SBI म्यूचुअल फंड लाएगा IPO, जुटा सकता है 7,500 करोड़ रुपए
मुंबई, 15 दिसंबर 2021/ भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की म्यूचुअल फंड कंपनी SBI म्यूचुअल फंड IPO की तैयारी कर रही है। इसके जरिए कंपनी 7,500 करोड़ रुपए जुटा सकती है। म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में यह सबसे बड़ा IPO होगा।
बैंक के सेंट्रल बोर्ड की कार्यकारी कमिटी ने इस संबंध में मंजूरी की तैयारी कर रही है। बैंक फंड हाउस में 6% हिस्सेदारी बेच सकता है। इस तरह की जानकारी बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज पर दी है।
सबसे बड़ा फंड हाउस है
बता दें कि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में SBI म्यूचुअल फंड सबसे बड़ा फंड हाउस है। इसका असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) नवंबर महीने के अंत तक 6.33 लाख करोड़ रुपए रहा । इस साल फरवरी में यह 5 लाख करोड़ रुपए था। AUM का मतलब निवेशकों का जितना पैसा कंपनी के पास है। इसके पास कुल AUM का करीबन 40% AUM सरकारी पैसों की वजह से आता है। कंपनी इस मामले में अपनी ज्वाइंट वेंचर विदेशी कंपनी आमुंडी से भी बात कर रही है। माना जा रहा है कि अगले कुछ महीने में इस IPO को लाया जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक, कंपनी एक अरब डॉलर जुटाने का लक्ष्य रखी है। SBI म्यूचुअल फंड का वैल्यूएशन इस समय 7 अरब डॉलर यानी 52 हजार करोड़ रुपए का है। इससे पहले एसबीआई की ही एसबीआई कार्ड एंड पेमेंट सर्विसेस ने करीबन 10 हजार करोड़ रुपए पिछले साल IPO के जरिए जुटाया था।
इस साल बिड़ला म्यूचुअल फंड लिस्ट हुआ था
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में यह पांचवीं कंपनी होगी जो लिस्ट होगी। इससे पहले HDFC म्यूचुअल फंड, निप्पोन म्यूचुअल फंड, UTI म्यूचुअल फंड लिस्ट हो चुकी हैं। इस साल बिड़ला म्यूचुअल फंड चौथी कंपनी थी जो लिस्ट हुई है। पिछले 4 महीने में SBI का शेयर 70% से ज्यादा बढ़ चुका है। यह 543 रुपए तक हाल में गया था।
SBI की 4 कंपनियां लिस्ट हैं
इससे पहले SBI की लाइफ इंश्योरेंस कंपनी पिछले साल लिस्ट हुई थी। इस तरह से इसकी 4 कंपनियां लिस्ट हो चुकी हैं। इसमें होम फाइनेंस, लाइफ इंश्योरेंस, SBI कार्ड एंड पेमेंट और SBI खुद लिस्ट है। SBI की इसमें हिस्सेदारी 63% है। जबकि पैरिस की आमुंडी की बाकी हिस्सेदारी है।
सबसे पहले निप्पोन ने लाया था IPO
म्यूचुअल फंड में सबसे पहले निप्पोन म्यूचुअल फंड ने 1542 करोड़ रुपए IPO से जुटाया था। इसने 2017 में IPO लाया था। इसके बाद 2018 में HDFC म्यूचुअल फंड ने IPO से 2800 करोड़ रुपए जुटाया जबकि पिछले साल UTI ने 1542 करोड़ रुपए इसके जरिए जुटाया था।