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100 दिन बाद मुस्कुराने का मौका : बुधवार को रायपुर में कोरोना से एक भी मौत नहीं
रायपुर में पहली मौत 29 मई को हुई थी, फिर 4 नवंबर को कोई मौत नहीं
औसतन चार जानें रोज गईं, अब तक कुल 611 मौत
रायपुर, 5 नवम्बर 2020/ राजधानी में 100 दिन बाद कोरोना से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। रायपुर में पहली मौत 29 मई को हुई थी। अगले आंकड़े 5 नवंबर की रात को जारी होंगे। उसके बाद मौतों का सिलसिला लगातार जारी रहा। इस बीच 29 जुलाई ही एक दिन ऐसा गुजरा जब रायपुर में एक भी मौत नहीं हुई। अब लगभग 100 दिन गुजरने के बाद मौत का आंकड़ा जीरो हुआ है। हालांकि अब तक राजधानी में रोजाना औसतन 4 लोगों की कोरोना से मौत हो रही है। रायपुर में अब तक 611 मौत हो चुकी है। यहां जुलाई, अगस्त व सितंबर में सबसे अधिक मौतें हुईं हैं। अक्टूबर के महीने में मौत का औसतन तीन से चार हो गया। अक्टूबर के अंतिम दिनों और नवंबर पहले सप्ताह तक पॉजीटिव व गंभीर केस कम आने के कारण मौतें भी कम हुई है।
विशेषज्ञों के अनुसार ज्यादातर उन मरीजाें की मौत हुई है, जो कोरोना के साथ दूसरी गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। कुल मौतों में केवल कोरोना से 35 से 40 फीसदी मरीजों की मौत हुई है। इनमें युवा भी शामिल हैं। रायपुर में जिस मरीज की पहली मौत हुई, वह भी 26 वर्ष का था। युवक को कोरोना के अलावा और दूसरी कोई गंभीर बीमारी नहीं थी। राजधानी में 18 मार्च को पहला केस मिला था। उसके बाद अप्रैल, मई व जून में 100 से भी कम मरीज थे। जुलाई अगस्त व सितंबर में मरीजों की संख्या बेहद तेजी से बढ़ी और आंकड़ा 41882 हजार पहुंच गया है।
- रायपुर में पहली मौत 29 मई को
- प्रदेश में सर्वाधिक मौत 611 रायपुर में
- सबसे कम 2 मौत नारायणपुर में
गिरने लगी मृत्युदर, क्योंकि
- महीनेभर से मरीजों की संख्या कम
- 80 फीसदी हल्के लक्षण के मरीज
- गंभीर मरीज केवल 1 से 2 फीसदी
- जागरुकता के कारण मरीज कम
भविष्य की आशंकाएं
- दिवाली के बाद बढ़ने के आसार
- त्योहारी भीड़ के कारण फैलाव
- मौत की संख्या पर अस्पष्टता
-डॉ. देवेंद्र नायक व डॉ. गिरीश अग्रवाल के अनुसार