फल खाना अच्छी बात, लेकिन ऐसे न खाएं, जानें क्या कहता है आयुर्वेद
03 अक्टूबर 2022/ फलों का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है, लेकिन हर फल को खाने का एक खास तरीका व समय होता है। इस संबंध में आयुर्वेद में भी विस्तार से बताया गया है। हम सभी फलों को काफी हेल्दी और सेहतमंद मानते हैं लेकिन उनका सेवन करते समय कई बार कुछ गलतियां कर देते हैं, जिससे उसका पूरा फायदा हमें नहीं मिल पाता है। फलों से पूरे पौष्टिक तत्व प्राप्त करने के लिए हमें कुछ गलतियां को दोहराने से बचना होगा। आयुर्वेद में बताया गया है कि जितना फलों को खाना जरूरी है, उतना ही उन्हें सही ढंग से खाना भी जरूरी है। फलों का सेवन करते समय इन बातों की सावधानी रखें –
खाना खाते समय फलों को न खाएं
कई बार बैलेंस मील खाने के चक्कर में हम फलों का सेवन ज्यादा करने लगते हैं, लेकिन ऐसा करने से पेट पर टॉक्सिक प्रभाव पड़ेगा। पाचन ढंग से नहीं होगा। इस कारण से त्वचा संबंधित समस्याएं और ब्लोटिंग आदि देखने को मिल सकती है।
फलों का जूस न पिएं, चबाकर खाएं
लोग फलों का ज्यूस पीना पसंद करते हैं, लेकिन इसके बजाय फलों को चबाकर खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। ज्यादा उम्र के कारण यदि आपके इलेक्ट्रोलाइट टिश्यू असंतुलित हो गए हैं या फिर बुढ़ापे के कारण दांत कमजोर हैं तो जूस पी सकते हैं। लेकिन फलों को चबाने से शरीर को ज्यादा पोषक तत्व मिलते हैं।
डिनर के बाद या साथ में फल बिल्कुल न खाएं
डिनर के बाद या पहले कभी भी फलों का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से पाचन संबंधी दिक्कत हो सकती है। कफ दोष बढ़ सकता है। गैस की भी दिक्कत हो सकती है।
फल को दूध के साथ मिक्स कर न खाएं
दूध में फलों को मिलाने से यह तालमेल शरीर में नकारात्मक हो जाता है। शेक या फिर किसी भी तरीके से फलों को दूध के साथ मिक्स करके नहीं खाना चाहिए। यह एक-दूसरे के विरुद्ध आहार माने जाते हैं।