- Home
- breaking
- Chhattisgarh
- रायपुर में वैक्सीनेशन : ‘तुलसा कोई नहीं तुझसा’ सबसे पहला टीका लगवाकर सफाईकर्मी बोलीं- मेरा सौभाग्य कि मुझे चुना
रायपुर में वैक्सीनेशन : ‘तुलसा कोई नहीं तुझसा’ सबसे पहला टीका लगवाकर सफाईकर्मी बोलीं- मेरा सौभाग्य कि मुझे चुना
रायपुर के अंबेडकर अस्पताल के सेंटर के साथ ही प्रदेशभर में टीकाकरण जारी
अंबेडकर अस्पताल में पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के आला अफसर, सफाई और स्वास्थ्यकर्मियों दी जा रही कोविशिल्ड की डोज
रायपुर, 16 जनवरी 2021/ रायपुर में शनिवार की सुबह कोरोना का टीकाकरण जारी है। अंबेडकर अस्पताल से इसकी शुरूआत हुई। इस अस्पताल में बतौर सफाईकर्मी अपनी सेवाएं देने वालीं 51 साल की तुलसा तांडी को सबसे पहले टीकाकरण के लिए चुना गया। तुलसा तांडी सुबह करीब 9 बजकर 30 मिनट पर केंद्र में पहुंची। टीकाकरण अधिकारी ने उनका स्वागत किया। पंजीयन डेस्क पर पहले से तैयार पर्ची उन्हें दी गई। वो कुछ देर वेटिंग रूम में बैठीं। इस बीच सीएमएचओ डा. मीरा बघेल समेत वरिष्ठ अफसरों ने तुलसा से बात-चीत की। सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सभी सेंटर्स के लोगों को संबोधित किया। करीब 11 बजकर 7 मिनट पर कोरोना का टीका तुलसा को लगाया गया।
संजीवनी – कोरोना का यही टीका सभी को लगाया जा रहा है।
तुलसा तांडी को अब निगरानी में रखा गया है। उन्होंने कहा कि मुझे सबसे पहले टीके के लिए चुना गया यह मेरा सौभाग्य है। मेरे परिवार के लोग भी काफी खुश हैं। हमारे देश के प्रधानमंत्री स्वास्थ्य मंत्री की मेहनत की वजह से कोविड की दवा मिली है। स्वास्थ्य विभाग ने पहले दिन टीकाकरण के लिए जिन लोगों को बुलाया है, उनमें आम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विनीत जैन का नाम पहले और तुलसा तांडी का नाम 56वें नंबर पर था। मगर सफाई कर्मियों को पहले टीका लगाए जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपेक्षा के बाद उनका सबसे पहले टीका तुलसा को लगाया गया।
सीएम बोले- सब्बो झन रोग मुक्त राहय
प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के जरिए टीकाकरण को लेकर अपनी बात जनता के बीच रखी। उन्होंने लिखा-सब्बो झन सुखी होवय, सब्बो झन रोग मुक्त राहय, सब्बो झन मंगल के साक्षी बनए अऊ कोनो ला दुख के भागी झन बनना परए। टीकाकरण के सुरुआत इही मंगल कामना संग।
सब्बो झन सुखी होवय, सब्बो झन रोग मुक्त राहय, सब्बो झन मंगल के साक्षी बनए अऊ कोनो ला दुख के भागी झन बनना परए।
टीकाकरण के सुरुआत इही मंगल कामना संग।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 16, 2021
आंखों के सामने लोगों को मरते देखा है
रायपुर की की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मीरा बघेल ने बताया कि मैं काफी खुश हूं कि अब वैक्सीनेशन शुरु हुई है। हमने वो दौर भी देखा कि रायपुर से हजारों केस एक दिन में सामने आ रहे थे। गंभीर मरीज अस्पताल के बाहर इंतजार करते रहे, और बेड ना मिल पाने की वजह से उनकी मौत हो रही थी। कोविशिल्ड की डोज पूरे एहतियात के साथ अस्पताल लाई गई।
डॉ मीरा बघेल ने बताया कि अब वैक्सीन आ गई है तो ये काफी राहत की बात है। लेकिन अब यह भी नहीं होगा कि हम मास्क न लगाएं और बाकि सावधानियों का पालन ना करें। अब भी हमें पूरी सावधानी बरतनी होगी। मास्क, दो गज की दूरी और सफाई का पूरा ध्यान सभी को रखना है।
तस्वीर में नजर आ रहे हैं डॉ नितिन नागरकर, एम्स के डायरेक्टर डॉ नितिन की टीम ने ही छत्तीसगढ़ में सबसे पहले कोरोना के उपचार पर काम किया।
रायपुर में वैक्सीनेशन के लिए 5 सेंटर डेवलप किए गए हैं। इनमें एमएमआई, तिल्दा का मिशन अस्पताल, पंडरी का जिला अस्पताल, अंबेडकर अस्पताल हैं। जल्द ही रायपुर में वैक्सीनेशन के और भी सेंटर बनेंगे। फिल्हाल स्वास्थ्यकर्मी और सफाईकर्मियों को ही कोरोना की वैक्सीन कोविशिल्ड की डोज दी जा रही है।
पंडरी जिला चिकित्सालय में वार्ड बॉय हेमंत दुबे को भी पहले टीका लगाया गया।
स्वास्थ्य मंत्री ने की मुलाकात स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव अंबेडकर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा- अभियान की शुरुआत हो गई है। उम्मीद है कि डेढ़-दो साल तक अभियान चलना है। कोरोना काल में जो लोग फ्रंट पर रहे, वे वैक्सीन के लिए भी आगे आए हैं। इससे कोरोना से निपटने के दौरान उनकी सुरक्षा मजबूत होगी. वहीं समाज में मैसेज जाएगा कि टीका सुरक्षित है।