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पिछले 1 महीने से क्यों सुलग रहा बलौदा बाजार? 100 से अधिक गाड़ियां फूंक दी, कलेक्टर ऑफिस में भी आगजनी…!
छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में सतनामी समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट में हिंसक विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान 100 से अधिक गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. कलेक्टर ऑफिस में आगजनी की गई. इस दौरान कलेक्ट्रेट में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए. ये बवाल अमर गुफा में हुई संदिग्ध तोड़फोड़ के बाद सतनामी समाज के द्वारा किया गया. दरअसल, पिछले कई दिनों से सतनामी समाज इस मामले में सरकार से CBI जांच कराने की मांग कर रही थी.
क्यों बलौदा बाजार में लाचार हुई पुलिस?
इस आगजनी में 100 से अधिक गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. इस दौरान पुलिसकर्मियों पर भी भीड़ ने पत्थर फेंके. हिसंक भीड़ ने पुलिस के जवानों पर ही डंडे बरसा दिए. जिसके बाद पुलिस को भी मौके से भागना पड़ा. इस दौरान कलेक्टर ऑफिस में जमकर तोड़फोड़ हुई. इतना ही नहीं कलेक्ट्रेट इमारत को भी आग के हवाले कर दिया गया. इस आगजनी में ऑफिस में पड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए.
1 महीने से क्यों सुलग रहा बलौदा बाजार, क्या है पूरा मामला?
बीते 15 और 16 मई की रात कुछ अज्ञात लोगों ने बलौदा बाजार के गिरौदपुरी धाम के पवित्र अमर गुफा में स्थित ‘जैतखंभ’ की तोड़फोड़ की थी. दरअसल, इस ‘जैतखंभ’ को सतनामी समाज एक पवित्र प्रतीक के रूप में पूजता है. वहीं तोड़फोड़ के बाद सतनामी समाज ने इस बात पर आपत्ति जताई थी और सरकार से सीबीआई जांच की मांग की थी. हालांकि इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया था. वहीं मांग पूरी नहीं होने पर सतनामी समाज ने 10 जून को बलौदा बाजार के दशहरा मैदान में विरोध-प्रदर्शन और कलेक्टर ऑफिस के घेराव का आह्वान किया था.
विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ एकत्र हुई. जैसे ही प्रदर्शनकारी कलेक्टर ऑफिस को ओर बढ़े, पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. इस दौरान दोनों पक्षों में झड़प हो गई. देखते ही देखते विरोध-प्रदर्शन हिंसक रूप ले लिया और गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट ऑफिस में आग लगा दी.
क्या है जैतखाम? क्यों इसे लेकर सतनामी समाज नाराज
जैतखाम छत्तीसगढ़ की बोली भाषा का शब्द है. जैत का अर्थ है विजय, खाम का अर्थ है – स्तंभ यानी खंभा. जैतखाम का अर्थ है विजय स्तंभ यानी विजय खंभा. जैतखाम मूलरूप से सतनामी समाज का ध्वज का नाम है. ये ध्वज उनके संप्रदाय का प्रतीक है. सतनामी समुदाय के लोग आमतौर पर गांव या मोहल्ले में किसी चबूतरे या प्रमुख स्थल पर खंभे में सफेद ध्वज लगाते हैं. दरअसल, विवादों में आए जैतखाम छत्तीसगढ़ के बालौदा बाजार के गिरौदपुरी में स्थित है और ये कुतुब मीनार से भी ऊंचा स्तंभ है. इसकी ऊंचाई 77 मीटर है.