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टूलकिट केस में पूर्व CM से पूछताछ : रमन सिंह ने अपने ट्विटर का एक्सेस देने से इनकार किया; लिखित में तैयार कर रखे थे सवालों के जवाब, 10 मिनट में ही लौट गई पुलिस
रायपुर, 24 मई 2021/ छत्तीसगढ़ के पूर्व CM डॉक्टर रमन सिंह के घर सोमवार को पुलिस पहुंची। टूलकिट मामले में रमन सिंह के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज की है। इसी सिलसिले में पुलिस रायपुर VIP रोड स्थित सिंह के आवास मौलश्री विहार पर पहुंची। डॉक्टर रमन घर पर मौजूद थे। सिविल लाइंस थाने के प्रभारी के अलावा दो अन्य इंस्पेक्टर CSP नसर सिद्दीकी के साथ पहुंचे थे। ये सभी अंदर दाखिल हुए। 10 मिनट के पहले ही कुछ कागज लेकर बाहर आ गए और पुलिस लौट गई।
ये हुआ बंद कमरे के अंदर
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर रमन सिंह से पुलिस अफसरों ने जब उनके घर में मुलाकात की। डॉक्टर रमन सिंह ने पुलिस की कार्रवाई पर ही सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मैंने जो किया सब मेरे ट्विटर पर सार्वजनिक रूप से है। मेरी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। बिना मेरा बयान लिए शुरूआती जांच के अभाव में आप लोगों ने FIR दर्ज कर ली। अफसरों ने कहा कि जांच चल रही है।
इसके बाद रमन सिंह से उनके ट्विटर अकाउंट का एक्सेस पुलिस ने मांगा जिसे देने से रमन सिंह ने ये कहते हुए इनकार कर दिया कि वो उनकी बेहद पर्सनल अकाउंट है। वे अपनी प्राइवेसी वो शेयर नहीं कर सकते। पुलिस ने पहले ही 4 सवाल डॉक्टर रमन को भेजे थे। सभी का लिखित जवाब डॉक्टर रमन ने पहले ही तैयार रखा था, ये अफसरों ने लिया और लौट गए।
पुलिस के सवाल और डॉ. रमन सिंह के जवाब
जिस अकाउंट की शिकायत मिली है, क्या वो ट्विटर अकाउंट आपका है ?
– जी हां, वह ट्विटर अकाउंट मेरा पर्सनल है ।
आपके टि्वटर अकाउंट का एक्सेस बताएं?
– मेरा ट्विटर पेज एवं उसमें पोस्ट किए गए मैसेज और कमेंट सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं। उसको आपके द्वारा किसी भी प्लेटफार्म पर पढ़ा जा सकता है। मेरे ट्विटर अकाउंट में व्यक्तिगत जानकारियां हैं, इसलिए अकाउंट के चाहे गए एक्सेस कानूनी तौर पर आपको देना सही नहीं है। उससे मेरी निजता के मौलिक अधिकारों का हनन होगा।
आप को AICC रिसर्च प्रोजेक्ट व कांग्रेस का दस्तावेज कहां से मिला ?
– 18 मई को जो दस्तावेज मैंने पोस्ट किए हैं, वह पहले से ही सार्वजनिक रूप से उपलब्ध थे और प्रसारित हो रहे थे।
कांग्रेस टूलकिट एक्सपोज्ड हेशटैग का प्रयोग करते हुए आपके द्वारा अन्य आरोपियों (संबित पात्रा) से किए गए संचार-संवाद के संबंध में जानकारी ?
– हेशटैग से जुड़े जो संचार संवाद हुए हैं, वह सभी मेरे ट्विटर पेज पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं।
कांग्रेस के लिए काम कर रही पुलिस
डॉक्टर रमन सिंह FIR पर अपना आधिकारिक बयान देते हुए कहा कि मैंने 18 मई को जो ट्वीट किए वह मेरे विचारों की अभिव्यक्ति है। मुझ पर की गई FIR आधारहीन है। मेरी आवाज को दबाने का जो प्रयास किया जा रहा है, वह निहायती असंवैधानिक और निंदनीय है। जिस प्रकार से प्रश्न मुझसे पूछे गए हैं, उसे प्रदर्शित होता है कि यह कार्रवाई कांग्रेस पार्टी के झूठे साख को बचाने के लिए पुलिस के शक्तियों का दुरुपयोग किया गया है। यह केस मुझे व्यक्तिगत रूप से प्रताड़ित कर डराने एवं मेरी आवाज को दबा कर राजनीतिक द्वेष से मेरी छवि को धूमिल करने के लिए किया जा रहा है।