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Toolkit विवाद में भाजपा का हल्लाबोल : जिस थाने में FIR हुई है, उसी के सामने मंच लगाकर धरने पर बैठे पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, पुलिस को गिरफ्तारी की दी चुनौती

4 years ago
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Raman Singh | Toolkit Controversy Former Chief Minister Dr. Raman Singh  Challenged Police For Arrest | जिस थाने में FIR हुई है, उसी के सामने मंच  लगाकर धरने पर बैठे पूर्व मुख्यमंत्री

 

 

 

 

रायपुर, 24 मई 2021/   भाजपा नेताओं की ओर से जारी कांग्रेस के कथित Toolkit मामले में हुई FIR का मामला गरमाता जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज रायपुर के सिविल लाइन थाने पहुंचकर पुलिस को गिरफ्तारी की चुनौती दी। रमन सिंह और उनके साथ गए भाजपा नेता थाने के ठीक बाहर बकायदा मंच लगाकर बैठ गए हैं। इसी थाने में रमन सिंह और संबित पात्रा के खिलाफ गैर जमानती धाराओं में मामला दर्ज हुआ है।

तय कार्यक्रम के मुताबिक आज सुबह 9.45 बजे के करीब पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह थाने जाने के लिए अपने मौलश्री विहार स्थित घर से रवाना हुए। उनके घर से निकलने पर भाजपा नेताओं-कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, सच्चिदानंद उपासने, भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीचंद्र सुंदरानी, संजय श्रीवास्तव जैसे नेताओं के साथ भाजपा डॉ. रमन सिंह सुबह 10.15 बजे के करीब रायपुर के सिविल लाइंस थाने पहुंचे। वहां थाना गेट के ठीक बाहर सड़क के एक किनारे मंच लगा हुआ था। सभी वरिष्ठ नेता वहां बैठ गए इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सड़क पर मानव शृंखला बनाकर राज्य सरकार और कांग्रेस पार्टी के खिलाफ नारेबाजी की। भाजपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा हुआ है। इस धरने के जरिए भाजपा अपने नेताओं के खिलाफ हुए FIR और सरकारी के महामारी कानून दोनों को चुनौती दे रही है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा, कांग्रेस सरकार विरोध की आवाज को दबाना चाहती है। भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता उनको गिरफ्तारी की चुनौती दे रहा है। भाजपा नेता जुलूस की शक्ल में सिविल लाइंस थाने पहुंचे हैं।

भाजपा नेता जुलूस की शक्ल में सिविल लाइंस थाने पहुंचे हैं।

18 मई को दर्ज हुआ था मामला

NSUI पदाधिकारियों ने 18 मई की रात 8.30 बजे के करीब रायपुर के सिविल लाइंस थाने पहुंचकर Toolkit मामले में पहली तहरीर दी। उनका कहना था कांग्रेस पार्टी की ख्याति को नुकसान पहुंचाने के लिए डॉ. रमन सिंह, संबित पात्रा और दूसरे भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया के जरिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अनुसंधान विभाग के जाली लेटर हेड पर एक मनगढ़ंत फेक न्यूज साझा कर देश में सांप्रदायिकता और हिंसा फैलाने का प्रयास किया है। अगले दिन पुलिस ने IPC की विभिन्न धाराओं में रमन सिंह और संबित पात्रा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। शनिवार को पुलिस ने दोनों को पूछताछ के लिए नोटिस भी जारी कर दिया।

ऐसे उपजा यह Toolkit विवाद

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित कई भाजपा नेताओं ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट के जरिए 18 मई को एक टूलकिट साझा किया। डॉ. सिंह ने लिखा, कोरोना संकट के समय कांग्रेस की बिलो द बेल्ट राजनीति देखकर शर्म आती है। भाजपा के कई और नेताओं ने कुछ ऐसी ही भाषा के साथ इस टूलकिट को साझा किया। भड़के कांग्रेस नेताओं ने इसे फर्जी और पार्टी को बदनाम करने के लिए भाजपा की साजिश बताया। कांग्रेस ने दस्तावेज को जालसाजी बताते हुए भाजपा नेताओं के खिलाफ FIR करा दिया।

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी से सिविल लाइंस थाने के बाहर कुछ इस तरह का माहौल बन गया।

 

 

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी से सिविल लाइंस थाने के बाहर कुछ इस तरह का माहौल बन गया।

क्या था इस कथित Toolkit में

भाजपा नेताओं ने जो दस्तावेज साझा किया था वह दो पृष्ठों का है। इस दस्तावेज में कोरोना की दूसरी लहर में केंद्र सरकार के कुप्रबंधन को उजागर करने के निर्देश हैं। इसमें PM Care पर सवाल उठाने को कहा गया है। लोगों का जीवन बचाने के काम पर सेंट्रल विस्टा को तरजीह देने के काम की आलोचना को लोगों तक पहुंचाने को कहा गया है। प्रधानमंत्री की छवि को नुकसान पहुंचाने की रणनीति का भी जिक्र है। इसके तहत विदेशी मीडिया में महामारी से जुड़ी खबरों के बारे में ब्रीफ देने, विदेशी पत्रकारों को कवरेज की सुविधा दिलाने आदि का जिक्र है। कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन को इंडियन स्ट्रेन की जगह मोदी स्ट्रेन बताने की भी रणनीति है।

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