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रायपुर से नागपुर के बीच तीसरी लाइन तैयार : कुछ हफ्ते में नागपुर तक ट्रेन की यात्रा सिर्फ 4 घंटे की

4 years ago
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राजनांदगांव से डोंगरगढ़ तक 36 किमी लंबी तीसरी लाइन भी तैयार, लॉकडाउन में तेजी से हुआ काम - Dainik Bhaskar

 

 

 

 

रायपुर, 18 मई 2021/    तीसरी रेल लाइन का काम लाॅकडाउन में ज्यादा रफ्तार से किया गया, इसी का नतीजा है कि रायपुर से नागपुर के बीच तीसरी लाइन लगभग पूरी तैयारी कर ली गई है। नागपुर मंडल ने छत्तीसगढ़ तक पहले ही तीसरा लाइन का काम पूरा कर लिया था, अब राजनांदगांव से डोंगरगढ़ के बीच 36 किमी तक तीसरी लाइन बिछा दी गई है। इसका सीधा फायदा यात्रियों को होगा।

अभी एक्सप्रेस ट्रेनों से यहां से नागपुर का सफर 5 घंटे का है, जो तीसरी लाइन की वजह से लगभग 1 घंटा कम होकर 4 घंटे का हो जाएगा। रेल अफसरों के मुताबिक रायपुर से नागपुर के बीच तीसरी लाइन का इस्तेमाल पूरी तरह शुरू होने में अब कुछ ही हफ्ते बचे हैं।

यह पूरा होने तक इस रूट पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ा दी जाएगी। हालांकि कई सेक्शन में स्पीड बढ़ाई गई है, लेकिन अभी सब मिलाकर 90-100 किमी प्रति घंटे तक का औसत ही अा रहा है। इसे बढ़ाकर 130 किमी प्रतिघंटे तक करने की तैयारी है। तीसरी लाइन के अधिकतर हिस्से का काम पूरा होने के बाद स्पीड बढ़ाने के सारे अवरोध हट गए हैं।

तीसरी लाइन झारसुगुड़ा तक

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने रायपुर समेत तीनों ही मंडलों में 2020 में ही नई रेललाइन बिछाने का काम शुरू किया था। सालभर में ही 303 किमी नई रेललाइन बिछा दी गई है। रेलवे द्वारा जारी सूचना के मुताबिक लॉकडाउन में झारसुगुड़ा-ब्रजराजनगर तीसरी लाइन का कार्य भी पूरा हो चुका है। इसलिए यह मान सकते हैं कि अब डोंगरगढ़ से रायपुर होते हुए झारसुगुड़ा का तक तीसरी लाइन तैयार है। इस वजह से अब मंडला फोर्ट, चिरईडोंगरी और तिरोड़ा गुड्स शेड का कार्य पूर्ण होने से लोडिंग बढ़ेगी।

13 स्टेशनों में इंटरलॉकिंग
सालभर में 13 स्टेशनों में नए इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य तथा डोंगरगढ़-राजनांदगांव के बीच दोनों दिशाओं में ऑटो सिग्नलिंग का काम पूरा कर लिया गया है। इसी साल में 77 किमी रेल विद्युतीकरण का काम भी निपटाया गया। इसके अतिरिक्त 313 स्टाफ क्वार्टर्स, 11 रेल ओवरब्रिज, 33 रेल अंडर ब्रिज बनाए गए हैं। इलेक्ट्रिक लोको शेड तथा सवारी एवं मालगाड़ी के डिब्बों के रखरखाव के लिए अतिरिक्त मेंटेनेंस शेड बनाने का कार्य भी भिलाई, बिलासपुर एवं इतवारी स्टेशनों में किया गया है।

रिकॉर्ड समय में निर्माण
कोरोना के बावजूद 303 किमी नई लाइनें बिछाई गई हैं। इसमें से 228 किमी लाइन केवल रेलवे के निर्माण विभाग ने बिछाई है, जो रिकार्ड है। इसमें मुख्य रूप से जबलपुर-गोंदिया लाइन का कार्य पूरा किया गया है। इससे जबलपुर से बल्लारशाह के बीच की दूरी 276 किमी कम होने के साथ-साथ एक वैकल्पिक मार्ग भी बन गया। इसके अतिरिक्त चिरईडोंगरी से मंडला फोर्ट तक रेलवे लाइन का काम पूरा होने वाला है। इससे कान्हा नेशनल पार्क पूरे देश से रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगा। कटंगी से तिरोड़ी तक नई लाइन से बालाघाट-नागपुर वैकल्पिक मार्ग तैयार हो गया है।

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