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आरोपियों के रिश्तेदारों के घरों से जब्त दस्तावेजों की जांच के बाद तय होगी दिशा, जिनके नाम पर संपत्ति उनसे भी पूछताछ
रायपुर। 500 करोड़ के कोयला घोटले के आरोप में जेल में बंद निलंबित आईएएस समीर विश्नोई, रानू साहू और पूर्व प्रशासनिक अधिकारी सौम्या चौरसिया से जुड़े उनके करीबियों के यहां शुक्रवार को 24 ठिकानों में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने छापा मारा। प्रदेश में जहां कार्रवाई की गई वहां से टीम दस्तावेज जब्त कर देर रात लौट आई।
वहीं झारखंड के जमशेदपुर, कर्नाटक, राजस्थान, अनूपगढ़ से टीम के रविवार देर रात तक लौटेगी। टीम द्वारा जब्त किए गए संपत्ति संबंधित दस्तावेज की जांच अब ईओडब्ल्यू की टीम करेगी। इसके बाद जांच की दिशा तय होगी। जेल में बंद आरोपियों से ईओडब्ल्यू की टीम रिमांड में लेकर पूछताछ कर सकती है। जिनके नाम से जमीन, गाड़ी सहित अन्य सामग्री है उनसे भी पूछताछ की तैयारी है।
मनीष पैसे को नेताओं और अफसरों तक पहुंचाता था
आरोपी सौम्या चौरसिया के करीबी मनीष उपाध्याय को जांच एजेंसी ने कोर्ट में पेश कर 23 अगस्त तक अपनी रिमांड पर लिया है। मनीष पर आरोप है कि वह मनी लांड्रिंग के माध्यम से अर्जित धन को नेताओं तक पहुंचाने का काम करता था। एजेंसी ने उससे पूछताछ करने रिमांड पर लिया है। रानू साहू के भाई ने झारखंड के जमशेदपुर में पैसे निवेश किए हैं। सौम्या के भाई अनुराग चौरसिया का बैंगलुरू में निवेश होने की जानकारी मिलने के बाद जांच एजेंसी ने उन दोनों जगहों में छापे की कार्रवाई की गई।
बेनामी संपत्ति का राजफाश नहीं
कार्रवाई के बाद जांच एजेंसी ने बयान जारी अचल संपत्ति के दस्तावेज मिलने की जानकारी दी है। यह नहीं बताया है कि किन लोगों के ठिकानों से कितने की अचल संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं।
इन जगहों पर की गई कार्रवाई
राजस्थान और रायगढ़ में दो-दो स्थानों पर, बेंगलुरु, जमशेदपुर (झारखंड), कोरबा, गरियाबंद में एक-एक स्थान पर, महासमुंद में तीन स्थान पर, दुर्ग में आठ और रायपुर में पांच स्थानों पर तलाशी ली गई। कार्रवाई में अचल संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनसे भारी मात्रा में बेनामी संपत्तियों का पता चला है। वाहनों से संबंधित बहुत से दस्तावेज और अनेक इलेक्ट्रानिक उपकरण जैसे लैपटाप, मोबाइल एवं पेन ड्राइव भी बरामद हुए हैं। इनमें संपत्तियों की जानकारी है। इन सभी उपकरणों व दस्तावेजों की जांच की जा रही है।