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- छत्तीसगढ़ में कोरोना : स्वास्थ्य विभाग ने घर-घर शुरू किया सर्वे, पूर्व आईएएस ओपी चौधरी कोरोना संक्रमित, स्पेशल डीजी आरके विज भी दोबारा पॉजिटिव हुए
छत्तीसगढ़ में कोरोना : स्वास्थ्य विभाग ने घर-घर शुरू किया सर्वे, पूर्व आईएएस ओपी चौधरी कोरोना संक्रमित, स्पेशल डीजी आरके विज भी दोबारा पॉजिटिव हुए
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मुख्य सचिव आरपी मंडल ने अधिकारियों की बैठक लेकर कोविड रोकथाम के प्रयासों की समीक्षा की
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रायपुर के हर वार्ड में पहुंचेगी स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे में होगी संक्रमितों की पहचान
रायपुर, 06 अक्टूबर 2020 / रायपुर के कलेक्टर रहे पूर्व आईएएस अधिकारी और भाजपा नेता ओपी चौधरी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उन्होंने बताया कि दो-तीन दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। उनकी पत्नी की कोविड रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ चुकी है। अब रायपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में उन्हें उपचार के लिए एडमिट किया गया है। इसके अलावा, प्रदेश के सीनियर आईपीएस अधिकारी स्पेशल डीजी आरके विज के भी कोविड पॉजिटिव होने की खबर सोमवार को आई। यह दूसरी बार है जब विज संक्रमित हुए हैं। सावधानी बरतते हुए आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सरकारी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया। सीएम आज कुछ अधिकारियों से भी मिलने वाले थे।
फोेटो रायपुर की है। बैठक में कुपोषण दूर करने के कार्यक्रमों पर भी चर्चा की गई।
मुख्य सचिव ने लिया तैयारी का जायजा
इधर, छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव आरपी मण्डल ने कोविड-19 से बचाव के लिए जन-जागरूकता लाने के लिए बनायी जा रही कार्ययोजना की समीक्षा की। सोमवार को उन्होंने इसे लेकर खास बैठक की। मण्डल ने मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करने, आपस में दो गज की दूरी-सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने और हाथों की नियमित सफाई को पूरे राज्य में अनिवार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि हाट बाजार, राशन की दुकान, अस्पताल, शासकीय कार्यालय, शराब की दुकान, पेट्रोल पम्प आदि जगहों पर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य रूप से लागू किया जाए।
घर-घर सर्वे शुरू
छत्तीसगढ़ में 2 अक्टूबर से कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान शुरू किया गया है। इसके अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर कोविड-19 के लक्षणात्मक मरीजों की पहचान करेगी। रायपुर कलेक्टर ने इसे लेकर नोडल अधिकारी तय कर दिए हैं। अभियान के लिए ग्रामीण और शहरी इलाकों में मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मैदानी अमले की ड्यूटी लगाई गई है। प्रदेश भर में यह अभियान 12 अक्टूबर तक चलेगा। घरों से कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले लोगों की जानकारी जुटाई जाएगी । जानकारी के आधार पर चिकित्सा अधिकारी द्वारा इनकी जांच की व्यवस्था की जाएगी।