थान: कोटा में प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर रैली निकाली। वहीं अलवर में किसानों ने 10 से 12 जगहों पर पत्थर और कंटीली झाड़ियां डालकर नेशनल और स्टेट हाईवे जाम कर दिए। कांग्रेस ने किसानों के चक्काजाम का समर्थन किया।
  • हरियाणा-पंजाब: किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। रोडवेज की बसें भी बंद रहीं। भिवानी और जींद में 15-15, यमुनानगर में 12, करनाल में 10 और कैथल में 5 जगहों पर चक्काजाम किया गया। हिसार और पानीपत में प्रदर्शनकारियों ने नेशनल और स्टेट हाईवे जाम कर दिए। उधर, पंजाब में भाजपा को छोड़कर सभी राजनीतिक दल जाम के समर्थन में दिखे।

 

महाराष्ट्र के ठाणे शहर में किसानों के समर्थन में भारतीय जयहिंद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भिवंडी-नासिक हाईवे पर जाम लगाया।

 

महाराष्ट्र के ठाणे शहर में किसानों के समर्थन में भारतीय जयहिंद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भिवंडी-नासिक हाईवे पर जाम लगाया।

गलती से सबक लेकर दिल्ली में सुरक्षा बढ़ाई गई
26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा की वजह से पुलिस ज्यादा अलर्ट रही। दिल्ली-NCR में पुलिस, पैरामिलिट्री और रिजर्व फोर्स के 50 हजार जवानों को तैनात किया गया है। दिल्ली में तैनात CRPF की सभी यूनिट्स से कहा गया था कि वे अपनी बसों पर लोहे की जाली लगा लें, ताकि पथराव की स्थिति में बचा जा सके।

चक्काजाम के दौरान किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए रोड नंबर 56, NH-24, विकास मार्ग, जीटी रोड और जायराबाद रोड पर फोर्स तैनात की गई। इन इलाकों में बैरिकेडिंग भी की गई। दिल्ली में टीकरी बॉर्डर पर पुलिस ने आंदोलनकारियों पर ड्रोन से नजर रखी।

Social Share

Advertisement