- Home
- breaking
- Chhattisgarh
- भाजपा और कांग्रेस का बूथ मैनेंजमेंट पर खास फोकस, मंत्री और पूर्व मंत्रियों को दी गई जिम्मेवारी
भाजपा और कांग्रेस का बूथ मैनेंजमेंट पर खास फोकस, मंत्री और पूर्व मंत्रियों को दी गई जिम्मेवारी
छत्तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण सीट पर हो रहे विधानसभा उपचुनाव में पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दल हर हाल में इस सीट को जीतने की कोशिश में हैं. जीत पक्की करने के लिए दोनों ही दल बूथ मैनेजमेंट पर स्पेशल फोकस कर रहे हैं. बता दें कि इस विधानसभा सीट में कुल 254 पोलिंग बूथ हैं. यहां 13 नवंबर को मतदान होना है और 23 नवंबर को परिणाम सामने आ जाएंगे.
एक बार भी नहीं जीती है कांग्रेस
रायपुर दक्षिण सीट पर सीधा मुकाबला बीजेपी के सुनील सोनी और कांग्रेस के आकाश शर्मा के बीच माना जा रहा है. इस सीट पर कभी जीत का स्वाद नहीं चखने वाली कांग्रेस भी इस उपचुनाव के परिणाम को हर हाल में अपने पक्ष में करने की पूरी कोशिश कर रही है. कांग्रेस ने संगठन के अपने शीर्ष नेताओं के साथ ही पूर्व मंत्रियों को भी चुनाव में जिम्मा सौंप रखा है. कांग्रेस का भी हर बूथ पर फोकस है.
मंत्री से लेकर कार्यकर्ता तक उतरे मैदान में
एक ओर जहां प्रत्याशी जनता से संपर्क में लगे हैं तो वहीं दूसरी ओर संगठन रणनीति बनाकर एक-एक कदम आगे बढ़ा रहा है. 2 लाख 59 हजार 948 मतदाताओं वाले रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में 254 बूथ हैं. हर बूथ को मैनेज करने के लिए बीजेपी अपनी अलग ही रणनीति बनाकर काम कर रही है. मंत्री से लेकर कार्यकर्ता तक बूथ मैनेजमेंट में लग गए हैं.
जीत पर कोई संदेह नहीं-बीजेपी प्रवक्ता
छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रवक्ता अनुराग अग्रवाल का इस चुनाव को लेकर कहना है कि बीजेपी हर चुनाव को पूरी ताकत से लड़ती है. रायपुर दक्षिण में बीजेपी की जीत पर कोई संदेह ही नहीं है. फिर भी इस चुनाव में भी पार्टी ने हर स्तर और हर मोर्चे पर सबको जिम्मेदारी सौंपी है. इसमें मंत्री, विधायक, संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सबकी भागीदारी और जिम्मेदारी है. किसी भी चुनाव में बूथ मैनेजमेंट बहुत महत्वपूर्ण होता है.
बूथ स्तर पर मेन फोकस-कांग्रेस प्रवक्ता
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय ठाकुर का कहना है कि रायपुर दक्षिण उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी बूथ स्तर पर काम कर रही है. बूथ स्तर पर प्रभारी नियुक्त किए गए हैं. विधायक और पूर्व विधायकों को बूथ की जिम्मेदारी सौंपी गई है. साथ ही, पूर्व मंत्रियों को भी बूथ स्तर की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वार्ड स्तर पर कमेटियां बनाई गई हैं. प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज भी चुनाव प्रचार में हैं. उपचुनाव में कांग्रेस भाजपा से बहुत आगे है.