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हार को जीत में बदलने कांग्रेस का बड़ा दांव : ब्राह्मण वोटर्स को साधने बनाई रणनीति, CM सलाहकार को दिया जिम्मा
बिलासपुर, 13 सितंबर 2023/ छत्तीसगढ़ में सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस अब ब्राह्मण वोटर्स को साधने की रणनीति बना रही है। बेलतरा विधानसभा पर भी कांग्रेस की नजर है। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण विकास परिषद के भवन के भूमि पूजन समारोह के बहाने ब्राह्मण समाज को एकजुट करने की कोशिश की जा रही है। ब्राह्मणों के इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बुलाया गया है और कार्यक्रम की जिम्मेदारी खुद सीएम सलाहकार प्रदीप शर्मा संभाल रहे हैं।
जिले की तीन सीटों पर भाजपा व कांग्रेस के रणनीतिकारों की नजरें भी लगी रहती हैं। यहां बिलासपुर के साथ ही बिल्हा व बेलतरा सीट सबसे खास मानी जाती है। बेलतरा विधानसभा के राजनीतिक इतिहास पर नजर डालें तो पहले यह बलौदा सीट थी। साल 1952 से इस सीट पर ब्राह्मण उम्मीदवार ही चुनाव जीतते आ रहे हैं। कांग्रेस वर्ष 1952 से लेकर 1998 तक ब्राह्मण उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतार रही थी।
ब्राह्मण प्रत्याशियों का रहा है दबदबा
वर्ष 1985 तक कांग्रेस ने छत्तीसगढ़िया ब्राह्मण उम्मीदवार पर भरोसा जताया। यही वजह है कि 1985 तक लगातार कांग्रेस के प्रत्याशी यहां से चुनाव जीतते रहे हैं। वर्ष 1990 में जनता ने पहली बार बदलाव किया और भाजपा से बद्रीधर दीवान ने सहकारिता पुरुष माने जाने वाले कांग्रेस नेता रामगोपाल तिवारी से कांग्रेस के कब्जे वाली सीपत सीट को मुक्त करा लिया। लेकिन अगली बार जनता ने फिर कांग्रेस का साथ दिया और चंद्रप्रकाश वाजपेयी जीत गए।
1998 के चुनाव में जनता ने दोबारा बदलाव किया और पहली बार बसपा के इंजीनियर रामेश्वर खरे चुनाव जीते। इसके बाद 2003 से लगातार तीन चुनावों में बद्रीधर दीवान ने यहां से जीत दर्ज की। 2018 में भाजपा ने रजनीश कुमार सिंह को टिकट दिया और उन्होंने भी इस सीट पर भाजपा का कब्जा बरकरार रखा।
कांग्रेस ने OBC उम्मीदवार पर जताया था भरोसा
बाद में कांग्रेस के दिग्गजों ने जानबूझकर इस सीट को ओबीसी कोटे में डाल दिया। जिसके बाद से कांग्रेस के हाथ से सीट चली गई। तीनों ही बार चुनाव में कांग्रेस बुरी तरह पराजय का सामना करना पड़ा। पिछले विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने साहू समाज के वोटर्स को रिझाने के लिए राजेंद्र उर्फ डब्बू साहू को टिकट दिया। लेकिन, उसे भी पराजय का मुंह देखना पड़ा।
जातिगत समीकरण पर गौर करें तो बेलतरा क्षेत्र में छत्तीसगढ़िया ब्राह्मणों की संख्या करीब 28 हजार है। यहां निवासरत अन्य जाति के मतदाताओं में यह संख्या सर्वाधिक है। दूसरे नंबर पर साहू और सूर्यवंशी समाज के वोटर हैं। इनकी संख्या तकरीबन 21 हजार है। वर्ष 2003 और 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यादव समाज से जुड़े भुवनेश्वर यादव को उम्मीदवार बनाया था। दोनों ही चुनाव में उनको पराजय मिली। इस समाज के वोटरों की संख्या 16 हजार के करीब है।
सम्मेलन के बहाने ब्राह्मण कैंडिडेट की लॉन्चिंग की चर्चा
सीएम सहालकार प्रदीप शर्मा बेलतरा सीट को लेकर खास रुचि ले रहे हैं। उन्होंने अपने गृह ग्राम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भेंट मुलाकात कार्यक्रम कराया। साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण विकास परिषद को मुख्यमंत्री से रियायत दर पर सामाजिक भवन के लिए दो एकड़ भूमि दिलाई है। अब समाज को मिली इस भूमि पर बनने वाले भवन का शिलान्यास समारोह 17 सितंबर को है, जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बुलाया गया है।
साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित इस समारोह में ब्राह्मण सम्मेलन की भी तैयारी है। इस सम्मेलन के लिए बिलासपुर संभाग को अलग-अलग स्तर में बांट कर समाज प्रमुखों को जिम्मेदारी दी गई है। सम्मेलन में कोनी, रतनपुर, कोटा, सकरी, तखतपुर, मुंगेली, पंडरिया, बिल्हा, चकरभाठा, सिरगिट्टी, मस्तूरी, मल्हार, लोहसी, जोन्धरा, पंधी, देवरी, सीपत, बलौदा, जांजगीर, अकलतरा, चाम्पा, सक्ति, शिवरीनारायण, सारंगढ़, रायपुर, बलौदा बाजार सहित अन्य जगहों के विप्रजनों को बुलाया गया है। तैयारी के लिए विप्र भवन, इमलीपारा में एक वार रूम बनाया गया है। माना जा रहा है कि इस समारोह के बहाने ब्राह्मण समाज को साधने के लिए कांग्रेस ने रणनीति बनाई है। इस दौरान सम्मेलन में बेलतरा विधानसभा के लिए समाज के कैंडडेट की लांचिंग भी हो सकती है।