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राजिम दाई का जयंती महोत्सव : राजिम में 54 एकड़ में बनेगा नया मेला स्थल, 50 लाख में धर्मशाला और 5 एकड़ में शोध संस्थान

4 years ago
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राजिम सिर्फ एक शहर नहीं, छत्तीसगढ़ की संस्कृति का प्रतीक भी: भूपेश बघेल

 

रायपुर, 08 जनवरी 2021/  साहू समाज की ओर से राजिम में गुरुवार को भक्तिन महतारी राजिम दाई के जयंती महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने घोषणा की कि फिंगेश्वर में नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का नामकरण भक्तिन महतारी राजिम दाई के नाम पर किया जाएगा। उन्होंने राजिम में निर्माणाधीन धर्मशाला के लिए 50 लाख रुपए की स्वीकृति देने और राजिम माता शोध संस्थान के लिए 5 एकड़ जमीन दी जाएगी। सीएम भूपेश ने कहा कि धर्म नगरी राजिम केवल एक शहर ही नहीं है, बल्कि यह पूरे छत्तीसगढ़ की संस्कृति का प्रतीक है। यहां केवल तीन नदियों का ही संगम नहीं होता, बल्कि सांस्कृतिक संगम भी होता है। यहां पूरे छत्तीसगढ़ के साथ-साथ ओडिशा, महाराष्ट्र के लोग भी राजिम पहुंचते हैं। राजिम का सैकड़ों साल पुराना इतिहास है। यह हमारी संस्कृति का प्रतीक है। मुख्यमंत्री बघेल ने बताया कि राजिम मेले को व्यवस्थित रूप से आयोजित करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से नए मेला-स्थल के लिए 54 एकड़ जमीन का चिन्हांकन कर लिया गया है। इसमें कुछ निजी जमीन भी शामिल है, जिसके बारे में भू-स्वामी किसानों से सहमति ले ली गई है। राजिम मेले के दौरान साधु-संतों, शासकीय कर्मचारियों और बाहर से आने वाले अन्य लोगों को होने वाली असुविधा को ध्यान में रखते हुए चिंहित स्थल पर सभी आवश्यक इंतजाम और निर्माण किए जाएंगे। मड़ई-मेले हमारी पहचान से जुड़े हुए हैं। उन्होंने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि महादेव घाट पर आज मेले के लिए जगह नहीं बची, ऐसी हालत राजिम में निर्मित नहीं होने दी जाएगी। अपनी सांस्कृतिक पहचान को कायम रखने के लिए ही शासन ने तीजा-पोरा, कर्मा जयंती, हरेली, विश्व आदिवासी दिवस और छठ जैसे तीज-त्यौहारों पर सार्वजनिक अवकाशों की घोषणा की है। आज छत्तीसगढ़ का अपना राजगीत है, किसी भी कार्यक्रम की शुरुआत इसी से की जाती है। राज्य की अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कार के लिए प्राथमिकता के साथ काम कर रही है। उन्होंने राजिम मेला स्थल में प्रदेश साहू संघ के आयोजन स्थल पर पहुंचकर सबसे पहले माता राजिम की पूजा-अर्चना और माल्यार्पण कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, संसदीय सचिव शकुंतला साहू, महासमुंद सांसद चुन्नीलाल साहू, बिलासपुर सांसद अरुण साव, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, थानेश्वर साहू, पूर्व सांसद चंदूलाल साहू, विधायक धनेंद्र साहू, अमितेश शुक्ल, साहू संघ के प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन हिरवानी, संरक्षक विपिन साहू, पूर्व मंत्री रमशीला साहू, साहू समाज के पदाधिकारी डॉ. ममता साहू, मोती लाल साहू आदि सदस्य मौजूद रहे।

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