- Home
- breaking
- Chhattisgarh
- कांस्टेबल पुष्पराज सिंह की मौत या हत्या : गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा- ACS सुब्रत साहू की निगरानी में दूसरे जिले की पुलिस टीम करेगी जांच, विभाग के ही कुछ लोगों पर संदेह
कांस्टेबल पुष्पराज सिंह की मौत या हत्या : गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा- ACS सुब्रत साहू की निगरानी में दूसरे जिले की पुलिस टीम करेगी जांच, विभाग के ही कुछ लोगों पर संदेह
जांजगीर, 19 मई 2021/ छत्तीसगढ़ के जांजगीर में पुलिस कांस्टेबल पुष्पराज सिंह की संदिग्ध हालत में मौत मामले की जांच ACS (अतिरिक्त मुख्य सचिव) सुब्रत साहू को सौंप दी गई है। उनकी निगरानी में दूसरे जिले की पुलिस टीम जांच करेगी। संभवत: प्रदेश में यह पहला मामला होगा, जब किसी अन्य जिले के पुलिस अधिकारियों की टीम जांच करने जाएगी। राज्य के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा, निष्पक्ष जांच के लिए ऐसा किया गया है।
दंडाधिकारी जांच भी आज से शुरू, बयान दर्ज कराए जाएंगे
वहीं दूसरी ओर दंडाधिकारी मेनका प्रधान ने भी बुधवार से मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि मामले में बयान दर्ज कराने के लिए 19 मई को विजय सिंह, प्रियंका सिंह, देवेंद्र धीवर, एमएल जलतारे, रामसिंह क्षत्रिय, बीरसिंह क्षत्रिय को बुलाया गया है। इसके लिए समंस जारी किए गए हैं। SP पारुल माथुर ने कलेक्टर से दंडाधिकारी जांच की अनुशंसा की थी। इसके बाद मामले की जांच SDM को सौंपी गई है।
सड़क किनारे मिली कांस्टेबल की लाश:पुलिस का दावा- सड़क किनारे तार में उलझ कर दम घुटा, परिजन बोले- ये हत्या है; एक दिन पहले सोशल मीडिया पर लिखा था- सस्पेंड करने की मिल रही धमकी
संदिग्ध हालत में स्कूटी चलाते समय बिजली का केबल फंसा था गले में
सक्ती थाने के कांस्टेबल पुष्पराज सिंह की मौत 13 मई की रात संदिग्ध हालत में हुई थी। पुष्पराज अपने साथी कांस्टेबल की स्कूटी लेकर देर रात देशी शराब दुकान की ओर जा रहे थे। उसी समय बिजली केबल में फंस गए। केबल उसकी गर्दन में उलझ गया और वह टाइट हो गया। कांस्टेबल की मौत को उसके परिजन पहले ही हादसा मानने से इनकार कर चुके हैं। उन्होंने विभाग द्वारा की ओर से दी जाने वाली अनुग्रह राशि भी लेने से मना कर दिया था।
पुलिस की कहानी पर संदेह, इसलिए भी हत्या की आशंका
पुलिस की स्टोरी के अनुसार, दो बांस को गाड़कर बिजली का कनेक्शन ले जाया गया था। उसी केबल में कांस्टेबल का गला फंस गया। पुलिस की इस कहानी पर संदेह है। केबल से टकराया तो सामने गिरता। केबल मजबूती से बंधा होता तो स्कूटी आगे बढ़ जाती और कांस्टेबल पीठ के बल गिरता, लेकिन दोनों में से कुछ नहीं हुआ। केबल टकराकर कांस्टेबल के गले में ही फंस गई और इस तरह टाइट हो गई, जैसे दोनों ओ से खींचा गया हो।
आदेश का पालन होगा
ऐसा मीडिया से सुनने को मिला है, अभी आदेश आया नहीं है। जैसा आदेश आएगा उसका पालन किया जाएगा।
– संजय महादेवा, ASP, जांजगीर-चांपा।