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‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ : राजधानी में 18 दिसंबर को होगा घरेलू पर्यटन पर रोड-शो

4 years ago
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पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार का आयोजन

 

रायपुर, 18 दिसंबर 2020/  पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा रायपुर में 18 दिसंबर, 2020 को ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के तहत घरेलू पर्यटन पर एक रोड-शो आयोजन किया जा रहा है। केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रह्लाद सिंह पटेल इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे तथा इस आयोजन का उद्घाटन करेंगे। रोड-शो का आयोजन पर्यटन मंत्रालय द्वारा मुंबई के क्षेत्रीय कार्यालय, छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड व गुजरात पर्यटन के साथ मिलकर, संयुक्त रूप से किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के पर्यटन मंत्री, ताम्रध्वज साहू के अलावा राज्य सरकार के उच्च पर्यटन अधिकारी भी इस आयोजन में शामिल होंगे । यह आयोजन बी2बी होगा, जो अपनी तरह का पहला कार्यक्रम होगा, जिसे पर्यटन मंत्रालय कोविड-19 के फैलने के बाद किया जा रहा है। यह कार्यक्रम मेफेयर लेक रिज़ॉर्ट, रायपुर में होगा, जिसमें छत्तीसगढ़ व गुजरात के टूर ऑपरेटर एक दूसरे से मेल-मिलाप करेंगे। ये दोनों ही राज्य ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ अभियान में सम्मिलित हैं। इस कार्यक्रम में गुजरात चैप्टर के 15 सदस्य शामिल होंगे, जो एसोसिएशन ऑफ़ डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर्स (एडीटीओआई), इंडियान एसोसिएषन ऑफ़ टूर ऑपरेटर्स (आईएटीओ), ट्रेवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (टीएएआई) गुजरात से संबंधित हैं। इनके अलावा छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों से पर्यटन हितधारकों के 30 सदस्य भी हिस्सा ले रहे हैं। कोविड-19 महामारी से जो क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं, उनमें पर्यटन क्षेत्र प्रमुख है। इस महामारी के कारण देश में पर्यटन संबंधित सभी गतिविधियां गत छह माह से भी अधिक समय के लिए प्रतिबंधित थीं। हालांकि, अब घरेलू पर्यटन ने गति पकड़ी है, ऐसी स्थिति में इस रोड शो के आयोजन से पर्यटन क्षेत्र को लाभ होगा। बी2बी का हिस्सा बनने के कारण गुजरात के टूर ऑपरेटरों को यहां बाज़ार मिलेगा। वे यहां पर ‘खरीदार’ के रूप में छत्तीसगढ़ के टूर ऑपरेटरों के साथ संवाद स्थापित करेंगे, जो उनके लिए ‘विक्रेता’ साबित होंगे। वे छत्तीसगढ़ में स्थित विभिन्न पर्यटक स्थलों की जानकारी प्रस्तुत करेंगे। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का मकसद विभिन्न राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के लोगों के बीच आपसी सहमति बहाल करना व उसे बढ़ावा देना है। यह सिद्धांत राज्य व केंद्रशासित प्रदेशों के आपसी संबंधों की मज़बूती पर ही आधारित है। इस अभियान के तहत राज्य अपनी संस्कृति का प्रचार-प्रसार कर सकते हैं। ये राज्य स्थानीय भाषा सिखाने, सांस्कृतिक, पारंपरिक एवं संगीत, पर्यटन व पकवान, खेल जैसी गतिविधियों को एक दूसरे के यहां बढ़ावा दे सकेंगे।

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