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छत्तीसगढ़ महिला आयोग का कार्यक्रम गोल्डन वर्ल्ड ऑफ बुक रिकाॅर्ड में दर्ज, मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ निकाला जाएगा

4 years ago
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रायपुर, 24 मार्च 2021/    छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की स्थापना को आज 20 साल पूरे हो गए। इस अवसर पर आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक ने बताया कि अप्रैल माह से आयोग नये तरीके से अपने कार्यों को गति देने और विस्तार करने जा रहा है। प्रत्येक जिले में ‘‘मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ‘‘ निकाला जायेगा।

श्रीमती किरणमयी नायक ने बताया कि राज्य महिला आयोग की स्थापना वर्ष 24 मार्च 2001 में आज के ही दिन हुई थी। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार आने के पश्चात् से महिलाओं की समस्याओं के समाधान में काफी तेजी आई है। बतौर आयोग अध्यक्ष के अपने इस संक्षिप्त कार्यकाल में कोरोना लाॅकडाउन के संकट के समय में पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने में छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग पूरे देश में अव्वल स्थान पर रहा। इस संबंध में राष्ट्रीय महिला आयोग ने छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की तारीफ की और सम्मानित भी किया। राष्ट्रीय महिला आयोग ने अन्य राज्यों की महिला आयोग अध्यक्षों को छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग से सीखने की समझाइश भी दी गई। आयोग ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के 2 वर्ष पूर्ण होने पर महिलाओं की ओर से विशाल रंगोली बनाकर बधाई दी। 17 दिसंबर को एक विश्व रिकाॅर्ड भी बनाया जिसमें 9100 वर्ग फुट की विशाल रंगोली में मुख्यमंत्री की फोटो को ‘‘लार्जेस्ट ग्लू रंगोली पोर्टेट‘‘ कैटेगिरी में 12×11 वर्ग फीट का पोर्टेट बनाकर खड़ा किया गया था। इस प्रकार आयोग का यह कार्यक्रम गोल्डन वर्ल्ड ऑफ बुक रिकाॅर्ड में दर्ज हो गया। उसका प्रमाण पत्र भी महिला आयोग को आज प्राप्त हुआ है।

श्रीमती नायक ने बताया कि अप्रैल से चालू होने वाले वित्तीय वर्ष में महिला आयोग नये तरीके से अपने कार्यों को गति देने और विस्तार करने जा रहे है, जिसमें प्रत्येक जिले में ‘‘मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ‘‘ निकाला जायेगा। जिसके माध्यम से महिलाओं की हर विषय की समस्याओं के निराकरण का प्रयास किया जायेगा, साथ ही महिलाओं की समस्याओं, कानूनी अधिकारों से संबंधित विषयों पर वीडियो, आडियो क्लीपिंग के माध्यम से प्रचार-प्रसार किये जाने की योजना है। महिला अधिवक्ताओं को इम्पैनल किया जायेगा जो कि हर जिलों में महिलाओं की समस्याओं के समाधान के लिये उन्हें आयोग द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा।

उन्होंने बताया कि विगत 8 मार्च को महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के समाधान के लिये एक नयी पहल की गई जिसमें सोशल मीडिया के माध्यम से शिकायत करने की सुविधा देने के लिये व्हाट्सएप काॅल सेंटर का गठन किया गया, जिसका नम्बर 9098382225 है। इसका उद्घाटन महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। महिला आयोग की वेबसाईट और सोशल मीडिया पर नये तेवर और नये क्लेवर में जल्द ही तैयार किया जायेगा। महिलाओं के विरूद्ध साइबर अपराध रोकने और डिजिटल अवेयरनेस की दिशा में भी काम किया जायेगा। महिलाओं और बालिकाओं को आत्मरक्षा में प्रशिक्षित करने की दिशा में भी आयोग एक विस्तृत कार्य योजना तैयार कर रहा है, जिससे पूरे छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में आंगनबाड़ी, मितानिन, स्कूल, काॅलेज में पढ़ने वाली लड़कियों, कामकाजी महिलाओं और घरेलू महिलाओं के समूहों को भी स्वयं की आत्मरक्षा हेतु पर्याप्त प्रशिक्षण दिया जायेगा।

श्रीमती नायक ने कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ के सभी शासकीय, अर्द्धशासकीय, निजी संस्थान एवं उद्योगों में महिलाओं के कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न को रोके जाने बाबत् आंतरिक परिवाद समिति का कड़ाई से लागू किया जायेगा और सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में महिलाओं के मामले पुलिस थाने में दर्ज किये जाने बाबत् महिला पुलिस डेस्क की अनिवार्यता की दिशा में भी प्रयास किया जायेगा।

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