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इस जिले के 173 गांवों में कोरोना लहर का कोई असर नहीं

4 years ago
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Coronavirus In Raigarh: 3 New COVID-19 Cases In Raigarh District Of CG -  Coronavirus in Raigarh: आधी रात रायगढ़ में मिले तीन कोरोना मरीज, संक्रमितों  में 2 महिला, एक पुरुष | Patrika News

 

 

रायगढ़ 02 जून 2021/   छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन में छूट बढ़ा दी गई है। अब रेस्टोरेंट, बार, होटल भी खुल सकेंगे और क्षमता से 50% लोगों को बैठाकर खिला भी सकेंगे। हालांकि, यह व्यवस्था सिर्फ 18 जिलों के लिए है। बाकी में जहां संक्रमण दर 5% से ज्यादा हैं, वहां छूट नहीं बढ़ाई गई है। इनमें रायगढ़ भी शामिल है। खास बात यह है कि इसी जिले के 173 गांवों में कोरोना का कोई असर नहीं है। दोनों लहर में यहां एक भी केस अब तक नहीं मिले हैं। जबकि 676 गांव कोरोना मुक्त हो चुके हैं। जिले में 1435 गांव हैं जिनमें से 586 गांवों में ही कोरोना के एक्टिव मरीज हैं।

इसके अलावा अब जिले के 676 से ज्यादा गांव पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुके हैं। यहां पर एक भी एक्टिव केस नहीं है। इसके लिए प्रशासन के साथ ग्रामीणों ने भी सहयोग किया।

 

गांव लेकर आए सेल्फ कंटेनमेंट मॉडल, कोरोना हुआ बेअसर
दरअसल, कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ज्यादा घातक साबित हुई। शहर से लेकर गांव तक चपेट में आए और सबसे ज्यादा निशाना युवा बने। ऐसे में रायगढ़ के 173 गांवों ने मिसाल कायम कर दी। उन्होंने गांवों में संक्रमण के आने पर ही रोक लगा दी, जिसके चलते कोरोना की दोनों लहर में अभी तक एक भी केस इन गांवों में सामने नहीं आए हैं। इसके लिए इन गांवों ने कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया और इसके साथ ही सेल्फ कंटेनमेंट मॉडल लेकर आए। इसके चलते संक्रमण को आने ही नहीं दिया।

सामाजिक कार्यक्रमों पर नजर रखी, मास्क अनिवार्य किया
बरमकेला विकासखंड का गांव है कुधरगड़ी। यहां की सरपंच गायत्री पटेल कहती हैं कि मास्क अनिवार्य किया गया। लोगों को समझाया गया कि घरों से बाहर निकले तो मास्क जरूर लगाएं। बार-बार हाथ धोते रहें। पंचायत की ओर से भी मास्क और सैनिटाइजर बांटे गए। बाहर से आने वालों को क्वारैंटाइन किया गया। सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ही सामाजिक कार्यक्रम हुए। उनकी निगरानी की गई। इसके लिए सरपंच, पंच और कोटवार को जिम्मेदारी दी गई।

बाहर से आए लोगों की रिपोर्ट निगेटिव, फिर भी किया क्वारैंटाइन
वहीं घरघोड़ा के गांव पत्तरापाली के सरपंच आमालाल राठिया ने बताया कि लोगों को हमेशा मास्क पहनने, हाथों की नियमित सफाई करने को कहा। बाहर से आने वालों की निगरानी की गई। जो भी आया उसकी जांच कराई गई। रिपोर्ट निगेटिव थी, फिर भी उन्हें क्वारैंटाइन कराया गया। जिले का धरमजयगढ़ सबसे ज्यादा संक्रमण से प्रभावित है। फिर भी यहां के लक्ष्मीपुर पंचायत के गांव सेमीपाली खुर्द में एक भी केस नहीं है। यहां के लोग गांव से बाहर नहीं निकले और सब से दूरी बनाकर रखी।

… और अब 676 गांव भी पूरी तरह से कोरोना मुक्त, जो दिखा रहे राह
इसके अलावा अब जिले के 676 से ज्यादा गांव पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुके हैं। यहां पर एक भी एक्टिव केस नहीं है। इसके लिए प्रशासन के साथ ग्रामीणों ने भी सहयोग किया। जागरूकता दिखाई और खुद आगे आए। इन गांवों ने बता दिया कि हम कोरोना को हराने में सक्षम हैं। कलेक्टर भीम सिंह के कहते हैं कि सभी नियमों का पालन खुद से करेंगे। लक्षण दिखने पर जांच, इलाज और बचाव के लिए टीके का उपाय अपनाएंगे तो संक्रमण की रोकथाम बहुत जल्द संभव है। इन गांवों ने साबित किया है।

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