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रमन सिंह के बयान पर कांग्रेस का पलटवार; कहा- कवासी लखमा 80 लाख आदिवासियों की आवाज, पूर्व CM को आत्ममंथन की जरूरत

3 years ago
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विधायक देवेंद्र यादव को पार्टी में मिली अहम जिम्मेदारी.... पार्टी ने  प्रवक्ता बनाया...युवा विधायक ने जताया सभी का आभार - NPG | CG No. 1 News  Portal ...

 

 

 

भिलाई 21 जुलाई 2021/    छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री कवासी लखमा की ‘क्षमता’ को लेकर सियासत गरमाने लगी है। पूर्व CM डॉ. रमन सिंह के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। कहा है कि कवासी लखमा प्रदेश के 80 लाख आदिवासियों की आवाज हैं। उनकी क्षमता को आंकना छत्तीसगढ़ की 31 फीसदी आबादी की क्षमता को आंकना है। कहा, रमन सिंह के अहंकारी व्यवहार के कारण ही भाजपा 14 सीटों पर सिमट गई है। पूर्व CM ने कहा था कि मंत्री के पास सोच, समझ नहीं है। उन्हें खुद नहीं पता कि क्या कह रहे हैं।

भिलाई शहर विधायक और PCC प्रवक्ता देवेंद्र यादव ने कहा कि कवासी लखमा बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित क्षेत्र कोंटा विधानसभा से विधायक हैं। वह आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ के एक सरल, सीधे व्यक्तित्व के धनी किसान नेता हैं। डॉ. रमन सिंह और उनकी टीम लगातार मंत्री लखमा की क्षमता को लेकर गलती करती है। इसी का नतीजा है कि बस्तर से लेकर सरगुजा तक आदिवासियों ने कमल के फूल को जड़ समेत उखाड़ फेंका है।

आदिवासी नेता के लिए पूर्व मुख्यमंत्री की टिप्पणी अशोभनीय
PCC प्रवक्ता देवेंद्र यादव ने कहा कि कवासी लखमा गोंड आदिवासी समाज से आते हैं और 1998 से निरंतर विधायक बनते आ रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कैबिनेट में पूरे समाज के प्रतिनिधि के रूप में वे छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा कर रहे हैं। उन पर पूर्व मुख्यमंत्री की ऐसी टिप्पणी अशोभनीय है और आदिवासियों के प्रति उनकी सोच का परिचय देती है। डॉ. रमन सिंह को अपने विचारों को लेकर आत्ममंथन करने की जरूरत है।

भाजपा प्रदेश प्रभारी को लेकर बोले थे मंत्री लखमा
दरअसल, सारा विवाद बस्तर में धर्मांतरण के मुद्दे और उसे लेकर तीन दिन पहले भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के बयान से शुरू हुआ। इसके बाद आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने सोमवार को कहा कि डी. पुरंदेश्वरी हैदराबाद से हवाई जहाज से आई हैं। व्हाट्सएप में आई खबरों को ही देखा है। पुरंदेश्वरी ने बस्तर का क्षेत्र नहीं देखा है। बस्तर में कांग्रेस सरकार आने के बाद कोई धर्मांतरण नहीं हुआ है। आदिवासी लोग बहुत संगठित हैं।

रमन सिंह ने कहा था- मंत्री खुद नहीं जानते कि वह क्या कहते हैं
आबकारी मंत्री कवासी लखमा के भाजपा प्रदेश प्रभारी पर दिए बयान के बाद मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कटाक्ष किया था। उन्होंने कहा था कि कवासी लखमा की ना सोच है, और ना समझ है। ना ही जानकारी है कि पुरंदेश्वरी जी कहां से आती हैं। उनका क्या बैकग्राउंड है, वो किस परिवार से आती है। किस प्रकार से वो सांसद के रूप में कार्य करके आई हैं। अब उस मंत्री के बारे में क्या कहा जाए, जो खुद यह नहीं जानते कि वो क्या कह रहे हैं।

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