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राष्ट्रीय सम्मेलन में आज देशभर के महापौर कर रहे मंथन, बताएंगे रायपुर कैसे बने स्वच्छता में नंबर वन
रायपुर, 27 अगस्त 2022/ अखिल भारतीय महापौर परिषद का 51 वां राष्ट्रीय सम्मेलन लाभांडी स्थित होटल कोटयार्ट में आरंभ हो गया है। सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हाेंगे। समापन सत्र के मौके पर 28 अगस्त को राज्यपाल अनुसुइया उईके विशेष रूप से उपस्थित रहेंगी।
दो दिवसीय महापौर परिषद के राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए शुक्रवार देर शाम तक गुजरात, कर्नाटक, आगरा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड के साथ बिरगांव के महापौर समेत कुल 24 महापौर पहुंचे। शनिवार को अन्य राज्यों के साथ छत्तीसगढ़ के विभिन्ना नगर निगमों के महापौर आएंगे।
शुक्रवार शाम को महापौर एजाज ढेबर, महापौर परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन जैन समेत सभी महापौर बस में सवार होकर चंदखुरी स्थित माता कौशल्या के इकलौते मंदिर के दर्शन करने के लिए निकले। चंदखुरी से लौटने के बाद सभी महापौरों ने रायपुर स्मार्ट सिटी योजना के तहत आइटीएमएस, बूढ़ा तालाब, मल्टीलेवल पार्किंग जैसे प्रोजेक्ट्स का भी जायजा लिया।
इस सम्मेलन में देशभर के 100 से अधिक महापौरों को आमंत्रित किया गया है, जिसमें 50 महापौरों ने आने की स्वीकृति दी है। शनिवार सुबह से शहर के सभी पार्षदों की मौजूदगी में सम्मेलन का आगाज होगा।
सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे अलग-अलग राज्यों के महापौर अपने यहां हुए विकास कार्य, नई योजनाओं और नगरीय निकायों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किए गए कार्यों के साथ ही रायपुर को कैसे वाटर प्लस के साथ सबसे साफ शहर बनाया जा सकता है, इस बारे में बताने के साथ शहर के सुव्यवस्थित विकास पर सुझाव देंगे।
रायपुर महापौर और अभा महापौर परिषद के राष्ट्रीय सचिव एजाज ढेबर ने बताया कि दो दिवसीय राष्ट्रीय महापौर परिषद के सम्मेलन में गुजरात के महापौर अपने वाटर प्लस शहर के बारे में बताएंगे। वहीं इंदौर की महापौर देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर की स्वच्छता को लेकर जानकारी देंगी। मेहमान के रूप में चंडीगढ़ की महापौर समेत देश भर के महापौर इसमें शिरकत करेंगे। इसमें सभी पार्षदों को शहर एवं वार्ड में काम करने अच्छा प्लेटफार्म मिलेगा।
राज्यगीत के साथ होगा सम्मेलन का आगाज
सभापति प्रमोद दुबे ने राष्ट्रीय आयोजन को सफल बनाने के लिए नगर निगम ने अलग-अलग समितियां बनाकर जिम्मेदारियां बांटी हैं। राधेश्याम विभार के सुझाव पर सम्मेलन का शुभारंभ छत्तीसगढ़ के राज्य गीत और सबले बढ़िया छत्तीसगढ़िया के जयघोष के साथ करवाने का फैसला लिया गया है।
कमिश्नर का सीआर लिखने का अधिकार, देश भर में एक जैसा हो चुनाव की उठेगी मांग
अभा महापौर परिषद 22 मई, 2022 को कानपुर में हुए सम्मेलन में जिन मुद्दों पर चर्चा की गई थी। उनमें से कई रायपुर नगर निगम में पहले से लागू हैं। इनमें महापौरों और पार्षदों को सम्मानजनक मानदेय, वार्डों में पार्षदों के बैठने के लिए अलग कार्यालय इत्यादि की चर्चा प्रमुख थी। पिछली बैठक में सबसे बड़ा मुद्दा नगर निगमों को स्वायत्तता प्रदान करने के लिए 30 साल पहले पास किए गए संविधान के 74वें संशोधन को लागू करना था।
देश के कई राज्यों में स्थानीय निकाय अव्यवस्थित हैं। वहां निगमों को स्वायत्तता नहीं है, जबकि छत्तीसगढ़ में रायपुर सहित सभी नगर निगम को पर्याप्त अधिकार और स्वतंत्रता दी गई है। जो राष्ट्रीय हित के मुद्दे हैं, उन पर जरूर सम्मेलन में चर्चा कर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किए जाएंगे।
राजा-महाराजाओं की तरह महापौरों का स्वागत
राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने रायपुर पहुंचे महापौरों का विमानतल और रेलवे स्टेशन में भव्य स्वागत किया गया। रायपुर महापौर एजाज ढेबर खुद ही सभी आमंत्रित महापौरों का स्वागत कर रहे थे। उन्होंने महापौरों पर फूलों की वर्षा की और बग्घी में बैठाकर फोटो सेशन कराते रहे। इस अभूतपूर्व स्वागत से सभी महापौर अभिभूत हो गए। यही नहीं महापौरों ने छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद भी लिया।
यहां के महापौर पहुंचे
सम्मेलन में शामिल होने शुक्रवार को कर्नाटक से पांच, गुजरात से तीन, केरल से एक, उत्तर प्रदेश से पांच, उत्तराखंड से एक, सिक्किम से एक, मध्य प्रदेश से एक, दिल्ली से दो और बिरगांव से नंदलाल साहू समेत अन्य महापौर पहुंचे।
कानपुर की बैठक में ये मुद्दे रखे गए थे
संविधान का 74 वां संशोधन लागू करने प्रस्ताव पास, देशभर में सीधे जनता से महापौर चुने जाने पर सहमति, निगम आयुक्त का अलग आइएएस कैडर निर्धारित करना, निगम आयुक्तों का सीआर लिखने का अधिकार मिले, महापौर-पार्षदों का वेतन बढ़ाने को लेकर प्रस्ताव, पूरे देशभर में निगमों को सुदृढ़ व मजबूत करने, हर वार्ड में अलग पार्षद कार्यालय खोलने आदि पर चर्चा कर प्रस्ताव पारित किए जाएंगे।
रायपुर निगम में यह व्यवस्था
छत्तीसगढ़ में वर्तमान में महापौर-पार्षदों का मानदेय मुख्यमंत्री ने दोगुना किया है। हर वार्ड में पार्षद कार्यालय खोला गया है। निगम आयुक्तों का तबादला औसतन दो साल बाद राजधानी होने के कारण शासन का पूरा फोकस, प्रदेश भर में एकमात्र आत्मनिर्भर रायपुर नगर निगम है।
दूसरे निगमों को बताई यह खूबी
महापौर एजाज ढेबर ने यहां पहुंचे 24 महापौरों को रायपुर में स्थापित सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी), ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, तालाबों का ब्यूटिफिकेशन, बूढ़ातालाब, नालंदा परिसर, धनवंतरि मेडिकल योजना आदि के बारे में जानकारी देने के साथ मौके का निरीक्षण भी कराया।
दूसरे निगमों में यह सीखेंगे
सम्मेलन में स्वच्छता के इंदौर माडल, मोहाली और चंडीगढ़ की ग्रीनरी, आगरा की कचरे से खाद बनाना और भोपाल का वाटर मैनेजमेंट आदि से रायपुर निगम के जनप्रतिनिधि सीखेंगे।