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नगर निगम की सामान्य सभा में हंगामा:रायपुर में सड़कों-चाैराहों के नामकरण पर भड़का विपक्ष, सभापति के खिलाफ नारेबाजी
रायपुर, 6 नवंबर 2020/ रायपुर नगर निगम की पहली सामान्य सभा में शुक्रवार को दिनभर हंगामा होता रहा। सत्तापक्ष सामान्य सभा में विचार के लिए 30 प्रस्ताव लाई थी। इसमें 19 प्रस्ताव इमारतों, सड़कों-चाैराहों के नामकरण के थे। नामकरण के इन प्रस्तावों पर भाजपा पार्षद भड़क गये।
भाजपा पार्षदों का कहना था यह प्रस्ताव पिछली सामान्य सभा में गिर गया था। ऐसे में दोबारा इसे नहीं लाया जा सकता। सत्ता पक्ष ने कहा, नगर निगम आयुक्त ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है। उन्होंने नियम-कायदों को देखकर ही ऐसा किया है। सत्ता पक्ष का कहना था, यह नामकरण स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर किया जा रहा है।
सत्ता पक्ष के जवाब से भड़के भाजपा पार्षद सभापति के आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। उन्होंने सभापति पर बहुमत के दम पर तानाशाही चलाने का भी आरोप लगाया। काफी देर तक नारेबाजी के बाद भाजपा पार्षद विरोध में सदन से बाहर निकल गए।
भाजपा पार्षदों की गैर मौजूदगी में ही सत्ता पक्ष ने 11 प्रस्तावों को बहुमत से पारित करा लिया। कुछ मिनट बाहर रहने के बाद भाजपा पार्षद सदन में लौट आए। कई प्रस्तावों पर बार-बार हंगामा चलता रहा।
रायपुर नगर निगम की 70 सदस्यीय सामान्य सभा में कांग्रेस के पास 39 पार्षद हैं। वहीं भाजपा के पास केवल 30 पार्षद हैं। महापौर और सभापति भी कांग्रेस से ही हैं। इसकी वजह से प्रस्ताव पारित कराने में सत्ता पक्ष को कोई दिक्कत नहीं आई।
पिछली बार नगर निगम में महापौर कांग्रेस का था, लेकिन सदन में भाजपा बहुमत में थी। इसकी वजह से महापौर को कोई प्रस्ताव पारित कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
नालंदा परिसर के नाम पर भी आपत्ति
भाजपा पार्षदों ने रायपुर स्थित नालंदा परिसर और आमापारा से आयुर्वेद कॉलेज तक सड़क का नामकरण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी महादेव प्रसाद पाण्डेय के नाम पर करने के प्रस्ताव का भी विरोध किया। भाजपा पार्षदों का कहना था,जो संपत्ति नगर निगम की है ही नहीं, उसका नामकरण कैसे कर सकती है।
महापौर ने बताया, इसके लिए वन मंत्री मोहम्मद अकबर की ओर से पत्र आया है। नगर निगम प्रस्ताव पारित कर सरकार को ही भेजेगा। इसमें अधिकारिता का सवाल खड़ा नहीं होना चाहिये। विपक्ष की आपत्तियों के बावजूद इस प्रस्ताव को पारित कर दिया गया।
गांधी भवन के नाम से जाना जाएगा निगम मुख्यालय
सामान्य सभा ने नगर निगम मुख्यालय की इमारत का नाम महात्मा गांधी भवन के नाम पर करने के प्रस्ताव को पारित कर दिया। इस प्रस्ताव के मुताबिक मुख्यालय के बाहर महात्मा गांधी की एक प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी।
शहर को मिलेंगी नई सुविधाएं
नगर निगम ने तेलीबांधा में कृषि विभाग की खाली की गई जमीन पर उद्यान बनाने का प्रस्ताव पारित कर दिया। प्रस्ताव के मुताबिक उद्यान के पास मौजूद तालाब को भी संवारा जाएगा। वहीं उद्यान से तालाब को फूट ओवरब्रिज के जरिये जोड़ा जाएगा।
सरोना के ट्रंचिंग ग्राउंड में कचरे के पहाड़ को वैज्ञानिक तरीके से निपटाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल गई।
नेता प्रतिपक्ष नहीं चुन पाने पर महापौर ने ली चुटकी
सभा की कार्यवाही शुरू होते ही पार्षद ज्ञानेश शर्मा ने भाजपा पार्षदों में से नेता नहीं चुन पाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उनका कहना था, यह भाजपा का अंदरूनी मामला है, लेकिन यहां विपक्ष का नेता चुने जाने की परंपरा रही है। भाजपा 10 महीनों में भी पार्षदों का नेता नहीं चुन पाई।
महापौर एजाज ढेबर ने कहा, भाजपा का पार्षद दल बिना दूल्हे की बारात हाे गया है। भाजपा विधायकों ने इसे अपमानजनक बताया। उनका कहना था, नगर निगम एक्ट में नेता प्रतिपक्ष का कोई जिक्र ही नहीं है। यह पार्टी की मर्जी है वह नेता चुने या न चुने।