- Home
- breaking
- Chhattisgarh
- पं. रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी के टाइम टेबल जारी, 16 अप्रैल से ऑनलाइन होंगी परीक्षाएं; घर बैठे आंसर लिखने मिलेगा 7 घंटे का वक्त
पं. रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी के टाइम टेबल जारी, 16 अप्रैल से ऑनलाइन होंगी परीक्षाएं; घर बैठे आंसर लिखने मिलेगा 7 घंटे का वक्त
रायपुर , 02 अप्रैल 2022/ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में यूनिवर्सिटी पंडित रविशंकर शुक्ल की परीक्षाएं 16 अप्रैल से होने जा रही हैं। राज्य सरकार के ताजा आदेश के मुताबिक 16 अप्रैल से ऑफलाइन की जगह ऑनलाइन परीक्षा ली जाएगी। ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और सर्टिफिकेट कोर्स के लिए परीक्षा होगी। इस परीक्षा में डेढ़ लाख से अधिक स्टूडेंट शामिल होंगे।
अब परीक्षा को लेकर यूनिवर्सिटी ने अधिसूचना जारी की है। शुक्रवार को हुई बैठक के बाद यूनिवर्सिटी ने तय किया है कि अब स्टूडेंट्स को आंसर शीट बांटी जाएगी। 2 अप्रैल से 13 अप्रैल तक आंसर शीट यूनिवर्सिटी और कॉलेज से दी जाएगी, इन्हें स्टूडेंट कलेक्ट कर सकते हैं।
मेल और वॉट्सऐप पर आएंगे प्रश्नपत्र
13 अप्रैल को आंसर शीट बांट दिए जाने के बाद, 16 अप्रैल से परीक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी । सुबह 8:00 बजे स्टूडेंट के रजिस्टर्ड ईमेल आईडी, मोबाइल के वॉट्सऐप नंबर पर प्रश्नपत्र भेजे जाएंगे। जिस दिन प्रश्नपत्र भेजे जाएंगे उसी दिन आंसर शीट जमा करनी होगी। दोपहर 3:00 बजे तक कॉलेज या युनिवर्सिटी जाकर ये आंसर शीट स्टूडेंट जमा कर सकेंगे। यानी घर बैठे आंसर लिखने के लिए लगभग 7 घंटे स्टूडेंट्स को मिलेंगे।
ऑनलाइन परीक्षा पर हुआ था बवाल
पिछले सप्ताह रायपुर में कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI ने विश्वविद्यालय का घेराव कर दिया था। कुलपति के पास जाकर छात्रों ने बवाल किया, मांग करते हुए कहा गया था कि छात्रों की पूरे साल सही ढंग से पढ़ाई नहीं हो पाई थी। इसलिए परीक्षा ऑनलाइन ही लें। यूनिवर्सिटी की तरफ से परीक्षा ऑफलाइन मोड में लिए जाने के लिए आदेश जारी हुआ, मगर इस सियासी बवाल के बाद आदेश वापस लिया गया।
दुर्ग में 5 अप्रैल से होगी परीक्षा
5 अप्रैल से दुर्ग में युनिवर्सिटी एग्जाम होंगे। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग ने ऑनलाइन परीक्षाओं को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। पहली बार ऑनलाइन परीक्षा में ऐसा नियम बनाया गया है कि यदि स्टूडेंट किसी और से उत्तर पुस्तिका लिखवाने की कोशिश की तो उसके खिलाफ नकल का प्रकरण दर्ज होगा। अगर परीक्षार्थी की उत्तर पुस्तिका में एक से अधिक व्यक्तियों की हैंडराइटिंग पाई गई तो संबंधित परीक्षार्थी के खिलाफ नकल का प्रकरण दर्ज किया जाएगा। इतना ही नहीं ऐसी उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन भी नहीं किया जाएगा।