• breaking
  • News
  • कांग्रेस में लागू होगा PK फॉर्मूला : जिलाध्यक्षों का टर्म फिक्स्ड होगा, नेताओं की ट्रेनिंग के लिए बनेगी विंग; चिंतन शिविर में लगेगी मुहर

कांग्रेस में लागू होगा PK फॉर्मूला : जिलाध्यक्षों का टर्म फिक्स्ड होगा, नेताओं की ट्रेनिंग के लिए बनेगी विंग; चिंतन शिविर में लगेगी मुहर

3 years ago
176

prashant kishor may join congress sonia gandhi take decision rjh | प्रशांत किशोर क्या बनेंगे कांग्रेस के तारणहार, अंतिम फैसला करेंगी सोनिया गांधी

 

 

नई दिल्ली, 11 मई 2022/ प्रशांत किशोर भले कांग्रेस में शामिल नहीं हुए हो, लेकिन कांग्रेस उनके दिए फॉर्मूले को संगठन में लागू करने की तैयारी में है। उदयपुर में 3 दिन के चिंतन शिविर में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने का प्रस्ताव पेश किया जाएगा। कांग्रेस ने इसकी जिम्मेदारी मुकुल वासनिक की अध्यक्षता में 9 लोगों को दी है।

रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस राज्यों के लिए अलग से पार्टी का संविधान बनाने की घोषणा कर सकती है, जिसमें स्ट्रक्चरल चेंजेज करने की छूट दी जाएगी। इसके अलावा, प्रदेश कार्यकारिणी और जिलाध्यक्षों का कार्यकाल फिक्स्ड होगा।

साथ ही बूथ से लेकर ब्लॉक और राज्य कोऑर्डिनेशन तक के लिए एक अलग से कमेटी बनाई जाएगी। वहीं सिविल सोसाइटी के लोगों को साधने के लिए अलग से जिलास्तर पर कमेटी बनाई जा सकती है।

कम्युनिकेशन मजबूती करने के लिए बनेगा एक विभाग
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी में कम्युनिकेशन स्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए मीडिया, सोशल मीडिया, डेटा और विचार विभाग को मिलाकर एक डिपार्टमेंट बनाया जाएगा। वहीं हरेक राज्यों में इसे मजबूती से लागू करने के लिए रिजनल कन्वेनर बनाए जाएंगे। कार्यकर्ताओं को एक फिक्स्ड टाइम के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग देने की व्यवस्था की जाएगी।

अब जानते हैं PK ने अपने फॉर्मूले में क्या बताया था

प्रेसिडेंट और वर्किंग कमेटी समेत हर पोस्ट के लिए कार्यकाल तय हो। 15 हजार जमीनी नेताओं के साथ 1 करोड़ कार्यकर्ता मुस्तैदी से काम करें।

देश के अलग अलग हिस्सों में करीब 200 प्रभावी लोगों, एक्टिविस्ट्स और सिविल सोसायटी के लोगों का ग्रुप बनाया जाए।

कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट कमजोर है। इसे मजबूत करने की जरूरत है। जिला स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक नए सिरे से कांग्रेस कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट का पुनर्गठन हो।

सोनिया कांग्रेस प्रेसिडेंट बनें। एक वर्किंग प्रेसिडेंट या वाइस प्रेसिडेंट गांधी परिवार से बाहर का होना चाहिए। राहुल गांधी को पार्लियामेंट्री बोर्ड का चीफ बनाया जाना चाहिए।

Social Share

Advertisement