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घरेलू पर्यटन रोड-शो : छत्तीसगढ़ के जंगल खास, लेकिन नक्सल बड़ी समस्या
केंद्रीय मंत्री पटेल बोले- राम वन गमन सर्किट 300 स्थानों को जोड़ेगा
रायपुर, 19 दिसंबर 2020/ केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल का कहना है कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नक्सलवाद की अवधारणा को तोड़ना होगा। जिस तरह के जंगल छत्तीसगढ़ में हैं, वैसे भारत में और कहीं नहीं हैं। गुजरात में समुद्र है तो छत्तीसगढ़ में जंगल है, दोनों ही पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण है।
छत्तीसगढ़ में नक्सल समस्या से निपटना हम सबकी जिम्मेदारी है। पटेल ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के तहत शुक्रवार को घरेलू पर्यटन रोड-शो के मौके पर संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
रोड शो का आयोजन केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय और छत्तीसगढ़-गुजरात टूरिज्म बोर्ड ने मिलकर किया था। इसमें छत्तीसगढ़ के पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू भी शामिल हुए। पटेल ने बताया कि घरेलू पर्यटन रोड शो के लिए दो राज्यों की जोड़ी बनाई है, छत्तीसगढ़ को गुजरात के साथ जोड़ा है।
प्रह्लाद पटेल ने कहा कि सिरपुर का नक्शा पहले से काफी बदल गया है, पहले से यहां पर सुविधाओं में काफी सुधार हुआ है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग किया जाएगा। होटल व टूर एंड ट्रेवल एजेंसी को भी हम एक प्लेटफार्म पर लाने की कोशिश कर रहे हैं।
पटेल ने राम वन गमन पथ योजना पर कहा कि इस पर संस्कृति मंत्रालय काम कर रहा है। इसके लिए सात राज्यों के मुख्यमंत्री से बात हुई है। 300 स्थानों को चिह्नित किया गया है। अगर किसी स्थान को लेकर राज्यों को आपत्ति होगी, तो उसे बदला जाएगा। सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को इस संबंध में पत्र लिखा गया है।
प्रदेश के पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। छत्तीसगढ़ सरकार पर्यटन की दिशा में बहुत काम कर रही है। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल की एमडी रानू साहू ने कार्यक्रम में शामिल टूर ऑपरेटरों और ट्रेवल एजेंटों को पॉवर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रदेश में पर्यटन की संभावनाओं की जानकारी दी। पर्यटन विभाग के सचिव पी. अन्बलगन और केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय के मुंबई रीजन के निदेशक डी. वेंकेटेशन भी शामिल हुए।