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अरुण साव ने राहुल गांधी को बताया अहंकारी, कहा- कांग्रेस के कारण उनकी सदस्यता गई

2 years ago
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भाजपा के 50 से ज्यादा और कांग्रेस के 6 कार्यकर्ताओं पर FIR;पत्थर और अंडों से किए थे हमला | Case on BJP workers in Raipur FIR on Congressmen too Rahul Gandhi Parliament

रायपुर , 25 मार्च 2023/  राहुल गांधी की सदस्यता मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस ली। शनिवार को रायपुर के एकात्म परिसर में उन्होंने कहा- राहुल गांधी की सदस्यता कांग्रेस की वजह से गई, राहुल गांधी ने ओबीसी समाज का अपमान किया और अहंकार में माफी तक नहीं मांगी। जो कुछ हुआ वो कोर्ट और संवैधानिक प्रक्रिया के तहत हुआ इसमें केंद्र सरकार या भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है।

अरुण साव ने कहा- कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अब पूर्व सांसद हो गए हैं। सूरत की कोर्ट ने 2019 के मामले में उन्होंने सजा सुनाई, क्योंकि उन्होंने पिछड़ा वर्ग समाज के खिलाफ अपमान जनक टिप्पणी की। संसद का प्रावधान है कि सजा के साथ तत्काल प्रभाव से सदस्यता समाप्त हो जाती है। बीते 4 सालों में अवसर थे माफी मांग लेते तो मामला समाप्त हो जाता। पिछडा समाज से माफी मांगने की बजाए बात पर अडिग रहे और सजा के बाद जिस प्रकार से भूमिका कांग्रेस ने ली वो तो और ओबीसी समाज के जख्म पर नमक डालने का काम है।

इसमें भाजपा का रोल नहीं
कांग्रेस लगातार इस कार्रवाई के पीछे भाजपा को दोष दे रही है। अरुण साव ने इस पर कहा- इसमें भाजपा या केंद्र सरकार की भूमिका नहीं है। विशुद्ध रूप से कानून के प्रावधन के अनुरूप सदस्यता समाप्त हुई है। विचार करने पर लगता है कि कांग्रेस स्वयं चाहती थी कि राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त हो। पवन खेड़ा के मामले में 15 मिनट में कोर्ट जाते हैं इस मामले में नहीं गए, कांग्रेसियों ने जनता के बीच जाकर न्यायालय की अवमानना की है। कोर्ट की प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं। ये कांग्रेस की आदत रही है।

राहुल को बताया अहंकारी
अरुण साव ने आगे कहा कि लोकसभा से सदस्यता राहुल गांधी के अहंकार की वजह से गई है,अहंकार दिखाते रहे उन्हें ंलगा कि कानून से बड़ा हूं। अहंकार की वजह से सदस्यता गई है, देश से बड़ा समझने की भूल की। देश का पहला मामला नहीं है। 10 से अधिक लोगों की पहले भी सदस्यता जा चुकी है, कमल किशोर भगत विधायक, सुरेश हडवडकर भाजपा विधायक, बबन राव भूपल, शिवसेना, एनओ एक्का, आसारानी विधायक भजपा, रशीद मसूद कांग्रेस सांसद, लालू प्रसाद यादव, जगदीश शर्मा, पीएम सेल्वागणपति, ऐसे लोगों की सदस्यता समाप्त हुई है।

लोकसभा चुनाव के दौरान 13 अप्रैल 2019 को कर्नाटक में बेंगलुरु के पास कोलार में राहुल गाँधी ने देश के ओबीसी समाज और तेली समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और उनके सरनेम को लेकर उनका अपमान किया था। इसको लेकर देश का ओबीसी समाज और तेली समाज काफी आक्रोशित था। अदालत के फैसले ने उन्हें सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिया है।

इन चार सालों में ऐसे कई मौके आये जब राहुल गाँधी ओबीसी समाज से माफी मांग कर इस मामले को ख़त्म कर सकते थे लेकिन अपने अहंकार में राहुल गाँधी ने समाज और कोर्ट के द्वारा बार-बार समझाने और माफ़ी माँगने के विकल्प को भी नज़र अंदाज़ किया और लगातार ओबीसी समाज की भावना को ठेस पहुँचाई। राहुल गाँधी ने पूरे ओबीसी समाज का अपमान किया। कल अदालत का फैसला आने के बाद भी राहुल गाँधी और कांग्रेस नेता उस बयान को सही ठहराते रहे और अहंकार में डूबे रहे। राहुल गाँधी एक सीरियल ऑफेंडर हैं। वे पहले भी कई झूठी बातें बोल चुके हैं। राफेल मामले पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के बारे में ही झूठ बोल दिया था जिसके कारण उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी थी। अरुण साव ने कहा कानून सब के लिए बराबर है राहुल गांधी के लिए अलग से कानून और सविधान बनाया जाए?

भाजपा ने जारी की राहुल के बयानों और विवादित घटनाओं की लिस्ट

राहुल ने कहा चौकीदार ही चोर हे राहुल गांधी ने 20 सितंबर 2018 को राजस्थान के डूंगरपुर में कहा कि, नरेन्द्र मोदी जी ने कहा था में देश का प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहता हूँ, में देश का चौकीदार बनना चाहता हूँ लेकिन आज देश के दिल में राजस्थान की जनता के दिल में एक नई आवाज उठ रही है गली-गली में शोर है, हिंदुस्तान का चौकीदार चोर है। यह गाली और अपशब्द वह 2019 के पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान देते रहे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हिटलर से तुलना 05 अगस्त 2022 को दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हिटलर से तुलना की और मोदी सरकार को तानाशाही सरकार करार दिया। कहा चुनाव तो हिटलर भी जीतता था।

सारे मोदी चोर हैं 13 अप्रैल को 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक के बेंगलुरु के पास कोलार में राहुल गांधी ने एक चुनावी सभा में कहा था कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है।

मोदी को छह महीने में लोग डंडे मारने लगेंगे 06 फरवरी 2020 को राहुल गांधी ने एक चुनावी रैली में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि छह महीने में लोग उन्हें उडे मारने लगेंगे।

राहुल गांधी ने पीएम मोदी को भोंपू और जेबकतरा तक कहा: 15 अक्टूबर, 2019 को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को कुछ उद्योगपतियों का भोंपू करार देते हुए कहा कि उनकी रणनीति एक जेबकतरे जैसी है जो चोरी से पहले लोगों का ध्यान बाट देता है। महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, पीएम मोदी अडाणी और अंबानी के भोंपू है।

जवानों के खून के दलाली राहुल गांधी ने जवानों की वीरता को खून की दलाली कहा। 6 अक्टूबर, 2016 को किसान यात्रा के दौरान दिल्ली पहुंचने पर इन शब्दों का इस्तेमाल किया।

सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी को मौत का सौदागर कहा 2007 के चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को मौत का सौदागर कहा था। गुजरात की जनता ने इस अपमान का बदला लेते हुए कांग्रेस को विधानसभा में सूपड़ा साफ कर दिया।

सोनिया गांधी ने कहा, जहर की खेती लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फरवरी, 2014 को कर्नाटक के गुलबर्ग में कहा मेरा पूरा भरोसा है कि आप ऐसे लोगों को मंजूर नहीं करेंगे जो जहर का बीज बोते हैं।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने की दुर्याेधन से तुलना 07 मई, 2019 को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अबाला से कांग्रेस की उम्मीदवार कुमारी शैलजा के समर्थन में आयोजित सभा में प्रधानमंत्री मोदी की तुलना दुर्याेधन से कर दी।

अगस्त 2015 में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर अपरिपक बयान: राहुल गांधी ने ललित मोदी विवाद को लेकर तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर अनर्गत टिप्पणी की थी तब भी राहुल गाँधी से उनके अपरिपक्क बयानों के लिए माफी मांगने की बात हुई थी।

फरवरी 2016 में जेएनयू विवाद पर राहुल गाँधी की भूमिका: राहुल गांधी ने असम में जेएनयू विवाद को लेकर आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा था कि युवाओं को देशद्रोही बताना उनकी आवाज को दबाने जैसा है। इससे पहले राहुल गाँधी जेएनयू में भारत तेरे टुकड़े होंगे नारे लगाने वाले देशद्रोही तत्वों के समर्थन में जाकर खड़े हो गए थे तब भी राहुल गाँधी से माफी मांगने को कहा गया था।

अक्टूबर 2017 में राहुल गाँधी ने आरएसएस और महिलाओं को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी: राहुल गाँधी ने कहा था कि उन्होंने आरएसएस की शाखाओं में कभी भी महिलाओं को शॉर्ट्स पहने नहीं देखा। आरएसएस महिलाओं के साथ भेदभाव करता है।

रेप कैपिटल: 2019 में झारखंड में एक चुनावी रैली के दौरान राहुल गाँधी ने भारत को दुनिया की रेप कैपिटल बताया था। इस टिप्पणी को लेकर राहुल की काफी खिंचाई हुई थी और माफी मांगने की मांग हुई थी।

फरवरी 2022 में लोकसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा था कि भारतीय न्यायपालिका और चुनाव। आयोग राज्यों की आवाज को दबाने के साधक बन गए हैं।

राहुल गाँधी ने संसद में आँख भी मारी थी जिस पर भी उनके आचरण को लेकर बवाल हुआ था।

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