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सरकार का फोकस सिर्फ ढाई-ढाई साल के फैसले पर; हमें भी इंतजार, जो होना है जल्दी हो जाए – रमन सिंह
रायपुर 04 अक्टूबर 2021/ छत्तीसगढ़ सरकार में ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री के मसले पर चल रही खींचतान के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने तंज कसा है। सिंह ने कहा, ‘पिछले डेढ़ महीने से सरकार का फोकस सिर्फ ढाई-ढाई के मामले पर है। सरकार के लोग सिर्फ इसी बात पर लगे हैं कि किसे प्रदेश की कमान सौंपी जाए। हमें भी इसका इंतजार है। जो होना है, जल्द ही रहो जाए, जिससे ठप पड़ा काम-काज फिर से शुरू हो जाए।’
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने रायपुर स्थित आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर घटना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि लखीमपुर की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस पूरे मामले में बेवजह की राजनीति करने वालों ने इस घटना में अपनी सियासी रोटी सेंकने का काम किया है।
आदिवासियों के लिए कांग्रेस करती है वोट बैंक की राजनीति
लखीमपुर की घटना की वजह से दिल्ली गए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर सिंह ने कहा कि वो वहां दुख जताने पहुंचे हुए हैं, जबकि बस्तर के सिलगेर में आदिवासियों के आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली से ग्रामीणों की मौत हुई थी। तब प्रदेश के मुख्यमंत्री वहां नहीं गए। आदिवासियों के प्रति इस तरह के दोहरा रवैया अपनाना यह बताता है कि आदिवासियों के लिए प्रदेश की कांग्रेस सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करती है।
विधायकों को दबाव बनाने भेजा जा रहा
डॉ. रमन ने विधायकों के दिल्ली जाने के मामले पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगर सब कुछ ठीक होता तो आखिर विधायक दिल्ली क्यों जाते? यह पहली बार है जब छत्तीसगढ़ की ताकत इस कदर बढ़ी है कि वह केंद्र में अपनी पार्टी के बड़े नेताओं पर विधायकों को बैठाकर दबाव बनाने का काम कर रहा है। बेटे की शादी, बीमारी और अलग-अलग बहाने बनाकर विधायक एक साथ यहां से जाते हैं और एक साथ ही चार्टर्ड प्लेन में आते हैं, कोई विधायक चार्टर्ड प्लेन में हवाई सफर कैसे कर सकता है, उन्हें लाया जा रहा है और दबाव की राजनीति के लिए भेजा जा रहा है।