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18+ के टीकाकरण में उलझी सरकार : कोवीशील्ड के 3.5 लाख वैक्सीन का आर्डर भेजा; इस महीने मिलने का भरोसा, प्राथमिकता तय कर सभी वर्गों के एक साथ टीकाकरण का बन सकता है प्रस्ताव
रायपुर, 07 मई 2021/ छत्तीसगढ़ में सरकार 18 + के कोरोना टीकाकरण अभियान में अपनी नीतियों की वजह से उलझ गई है। उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद सरकार ने टीकाकरण को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया है। इस बीच सीरम इंस्टीट्यूट को कोवीशील्ड वैक्सीन की 3 लाख 50 हजार डोज का आर्डर भेजा गया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सचिवों की समिति टीकाकरण में प्राथमिकता वर्गों का अनुपात तय करने की कोशिश में है।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा, “उच्च न्यायालय में मामला जाने की वजह से अभियान को नए सिरे से व्यवस्थित किया जा रहा है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सचिवों की उच्च स्तरीय समिति गुरुवार को बैठी थी। यह समिति जल्दी ही अपनी सिफारिश स्वास्थ्य विभाग को देगी। उस पर मुख्यमंत्री जी की सहमति के बाद न्यायालय में दिया जाएगा।”
सिंहदेव ने बताया, “कोशिश हो रही है कि उच्च न्यायालय की मंशा के अनुरूप अभियान को व्यवस्थित किया जा सके। इस बीच नए टीकों के लिए पर्चेज आर्डर जारी किए जा रहे हैं। आज ही सीरम इंस्टीट्यूट के प्रतिनिधियों ने बताया कि वे इस महीने 3 लाख 50 हजार डोज देने की स्थिति में हैं। ऐसे में उनको तत्काल ही इसके लिए आर्डर भेज दिया गया है। इसके लिए उनको अग्रिम भुगतान किया गया है। हालांकि यह टीके मई में कब तक पहुंचेंगे यह तय नहीं है। कोवैक्सिन की अगली खेप के बारे में भी अभी कोई सूचना नहीं मिली है।”
चार दिनों में 54 हजार टीके लगे हैं
18 वर्ष से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए एक मई को कोवैक्सिन की 1 लाख 3 हजार 40 डोज पहुंची थी। दोपहर बाद दो बजे से वैक्सीनेशन शुरु हुआ। पिछले चार दिनों के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश भर में 54 हजार 346 लोगों को कोरोना से बचाव का यह टीका लगाया गया है। इस टीकाकरण को सरकार ने आयु वर्ग के साथ समाज के सबसे गरीब तबके लिए आरक्षित कर रखा था।
45+ के लिए आज-कल में मिल सकती है वैक्सीन
इस बीच 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण जारी है। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने बताया, आज वैक्सीन स्टाक में करीब 2 लाख डोज बचे थे। यह एक-दो दिन के अभियान में काम आ सकता है। केंद्र सरकार की ओर से बताया गया है कि शुक्रवार-शनिवार में वैक्सीन की एक और खेप रायपुर पहुंच जाएगी। इसमें कौन सी वैक्सीन होगी और कितना डोज मिलेगा अभी यह स्पष्ट नहीं है।
गुरुवार को 33 हजार टीके लगे
प्रदेश में गुरुवार को स्वास्थ्य कर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर और 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 33 हजार 184 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया। इनको मिलाकर प्रदेश में अब तक 57 लाख 86 हजार 502 लोगों को काेरोना का टीका लगा है। 8 लाख 46 हजार 770 लोगों ने टीके की दोनों खुराक लगवा ली हैं। इस संख्या में 18+ टीकाकरण के आंकड़े शामिल नहीं हैं।
क्यों उलझ गया टीकाकरण अभियान
राज्य सरकार ने 30 अप्रैल के आदेश से प्रदेश में एक मई से 18+ के लिए नि:शुल्क टीकाकरण अभियान की घोषणा की। इस आदेश में कहा गया कि यह टीका सबसे पहले अन्त्योदय राशन कार्ड धारी व्यक्तियों को लगेगा। उनको लग जाने के बाद गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को सबसे बाद में गरीबी रेखा से ऊपर के लोगों को लगाया जाएगा। विपक्ष इसको आरक्षण बताकर विरोध कर रहा था। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष अमित जोगी सहित कुछ लोगों ने इसे उच्च न्यायालय में चुनौती दी।
न्यायालय ने मंगलवार को सुनवाई के बाद कहा, बीमारी गरीबी और अमीरी देखकर नहीं लगती। स्वास्थ्य विभाग से 30 अप्रैल को जारी टीकाकरण में अन्त्योदय, BPL और APL के आधार पर प्राथमिकता तय करने वाला आदेश संशोधित होना चाहिए। इन वर्गों में टीकाकरण के अनुपात का निर्धारण कमजोर वर्गों, उनमें संक्रमण फैलने की संभावना और पात्र व्यक्तियों की संभावित संख्या के आधार पर होना चाहिए। मामले आज फिर सुनवाई होनी है।