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दुर्ग में सरकारी अस्पतालों में बेड भरे, प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना का इलाज महंगा
दुर्ग , 05 अप्रैल 2021/ छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सरकारी अस्पताल कोरोना मरीजों से भर गए हैं। निजी अस्पतालों में इलाज कराना आम आदमी के बस की बात नहीं, क्योंकि यहां फीस इतनी ज्यादा है कि मरीज कोरोना से तो ठीक हो जाएगा, लेकिन उसकी माली हालत बिगड़ जाएगी। जिले में प्राइवेट अस्पतालों में सामान्य कोविड वार्ड के एक दिन का चार्ज साढ़े तीन से चार हजार रुपए हो गया है।
बेकाबू कोरोना का संक्रमण
जिले में आए दिन बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। अगर आप भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं और निजी अस्पताल में इलाज कराना चाहते हैं तो जरा रेट लिस्ट पर नजर डाल लीजिए। कहीं ऐसा ना हो कि आपको निजी अस्पतालों में इलाज कराना महंगा न पड़ जाए। कहीं पैसे देने के लिए संपत्ति गिरवी रखने की नौबत न आ जाए। रेट लिस्ट पर अगर नजर डालेंगे तो आपको लगेगा कि आप इलाज कराने नहीं बल्कि किसी बड़े होटल में रहने जा रहे हैं।
निजी अस्पतालों में कोरोना का इलाज
NABH (National Accreditation Board for Hospitals & Healthcare Providers) से मान्यता प्राप्त अस्पतालों की रेट लिस्ट
सामान्य कोविड वार्ड | 4000 रुपए प्रतिदिन |
आईसीयू | 8500 रुपए प्रतिदिन |
वेंटिलेटर | 11000 रुपए प्रतिदिन |
NABH से गैर मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल की रेट लिस्ट
सामान्य कोविड वार्ड | 3500 रुपए प्रतिदिन |
आईसीयू | 7500 रुपए प्रतिदिन |
वेंटिलेटर | 11000 रुपए प्रतिदिन |
सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज
सरकारी अस्पतालों में कोरोना का इलाज कराने पर एक रुपए भी देने की जरूरत नहीं है। सरकारी अस्पतालों में इसका उपचार मुफ्त में होता है। इतना ही नहीं बल्कि सुबह शाम खाने की भी व्यवस्था होती है। इसके भी पैसे नहीं लगते। दवाइयां भी कोरोना संक्रमित मरीजों को फ्री में दी जाती हैं। सरकारी अस्पताल के बदले में यदि आप निजी अस्पताल में उपचार कराते हैं, तो उसका चार्ज देना होता है।
सरकारी सुविधा उपलब्ध अस्पताल
- डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल, जुनवानी
- जवाहर लाल नेहरू अस्पताल, सुपेला
- जिला अस्पताल, दुर्ग
- सीएम मेडिकल कॉलेज, कचांदुर
- सीएचसी, झीट
प्राइवेट अस्पताल में कोरोना का इलाज
- बीएसआर सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल
- स्पर्श अस्पताल, सुपेला
- मित्तल हॉस्पिटल, जुनवानी
- शंकराचार्य हॉस्पिटल
- एस.आर. हॉस्पिटल, चिखली
- स्टील हॉस्पिटल, दुर्ग
- नवजीवन हॉस्पिटल, चिखली
- आई.एम.आई. हॉस्पिटल, खुर्सीपार
- वी.वाई. हॉस्पिटल, पद्मनाभपुर
- वर्धमान हॉस्पिटल, दुर्ग
सामाजिक कार्यकर्ता ममता शर्मा ने निजी अस्पतालों की महंगी रेट लिस्ट का विरोध किया हैं। उनका कहना है कि आम लोग तो निजी अस्पतालों में इलाज करा ही नहीं सकतें। रेट लिस्ट का निर्धारण करने वालों को सोचना चाहिए। इतना महंगा इलाज कराने के बाद तो अपना मकान व गाड़ी को बेचना ही पड़ जायेगा। सरकार को निजी अस्पतालों की रेट लिस्ट फाइनल करते समय हर वर्ग का ध्यान रखना चाहिए। किसी एक वर्ग को ध्यान में रखकर नहीं बनाया जाना चाहिए।
जिले में पिछले 24 घंटे में 995 नए मरीज मिले, 10 की मौत
दुर्ग में रविवार को 995 कोरोना मरीजों की पहचान हुई है। यहां पर एक्टिव केसों की संख्या 11550 पहुंच गई है। कोरोना के लगातार बढ़ते मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है। दुर्ग में कोरोना के हालात बेकाबू होते जा रहे हैं।