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रायपुर में धोखाधड़ी : सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर दो युवतियों सहित 10 लोगों से 31.5 लाख रुपए ठगे
गोलबाजार थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर, ठगे गए युवक रायपुर और महासमुंद के रहने वाले
अलग-अलग विभागों में नौकरी लगवाने का झांसा देते, पुलिस को वॉट्सऐप मैसेज के स्क्रीनशॉट भी सौंपे
रायपुर, 09 अक्टूबर 2020/ छत्तीसगढ़ के रायपुर में सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर दो युवतियों सहित 10 लोगों से 31.5 लाख रुपए ठग लिए। आरोपी ने सभी को अलग-अलग विभागों में नौकरी का झांसा दिया था। इसके लिए हर किसी से पद के अनुसार अलग-अलग रकम भी वसूली। नौकरी नहीं लगने पर अब गोलबाजार थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
जानकारी के मुताबिक, रायपुर और महासमुंद के युवक-युवतियों ने अलग-अलग सरकारी विभागों में नौकरी के लिए आवेदन किया था। इस दौरान उनका परिचय रायपुर के ही रहने वाले मनीष सोनी से हुआ। आरोप है कि मनीष ने सभी को नौकरी लगवाने का झांसा दिया और बदले में सबसे अलग-अलग रकम की मांग की।
पुराना मंत्रालय बुलाकर लिए सबसे रुपए
आरोप है कि मनीष ने भाजपा नेताओं के साथ अपने फोटो दिखाए और ऊंची पहुंच होने की बात कही। इसके चलते वे सभी उसकी बातों में आ गए और भर्ती परीक्षा के एडमिशन कार्ड की कॉपी मनीष को व्हॉट्सएप की। इसे देखकर उसने अलग-अलग सभी को पुराना मंत्रालय तहसील के पास बुलाया और पद के हिसाब से रुपए लिए।
किस्तों में तीन माह के दौरान सबसे वसूली गई रकम
आरोप है कि फरवरी 2016 से अप्रैल के बीच किस्तों में रितेश ठाकुर व मनीष वर्मा 2-2 लाख, जितेंद्र कुमार, विकेश साहू, अनुभव शर्मा व फूलचंद साहू से 3-3, मोहसीन कुरैशी व हेमलता वर्मा से 2.5-2.5, रामफेकर जी व अंजली रूपरेला से 4.5-4.5 और संजय यादव से 1.5 लाख रुपए लिए। नौकरी नहीं लगने पर रुपए वापस मांगे तो इनकार कर दिया।