इस बार अक्षय तृतीया पर सोने में निवेश दिला सकता है शानदार रिटर्न, साल के आखिर तक 55 हजार तक जा सकता है
नई दिल्ली, 12 मई 2021/ इस साल 14 मई को अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। इस दिन हमारे देश में सोना खरीदना शुभ माना जाता है। पिछले महीने यानी अप्रैल में सोने में काफी तेजी देखी गई है और एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले महीनों में भी सोने में तेजी रहेगी। अप्रैल महीने में ही सोना 2,601 महंगा हुआ है। ऐसे में इस अक्षय तृतीया सोने में निवेश आपको मोटा मुनाफा दिला सकता है।
इस साल के आखिर तक फिर 55 हजार तक जा सकता है सोना
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि देश में कोरोना लगातार बढ़ रहा है। इससे भी लोगों में डर का माहौल है। इसके अलावा देश में महंगाई भी बढ़ने लगी है। इससे भी सोने के दाम आने वाले दिनों में बढ़ेंगे। अगर ऐसा ही माहौल रहा तो इस साल के आखिर तक सोना 55 हजार रुपए पर पहुंच सकता है। वहीं अगर आने वाले एक साल की बाते करें तो 2022 की अक्षय तृतीया तक ये 58 से 60 हजार तक जा सकता है।
आने वाले महीनों में भी सोने में रहेगी तेजी
पृथ्वी फिनमार्ट के डायरेक्टर मनोज कुमार जैन कहते हैं कि अर्थव्यवस्था में तब भी गिरावट आती है तब सोना महंगा होने लगता है। अभी भी कोरोना के कारण ऐसा ही माहौल बना हुआ है। ऐसे में आने वाले 5 से 6 महीनों में सोना 55 हजार तक जा सकता है।
बीते 1 साल में सोने ने दिया 5% का रिटर्न
12 मई 2020 को सोना 45,785 प्रति 10 ग्राम पर था जो अब 47,807 रुपए पर आ गया है। यानी गोल्ड ने बीते 1 साल में करीब 5% का रिटर्न दिया है। वहीं बीते 5 सालों में सोने ने 60% का रिटर्न दिया है।12 मई 2016 को सोना 29,946 रुपए पर था।
पिछले साल कोरोना की पहली लहर में 56 हजार पर पहुंच गया था सोना
पिछले साल जब कोरोना अपने चरम पर था तक सोने का भाव अपने हाई पर पहुंच गया था। अगस्त 2020 में 56,200 रुपए के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था। उस समय कोरोना महामारी के कारण निवेशकों में डर का माहौल बना हुआ था। इस समय फिर एक बार ऐसा ही माहौल बनने लेगा है।
सोने में लम्बी अवधि के लिए निवेश ही फायदेमंद
अजय केडिया कहते हैं कि सोने में लम्बे समय के लिए निवेश सही रहता है, क्योंकि इससे इस पर होने वाले उतार चढ़ाव का असर नहीं होगा और आपको सही रिटर्न मिल सकेगा। सोने में कम से कम 3 से 5 साल के लिए रिटर्न करना सही रहेगा।
क्यों महंगा हो रहा सोना?
- कोरोना के कारण दुनियाभर में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। इसके शेयर बाजार में ज्यादा उतार-चढ़ाव होत रहा है। माना जाता है कि इस दौरान निवेशक शेयरों से पैसा निकालकर सोने में निवेश करते हैं। इससे भी सोने के दाम बढ़ने लगते हैं।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर कमजोर हो रहा है। इतना ही नहीं रुपया भी डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ है। इससे भी सोने को सपोर्ट मिल रहा है।
- चीन में बैंकों को सोना इंपोर्ट करने की मंजूरी से आने वाले दिनों में सोने-चांदी में तेजी देखने को मिल सकती है।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने के दाम तेजी से बढ़ने लगे हैं। सोने की कीमत 1,835 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस के पार निकल गई है। 1 अप्रैल को सोना 1,730 अमेरिकी डॉलर पर था।
- खुदरा और थोक महंगाई दर के आंकड़ों भी 8 साल के उच्चतम स्तर पर आ गए हैं। जिससे सोना और चांदी को सपोर्ट मिल रहा है।