• Chhattisgarh
  • छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेत्रियों को टॉयलेट इस्तेमाल करने से रोका, अलका बोलीं – और कितना नीचे…

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेत्रियों को टॉयलेट इस्तेमाल करने से रोका, अलका बोलीं – और कितना नीचे…

9 months ago
11

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा की महिला सांसद को टॉयलेट इस्तेमाल करने की छत्तीसगढ़ में अनुमति नहीं मिली. आदर्श आचार संहिता का हवाला देकर सरकारी गेस्ट हाऊस के केयर टेकर ने शौचालय जाने से रोक दिया. इसे लेकर बवाल हो गया है. अलका लांबा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर भाजपा पर जमकर हमला बोला है.

ये है मामला
दरअसल बिलासपुर लोकसभा सीट के लिए 7 मई को मतदान होगा. इसके लिए प्रचार भी तेजी से चल रहा है. कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगने के लिए स्टार प्रचारक महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा (Alka Lamba) और राज्यसभा की महिला सांसद फूलोदेवी नेताम को टॉयलेट का इस्तेमाल करना था. इसके लिए वे सरकारी गेस्ट हाउस छत्तीसगढ़ भवन पहुंचीं. यहां पहुंचकर जब कमरे खोलने को कहा गया तो मौजूद कर्मचारी लोकसभा चुनाव की आचार संहिता का हवाला देकर मना कर दिया. इसे लेकर काफी देर तक बवाल चला. कांग्रेस की दोनों महिला नेत्रियां केयर टेकर के आगे गिड़गिड़ाती रही. लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनीं.कर्मचारी केयर राजेंद्र यादव ने खुद को छोटा कर्मचारी होना और एसडीएम के आदेश पालन करने का हवाला दिया. काफी देर बवाल के बाद भी जब गेस्ट हाउस का रूम नहीं खुला तो कांग्रेस की इन नेत्रियों को वापस जाना पड़ गया. हालांकि बताया जा रहा है कि एक कांग्रेस के नेता ने कलेक्टर को फोन किया. कलेक्टर ने अनुमति दे दी थी लेकिन तब तक काफी देर हो गई थी.

महिला नेत्रियों ने लगाए ये आरोप
महिला नेत्री अल्का लांबा ने सोशल मीडिया एकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया. अल्का ने लिखा कि आज छत्तीसगढ़ में भाजपा की घृणित और महिला विरोधी मानसिकता का उदाहरण सामने आया है. बिलासपुर के छत्तीसगढ़ भवन के सरकारी गेस्ट हाउस में मुझे और छत्तीसगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष और एक आदिवासी राज्यसभा सदस्य फूलो देवी नेताम जी को आचार संहिता का हवाला देते हुए शौचालय का इस्तेमाल करने से रोका गया. हमें सरकारी गेस्ट हाउस के बजाए बाहर किसी अन्य जगह पर जाना पड़ा. छत्तीसगढ़ की डबल इंजन BJP सरकार बताए कि चुनाव आयोग के किस नियम के तहत महिलाओं द्वारा शौचालय का इस्तेमाल करना आचार संहिता का उल्लंघन है?

 

Social Share

Advertisement