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11 तस्वीरों में देखें 2021 की यादें : बस्तर वासियों के लिए रहा कभी खुशी-कभी गम, नक्सल एनकाउंटर से लेकर बस्तर के आंदोलन की कहानी

3 years ago
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बस्तरवासियों के सहयोग से निपटेगा इस बार का दशहरा-पहले से ही 61 लाख के कर्जे  में है कमेटी – बस्तर एक्सप्रेस इन

जगदलपुर, 31 दिसंबर 2021/   छत्तीसगढ़ के बस्तर वासियों के लिए साल 2021 कभी खुशी तो कभी गम लेकर आया। दैनिक भास्कर साल 2021 में हुई नक्सल घटनाएं, कोरोना वैक्सीनेशन, बस्तर दशहरा से लेकर मुठभेड़ तक 11 तस्वीरों के जरिए एक बार फिर से आपको रूबरू करा रहा है।

साल 2021 में विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा में ऐतिहासिक भीड़ देखने को मिली। तस्वीर में आप जिस भीड़ को देख रहे हैं यह मावली परघाव रस्म की है। बस्तर के राजा कमलचंद भंज देव ने परंपरा अनुसार मावली परघाव रस्म की अदायगी की। मां दंतेश्वरी और मां मावली के दर्शन करने हजारों लोग पहुंचे थे।
साल 2021 में विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा में ऐतिहासिक भीड़ देखने को मिली। तस्वीर में आप जिस भीड़ को देख रहे हैं यह मावली परघाव रस्म की है। बस्तर के राजा कमलचंद भंज देव ने परंपरा अनुसार मावली परघाव रस्म की अदायगी की। मां दंतेश्वरी और मां मावली के दर्शन करने हजारों लोग पहुंचे थे।
साल 2021 छत्तीसगढ़ सरकार के लिए आंदोलन से घिरा रहा। सबसे ज्यादा बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में ग्रामीणों का आंदोलन चला। सिलगेर में पिछले 8 महीने से सैकड़ों ग्रामीण आंदोलन पुलिस कैंप के विरोध में आंदोलन में बैठे हैं। इसके अलावा बेचापाल, गांगलूर के पुसनार और बुर्जी में भी कैंप और सड़क के विरोध में ग्रामीणों का आंदोलन चल रहा है। इधर कांकेर जिले के बेचाघाट में भी पुल के विरोध में सैकड़ों ग्रामीण विरोध पर उतर आएं हैं।
साल 2021 छत्तीसगढ़ सरकार के लिए आंदोलन से घिरा रहा। सबसे ज्यादा बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में ग्रामीणों का आंदोलन चला। सिलगेर में पिछले 8 महीने से सैकड़ों ग्रामीण आंदोलन पुलिस कैंप के विरोध में आंदोलन में बैठे हैं। इसके अलावा बेचापाल, गांगलूर के पुसनार और बुर्जी में भी कैंप और सड़क के विरोध में ग्रामीणों का आंदोलन चल रहा है। इधर कांकेर जिले के बेचाघाट में भी पुल के विरोध में सैकड़ों ग्रामीण विरोध पर उतर आएं हैं।
ऐसा कहा जाता है कि छत्तीसगढ़ की सत्ता का रास्ता बस्तर से होकर जाता है। अपने इसी रास्ते को तलाशने और रणनीति बनाने के लिए साल 2021 में भाजपा ने अपने चिंतन शिविर की शुरुआत बस्तर से की। भाजपा के इस चिंतन शिविर में केंद्र से लेकर राज्य के कई बड़े दिग्गज नेता उपस्थित हुए थे। जिन्होंने आने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीतियां बनाईं।
ऐसा कहा जाता है कि छत्तीसगढ़ की सत्ता का रास्ता बस्तर से होकर जाता है। अपने इसी रास्ते को तलाशने और रणनीति बनाने के लिए साल 2021 में भाजपा ने अपने चिंतन शिविर की शुरुआत बस्तर से की। भाजपा के इस चिंतन शिविर में केंद्र से लेकर राज्य के कई बड़े दिग्गज नेता उपस्थित हुए थे। जिन्होंने आने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीतियां बनाईं।
बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए। शहीदों में DRG, STF, कोबरा बटालियन और बस्तर बटालियन के जवान शामिल थे। मुठभेड़ में 9 नक्सलियों के भी मारे जाने का दावा किया गया था। इस मुठभेड़ के बाद नक्सलियों ने कोबरा के एक जवान राकेश्वर सिंह मन्हास को अगवा कर लिया था। जिसे बाद में छोड़ दिया गया। यह नक्सल घटना साल 2021 की सबसे बड़ी घटना थी।
बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए। शहीदों में DRG, STF, कोबरा बटालियन और बस्तर बटालियन के जवान शामिल थे। मुठभेड़ में 9 नक्सलियों के भी मारे जाने का दावा किया गया था। इस मुठभेड़ के बाद नक्सलियों ने कोबरा के एक जवान राकेश्वर सिंह मन्हास को अगवा कर लिया था। जिसे बाद में छोड़ दिया गया। यह नक्सल घटना साल 2021 की सबसे बड़ी घटना थी।
जगदलपुर शहर में स्थित लगभग 400 साल पुराना दलपत सागर का कायाकल्प हुआ है। प्रशासन के साथ मिलकर शहर वासियों ने इसकी सूरत ही बदल दी। साथ ही 90 हजार दीयों से दलपत सागर को सजा कर एक बड़ा रिकॉर्ड भी बनाया गया। वहीं 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड' में भी इसे दर्ज कराने का प्रयास किया गया।
जगदलपुर शहर में स्थित लगभग 400 साल पुराना दलपत सागर का कायाकल्प हुआ है। प्रशासन के साथ मिलकर शहर वासियों ने इसकी सूरत ही बदल दी। साथ ही 90 हजार दीयों से दलपत सागर को सजा कर एक बड़ा रिकॉर्ड भी बनाया गया। वहीं ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में भी इसे दर्ज कराने का प्रयास किया गया।
बीजापुर में नक्सलियों ने PMGSY के सब इंजीनियर को अगवा कर लिया था। जिसे 7 बाद छोड़ दिया गया था। पति को अपनी आंखों के सामने जिंदा देख अर्पिता बिलख पड़ी थी। अजय को गले से लगाया और कहा- आप को छुड़वाने के लिए मैंने हिम्मत नहीं हारी। हमने अपनी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखें हैं। ये हमारा बुरा वक्त था। मुझे पता है आप बहुत हिम्मत वाले हैं। गांव के लोग भी बहुत अच्छे हैं। आप को ढूंढने मैं निकल पड़ी थी। मैं जानती थी कि आपको कुछ नहीं होगा। जिंदगी में आगे भी कई मुश्किलें आएंगी, हम दोनों साथ मिलकर लड़ेंगे। यह साल 2021 की सबसे मार्मिक तस्वीरों में से एक है।
बीजापुर में नक्सलियों ने PMGSY के सब इंजीनियर को अगवा कर लिया था। जिसे 7 बाद छोड़ दिया गया था। पति को अपनी आंखों के सामने जिंदा देख अर्पिता बिलख पड़ी थी। अजय को गले से लगाया और कहा- आप को छुड़वाने के लिए मैंने हिम्मत नहीं हारी। हमने अपनी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखें हैं। ये हमारा बुरा वक्त था। मुझे पता है आप बहुत हिम्मत वाले हैं। गांव के लोग भी बहुत अच्छे हैं। आप को ढूंढने मैं निकल पड़ी थी। मैं जानती थी कि आपको कुछ नहीं होगा। जिंदगी में आगे भी कई मुश्किलें आएंगी, हम दोनों साथ मिलकर लड़ेंगे। यह साल 2021 की सबसे मार्मिक तस्वीरों में से एक है।
बीजापुर जिले के धुर नक्सल प्रभावित इलाके पेद्दा जोजेर में 15 सालों के बाद फिर से स्कूल खुल सकी। यहां की स्कूल को माओवादियों ने तोड़ दिया था। लेकिन शिक्षा विभाग के अथक प्रयास से स्कूल को 15 सालों के बाद फिर से साल 2021 में खोला गया। अब इस इलाके के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल पा रही है।
बीजापुर जिले के धुर नक्सल प्रभावित इलाके पेद्दा जोजेर में 15 सालों के बाद फिर से स्कूल खुल सकी। यहां की स्कूल को माओवादियों ने तोड़ दिया था। लेकिन शिक्षा विभाग के अथक प्रयास से स्कूल को 15 सालों के बाद फिर से साल 2021 में खोला गया। अब इस इलाके के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल पा रही है।
दंतेवाड़ा जिले का नक्सल प्रभावित गांव रेंगानार, यहां की आधी आबादी अशिक्षित है, लेकिन वैक्सीनेशन को लेकर ऐसी जागरूकता रही कि प्रदेशभर में इस पंचायत ने 100% वैक्सीनेशन का नया कीर्तिमान रच दिया। यह प्रदेश की पहली मॉडल ग्राम पंचायत बन गई है। इस गांव के सभी ग्रामीणों ने कोरोना की वैक्सीन लगवा ली है। इस सफलता को लेकर कलेक्टर ने भी इस गांव को इनाम के रूप में 20 लाख रुपए भी दिए थे। यह पैसा गांव के विकास कार्यों में लगाया गया।
दंतेवाड़ा जिले का नक्सल प्रभावित गांव रेंगानार, यहां की आधी आबादी अशिक्षित है, लेकिन वैक्सीनेशन को लेकर ऐसी जागरूकता रही कि प्रदेशभर में इस पंचायत ने 100% वैक्सीनेशन का नया कीर्तिमान रच दिया। यह प्रदेश की पहली मॉडल ग्राम पंचायत बन गई है। इस गांव के सभी ग्रामीणों ने कोरोना की वैक्सीन लगवा ली है। इस सफलता को लेकर कलेक्टर ने भी इस गांव को इनाम के रूप में 20 लाख रुपए भी दिए थे। यह पैसा गांव के विकास कार्यों में लगाया गया।
खूंखार आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकियों को मारने में सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाले CRPF के अफसर हर्षपाल सिंह को कीर्ति चक्र से नवाजा गया है। दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों यह चक्र उन्हें मिला है। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य अफसरों की भी मौजूदगी रही। हर्षपाल को कीर्ति चक्र मिलने की घोषणा दो साल पहले यानी 14 अगस्त 2019 को हुई थी।
खूंखार आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकियों को मारने में सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाले CRPF के अफसर हर्षपाल सिंह को कीर्ति चक्र से नवाजा गया है। दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों यह चक्र उन्हें मिला है। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य अफसरों की भी मौजूदगी रही। हर्षपाल को कीर्ति चक्र मिलने की घोषणा दो साल पहले यानी 14 अगस्त 2019 को हुई थी।
साल 2021 नक्सलियों के लिए सबसे नुकसान दायक रहा। क्योंकि हरिभूषण, विनोद, अक्की राजू, दामू दादा, जैसे कई बड़े नक्सली लीडरों ने गंभीर बीमारी के चलते दम तोड़ा। ये सभी नक्सली बस्तर समेत तेलंगाना में सक्रिय थे। इन सभी बड़े कैडर के नक्सलियों पर लाखों रुपए का इनाम घोषित था।
साल 2021 नक्सलियों के लिए सबसे नुकसान दायक रहा। क्योंकि हरिभूषण, विनोद, अक्की राजू, दामू दादा, जैसे कई बड़े नक्सली लीडरों ने गंभीर बीमारी के चलते दम तोड़ा। ये सभी नक्सली बस्तर समेत तेलंगाना में सक्रिय थे। इन सभी बड़े कैडर के नक्सलियों पर लाखों रुपए का इनाम घोषित था।
सुकमा जिले के लिंगनपल्ली कैंप में CRPF के एक जवान रितेश रंजन ने अपने 4 साथियों की गोली मारकर हत्या की थी। जिसके बाद जब अफसरों ने रितेश को घटना के बारे में पूछा तो उसने कहा कि 'हां मैंने ही सभी को मारा है। मेरी पत्नी के बारे में गलत कमेंट करते थे। उसे कच्ची कली कहते थे।
सुकमा जिले के लिंगनपल्ली कैंप में CRPF के एक जवान रितेश रंजन ने अपने 4 साथियों की गोली मारकर हत्या की थी। जिसके बाद जब अफसरों ने रितेश को घटना के बारे में पूछा तो उसने कहा कि ‘हां मैंने ही सभी को मारा है। मेरी पत्नी के बारे में गलत कमेंट करते थे। उसे कच्ची कली कहते थे।
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