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खैरागढ़ विधानसभा उप चुनाव में भाजपा ने पूर्व विधायक कोमल जंघेल को टिकट दी

3 years ago
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BJP candidate decided: Former MLA Komal Janghel got ticket in Khairagarh,  lost 2018 election by only 870 votes | खैरागढ़ में पूर्व विधायक कोमल जंघेल  को टिकट, 870 वोटों से हारे थे

रायपुर, 23 मार्च 2022/   भारतीय जनता पार्टी ने भी खैरागढ़ विधानसभा उप चुनाव के लिए प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। केंद्रीय चुनाव समिति ने उप चुनाव के लिए पूर्व विधायक काेमल जंघेल को टिकट दिया है। कोमल पहले भी दो बार खैरागढ़ का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 2018 का आम विधानसभा चुनाव वे महज 870 वोटों के अंतर से हारे थे।

भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति की पिछले सप्ताह हुई बैठक में 10 दावेदारों के नामों पर चर्चा हुई थी। इस दौरान एक-एक दावेदार की सामाजिक-राजनैतिक पृष्ठभूमि पर बात हुई। इस पर जोर सामाजिक समीकरण और जीत की संभावना पर ही था। अंत में तीन नामों का एक पैनल बनाया गया। इसमें पूर्व विधायक कोमल जंघेल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह और डोमेश्वरी जंघेल का नाम था। प्रदेश भाजपा ने इन्हीं तीन नामों को दिल्ली भेजा। बताया जा रहा है, जातीय समीकरण को देखते हुए कोमल जंघेल के नाम की संभावना ही अधिक दिख रही थी। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने बुधवार को कोमल जंघेल को प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा कर दी। दैनिक भास्कर ने 17 मार्च को ही कोमल जंघेल को प्रत्याशी बनाए जाने की संभावना जता दी थी। बताया जा रहा है, कोमल बुधवार को ही नामांकन पत्र का एक सेट जमा कर देंगे। 24 मार्च को उनकी नामांकन रैली निकाली जाएगी, उसमें प्रदेश भाजपा के सभी प्रमुख नेता शामिल होने जा रहे हैं।

ऐसे जुटाए गए थे दावेदारों के नाम

भाजपा ने दावेदारों का नाम लेने के लिए पर्यवेक्षक समिति बनाई थी। विधायक शिवरतन शर्मा की अगुवाई वाली इस समिति ने राजनांदगांव और खैरागढ़ जाकर स्थानीय पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं और सामाजिक-व्यापारिक संगठनों के साथ टिकट मांग रहे नेताओं से चर्चा की थी। वहां से रायशुमारी के आधार पर 10 नामों को दावेदार के तौर पर छांटा गया। उनका पूरा विवरण जुटाकर चुनाव समिति में रखा।

दो बार खैरागढ़ के विधायक रहे चुके हैं कोमल

2018 में हुए विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के देवव्रत सिंह ने इस सीट पर भाजपा के कोमल जंघेल को केवल 870 वोटों के अंतर से हराया था। नवम्बर 2021 में देवव्रत सिंह का निधन हो गया। इसके बाद से यह सीट खाली है। 2013 में कांग्रेस के गिरवर जंघेल यहां से विधायक थे। 2007 के उपचुनाव और 2008 के आम चुनाव में भाजपा के कोमल जंघेल ने यह सीट जीती। इससे पहले कांग्रेस के देवव्रत सिंह यहां से विधायक हुआ करते थे।

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