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किसान आंदोलन का 66वां दिन : सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर इंटरनेट बंद; उपद्रवियों की तलाश में दिल्ली पुलिस जालंधर पहुंची

4 years ago
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Farmers Protest: किसान आंदोलन का 66वां दिन, सद्भावना दिवस मनाएंगे  प्रदर्शनकारी किसान, करेंगे भूख हड़ताल-kisan andolan farmers protest 57th  day hunger strike | News24

 

 

 

नई दिल्ली, 30 जनवरी 2021/   कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 66वां दिन है, लेकिन पिछले 4 दिन में 2 बार हुई हिंसा के बाद सरकार और पुलिस की तरफ से लगातार एक्शन हो रहा है। केंद्र सरकार ने किसान आंदोलन के तीनों अहम पॉइंट सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर इंटरनेट सर्विस 31 जनवरी की रात 11 बजे तक बंद कर दी है। वहीं 26 जनवरी को हुई हिंसा के सबूत जुटाने के लिए दिल्ली क्राइम ब्रांच और फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम शनिवार को लाल किले पहुंची।

लाल किले में जांच करते फोरेंसिक एक्सपर्ट। 26 जनवरी को उपद्रवियों ने लाल किले में तोड़फोड़ और पुलिसवालों से मारपीट भी की थी।

 

लाल किले में जांच करते फोरेंसिक एक्सपर्ट। 26 जनवरी को उपद्रवियों ने लाल किले में तोड़फोड़ और पुलिसवालों से मारपीट भी की थी।

उधर, दिल्ली पुलिस की टीम ने शनिवार को जालंधर में छापा मारा। यह कार्रवाई भी लाल किले में हुए उपद्रव के मामले में की गई। इसके बारे में जालंधर पुलिस ने बताया कि लाल किले की घटना में शामिल तरन तारन के दो युवकों के यहां छिपे होने की सूचना थी। इसलिए, दिल्ली पुलिस ने यहां के एक इलाके में छापा मारा, लेकिन आरोपी नहीं मिले।

उपद्रव में घायल पुलिसकर्मियों के परिवारों ने प्रदर्शन किया
26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुए उपद्रव में करीब 400 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इसके विरोध में दिल्ली पुलिस महासंघ और घायल जवानों के परिवारों के लोग शहीदी पार्क में प्रदर्शन किया। हिंसा में घायल हेड कॉन्स्टेबल अशोक कुमार ने बताया, ‘मैं लाल किले के गेट पर तैनात था। हम भीड़ को बाहर निकाल रहे थे, इसी दौरान उपद्रवियों ने अचानक हमला कर दिया। उनके हाथों में लाठियां और तलवारें थीं। मुझे सिर और पैरों में चोटें आईं हैं।’

घायल जवानों के परिवारों के साथ ही दिल्ली पुलिस के मौजूदा और रिटायर्ड कर्मचारी भी प्रदर्शन में शामिल हुए।

 

घायल जवानों के परिवारों के साथ ही दिल्ली पुलिस के मौजूदा और रिटायर्ड कर्मचारी भी प्रदर्शन में शामिल हुए।

 

किसानों का गाजीपुर पहुंचने का सिलसिला जारी
UP और हरियाणा से किसान लगातार गाजीपुर पहुंच रहे हैं, क्योंकि मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को हुई महापंचायत में यह अपील की गई थी। उधर, किसान नेता आज एक दिन का उपवास रखकर सद्भावना दिवस मना रहे हैं। इसके जरिए वे 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा का प्रायश्चित करना चाहते हैं।

राजनीतिक दलों का टिकैत को समर्थन जारी
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को राजनीतिक दल खुलकर समर्थन देने लगे हैं। शनिवार को UP कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, दिल्ली कांग्रेस नेता अलका लांबा और हरियाणा से कांग्रेस सांसद दीपेंदर सिंह हुड्डा गाजीपुर पहुंचे। इससे पहले शुक्रवार को राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के नेता जयंत चौधरी और दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया गाजीपुर पहुंचे थे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी टिकैत से कहा कि उनकी पार्टी किसानों के साथ है।

सिंघु बॉर्डर पर हिंसा के मामले में 44 लोग गिरफ्तार
किसान आंदोलन के सबसे बड़े पॉइंट सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को स्थानीय लोगों और किसानों के बीच हिंसा हो गई। इसमें 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक उपद्रवी ने SHO पर तलवार से हमला कर दिया था। इस मामले में अब तक 44 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

 

पंजाब के किसानों की 72 टीमें दूसरे राज्यों के किसानों को साथ लाएंगी
आंदोलन को मजबूत करने के लिए पंजाब के किसान अब दूसरे राज्यों के किसानों को भी साथ लाएंगे। इसके लिए पटियाला से 700, मोगा से 450, गुरदासपुर से 50 और होशियारपुर के टांडा से 70 किसान शुक्रवार को दिल्ली के लिए रवाना हो गए। 41 किसान संगठनों की 72 टीमें हर घर से एक सदस्य को भेजेंगी। ये टीमें दूसरे राज्यों के किसानों को प्रदर्शन में लाएंगी।

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