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12 साल से छोटे बच्चों को नहीं लगेगी वैक्सीन : कोविड वैक्सीनेशन की नई गाइडलाइन जल्द आएगी; गंभीर बीमारी वाले बच्चों को नियम से छूट

3 years ago
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Vaccines For Children : 15 साल से कम उम्र के बच्चों को कोरोना-ओमीक्रोन से कितना खतरा? क्या कहते हैं विशेषज्ञ, कौन से देश लगा रहे टीका - India To Began Vaccination For

 

नई दिल्ली, 01 अप्रैल 2022/   केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने फैसला किया है कि 12 साल से कम उम्र के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। हालांकि, इस बारे में अभी कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, मौजूदा हालात को देखते हुए यह फैसला हो चुका है। अभी देश में 12 साल से कम उम्र के बच्चों को वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है।

सूत्र यह भी बता रहे हैं कि नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन (NTAGI) सरकार को सलाह देने वाली है कि 12 साल से कम उम्र के सिर्फ उन्हीं बच्चों को वैक्सीन दी जाए, जिन्हें पहले से कोई गंभीर बीमारी है।

दो कंपनियों ने सरकार से मंजूरी मांगी
वैक्सीन बनाने वाली दो कंपनियों सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और बायोलॉजिकल-ई ने केंद्र सरकार से 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीन की मंजूरी मांगी है। कंपनियों ने बच्चों पर ट्रायल के नतीजे भी सरकार को बताए हैं।

संक्रमित बच्चों में गंभीर लक्षण नहीं

इन प्रस्तावों पर हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक्सपर्ट्स के साथ चर्चा की। इसमें पता चला कि देश में 12 साल से कम उम्र के बच्चे कोरोना की तीनों लहरों के दौरान संक्रमित तो हुए, लेकिन उनमें गंभीर लक्षण नहीं दिखे। इसलिए उन्हें वैक्सीन लगाना जरूरी नहीं है।

देश में 12 से 14 साल के बच्चों को 16 मार्च से वैक्सीन लग रही है। 1.6 करोड़ बच्चों को पहला डोज लग चुका है। वहीं, 15 से 17 साल के 5.71 करोड़ बच्चों को पहल डोज लगाया जा चुका है।

एक्सपर्ट बोले- बच्चे संक्रमण से बीमार नहीं पड़ते
दिल्ली AIIMS के कम्यूनिटी मेडिसन डिपार्टमेंट के डॉ. संजय राय ने बताया कि बच्चों को वैक्सीन देने से पहले वैज्ञानिक आधार बताना चाहिए। दुनियाभर में कहीं भी छोटे बच्चों को वैक्सीन की जरूरत नहीं है। क्योंकि, वैक्सीन संक्रमण की गंभीरता से बचाती है, न कि संक्रमण से। अभी तक बच्चों में संक्रमण के गंभीर लक्षण नहीं दिखे। कोरोना से बच्चों की माैतें भी लगभग शून्य हैं। इसलिए उन्हें वैक्सीन लगाना सही नहीं रहेगा।

ICMR के पूर्व साइंटिस्ट डॉ. रमण गंगाखेड़कर ने कहा कि 12 से 14 साल के भी उन्हीं बच्चों को वैक्सीन देनी चाहिए, जिन्हें कोई न कोई गंभीर बीमारी हो। बाकी बच्चों को इसकी जरूरत नहीं है। वैसे भी यह लगभग साफ हो चुका है कि वैक्सीन संक्रमण को नहीं रोकती, बल्कि संक्रमण होने के बाद बीमारी की गंभीरता कम करती है। फिर बच्चों को वैक्सीन देने की जरूरत ही क्या है।

मास्क हमें कई बीमारियों से बचाता है
दिल्ली AIIMS में मेडिसिन विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल के मुताबिक, सामान्य जनजीवन पटरी पर लौट रहा है, लोग बिना डर जीने लगे हैं, लेकिन भीड़भाड़ वाले इलाके या अस्पताल में मास्क पहनना चाहिए। मास्क हमें कई बीमारियों से बचाता है। ज्यादातर लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं। फिर भी कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करना चाहिए।

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