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किसानों की मौत के बाद इलाके में धारा 144 लागू और यूपी सरकार के खिलाफ विपक्ष हुआ लामबंद, जानें अब तक क्या-क्या हुआ

3 years ago
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लखनऊ 04 अक्टूबर 2021/ लखीमपुर खीरी का मामला पूरी तरह से गरमा गया है. घटना के बाद अब इस मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है. सभी विपक्षी दलों के नेता वहां पहुंचने की कोशिश में जुटे हुए हैं. वहीं पुलिस की कोशिश है कि किसी भी तरह से इन नेताओं को वहां पहुचने से रोका जाए. पुलिस लगातार कोशिश में जुटी हुई है कि जल्द से जल्द मामले को सुलझा लिया जाए. इसके लिए प्रशासन की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए आसपास के इलाके में मोबाइल इंटरनेट को बंद कर दिया गया है जबकि मौके पर धारा 144 लागू कर दी गई है.

प्रशासन हर संभव कोशिश में जुटी हुई है कि नेताओं को मौके पर न पहुंचने दिया जाए और जल्द से जल्द स्थिति को कंट्रोल कर लिया जाए. समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के घर के बाहर सुबह से ही प्रशासन ने बेहद कड़ी सुरक्षा लगा दी है. जिसके बाद अखिलेश यादव अपने घर के बाहर ही धरने पर बैठ गए और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला.

समाजवादी पार्टी ने मांगा मंत्री का इस्तीफा

बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का इस्तीफा मांगा. उन्होंने कहा, ”किसानों पर अंग्रेजों से भी ज्यादा जुल्म हुआ है. सरकार किसी की भी जान ले सकती है. भाजपा की सरकार असफल हुई है, गृह राज्य मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए.”

मायावती ने न्यायिक जांच की मांग की

वहीं बहुजन समाज पार्टी के अध्यक्ष मयावती ने भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर हमला बोला. मायावती ने कहा कि इस घटना में बीजपी के दो मंत्री की संलिप्तता है ऐसे में मुझे नहीं लगता है कि पीड़ितों के साथ न्याय होगा. उन्होंने कहा कि ”दुखद खीरी कांड में भाजपा के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण इस घटना की सही सरकारी जांच व पीड़ितों के साथ न्याय और दोषियों को सख्त सजा संभव नहीं लगती है. इसलिए इस घटना की, जिसमें अब तक 8 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है. बीएसपी इस घटना की न्यायिक जांच की मांग करती है.”

हिरासत में जयंत चौधरी

वहीं राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी भी लखीमपुर खीरी पहुंचने की कोशिश कर रहे थे. इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. हालांकि, पुलिस हिरासत में आने के बाद वह उससे निकलकर भागने लगे लेकिन मौके पर मौजूद भारी संख्या में पुलिसबल ने दोबारा उन्हें अपने कब्जे में ले लिया.

यूपी पुलिस के हिरासत में प्रियंका गांधी

लखीमपुर खीरी की घटना के बाद प्रियंका गांधी आधी रात को ही मौके पर रवाना हो गई. जिसके बाद पुलिस उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश में जुट गई. आखिरकार सीतापुर पुलिस ने प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने में सफल हुई. हिरासत में लेने के बाद उन्हें पीएससी के गेस्टहाउस में रखा गया है.

क्या है मामला?

बता दें कि लखीमपुर खीरी में आयोजित कुश्ती कार्यक्रम में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को आना था. डिप्टी सीएम के पहुंचने से पहले किसान, कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान किसानों का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे अशीष मिश्रा और उसके समर्थकों ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गाड़ियां चढ़ा दीं. जिसके बाद गुस्साए किसानों ने 2 SUV कार को आग के हवाले कर दिया.

हिंसा की खबर सामने आने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी अपना लखीमपुर दौरा रद्द कर दिया. लखीमपुर से लेकर दिल्ली तक किसानों ने एक सुर से इस मामले में केंद्रीय मंत्री के बेटे पर आरोप लगाया और सख्त कार्रवाई की मांग की. अजय मिश्रा ना सिर्फ केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हैं बल्कि वो लखीमपुर खीरी के मौजूदा सांसद भी हैं.

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