- Home
- breaking
- Chhattisgarh
- बीरगांव में चुनाव की कमान संभालेंगे कांग्रेस के 102 स्टार प्रचारक, मंत्रियों की भी लगी ड्यूटी
बीरगांव में चुनाव की कमान संभालेंगे कांग्रेस के 102 स्टार प्रचारक, मंत्रियों की भी लगी ड्यूटी
रायपुर, 12 दिसंबर 2021/ नगरीय निकाय चुनाव में प्रचार अभियान जोरों पर हैं। इस बीच कांग्रेस ने बीरगांव नगर निगम पर कब्जे के लिए मंत्रियों-विधायकों के साथ बड़ी ताकत झोंकी है। शहर में कांग्रेस उम्मीदवारों के प्रचार के लिए तीन मंत्री, एक सांसद, 11 विधायक, निगम-मंडल और आयोग के पदाधिकारियों के अलावा पड़ोसी रायपुर के 28 पार्षदों को भी लगा दिया गया है। इन नेताओं को एक-एक बूथ की जिम्मेदारी दी जा रही है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के निर्देश के बाद यह जिम्मेदारी दी गई है। प्रदेश महामंत्री रवि घोष ने इन नेताओं की सूची जारी की। इसमें कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया का नाम प्रमुख है।
रविंद्र चौबे रायपुर के प्रभारी मंत्री हैं, इस वजह से वे प्रचार अभियान को लीड भी कर रहे हैं। सांसद छाया वर्मा को भी यहां प्रचार के लिए लगाया गया है। इसके अलावा वरिष्ठ विधायक धनेंद्र साहू भी इस मोर्चे पर होंगे। विधायक विकास उपाध्याय, शिशुपाल शोरी, उत्तरी जांगड़े, विनोद चंद्राकर, शकुंतला साहू, कुंवर सिंह निषाद, रामकुमार यादव, दलेश्वर साहू, छन्नी साहू और कुलदीप जुनेजा को भी प्रचार के मोर्चे पर लगाया गया है।
बिलासपुर महापौर रामशरण यादव और रायपुर महापौर एजाज ढेबर भी इस प्रचार टीम का हिस्सा होंगे। इनके साथ ही रायपुर नगर निगम के 28 कांग्रेस पार्षद बीरगांव में कांग्रेस उम्मीदवारों का प्रचार करते घूमेंगे। बीरगांव सहित प्रदेश के 15 शहरों के आम चुनाव में 20 दिसम्बर को वोट डाले जाएंगे।
मुख्यमंत्री का रोड शो भी होगा
कांग्रेस रायपुर ग्रामीण के जिलाध्यक्ष उधोराम वर्मा ने बताया, सभी नेताओं ने प्रचार-प्रसार का मोर्चा संभाल लिया है। सभा-रैली और बैठकों की एक विस्तृत रूपरेखा बनी है। इसी के मुताबिक काम होगा। उन्होंने बताया, यहां मुख्यमंत्री का रोड शो भी होगा। इसका खाका भी तैयार किया जा रहा है।
इन नेताओं को मिली है बीरगांव जिताने की जिम्मेदारी
पिछली बार भाजपा की महापौर थीं
बिरगांव नगर निगम में पिछली बार 2015 में चुनाव हुआ था। उस समय कांग्रेस के उम्मीदवार अधिकतर वार्डों में पार्षद के तौर पर चुने गये। लेकिन भाजपा की अंबिका यदु ने कांग्रेस की उम्मीदवार सुनीता देवांगन को करीब 5 हजार वोटों से हरा दिया। इस बार चुनाव का नियम बदला है। अब पार्षदों का चुनाव होगा। उसके बाद पार्षद अपने बीच से किसी को महापौर चुनेंगे। ऐसे में बहुमत वाले दल का नेता महापौर और सभापति बनेगा।