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छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र : 22 फरवरी से होगी शुरुआत, मार्च के पहले सप्ताह में पेश होगा प्रदेश का बजट

4 years ago
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छत्तीसगढ़ में पांचवी विधानसभा का यह 10वां सत्र होगा। बजट सत्र में सरकार पिछले वर्ष के बजट का वित्तीय लेखा-जोखा भी सामने रखती है। - Dainik Bhaskar
छत्तीसगढ़ में पांचवी विधानसभा का यह 10वां सत्र होगा। 
विधानसभा सचिवालय ने जारी की अधिसूचना
26 मार्च तक प्रस्तावित सत्र में कुल 24 बैठकें

 

 

 

रायपुर, 21 जनवरी 2021/  छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र 22 फरवरी से होगा। विधानसभा सचिवालय ने गुरुवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दिया है। बजट सत्र 26 मार्च तक के लिए प्रस्तावित है। इसमें कुल 24 बैठकें होंगी।

बजट सत्र के कार्यक्रम के मुताबिक 22 फरवरी को सत्र की शुरुआत राज्यपाल अनुसूईया उइके के भाषण से होगी। उसी दिन सरकार राज्यपाल के ज्ञापन पर कृतज्ञता जताने का प्रस्ताव लेकर आएगी। अगले दिनों से उस पर चर्चा होनी है। बताया जा रहा है कि मार्च के पहले सप्ताह में किसी दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश का वार्षिक बजट पेश करेंगे।

बजट को लेकर अभी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विभागों से चर्चा जारी है। बताया जा रहा है कि कोरोना काल में आई वित्तीय दिक्कतों के चलते इस बार कटौती का बजट पेश होगा। इसमें बेहद जरूरी योजनाओं के लिए ही बजट प्रावधान किए जाने हैं। विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 दिसम्बर को खत्म हुआ है। इसमें कुल पांच दिन सभा की कार्यवाही चली थी।

आक्रामक है विपक्ष, हंगामे के आसार

सत्र की घोषणा से पहले ही विपक्ष खासकर भाजपा किसानों और धान खरीदी में दिक्कतों के मुद्दों को लेकर आंदोलित है। भाजपा कल राजधानी में बड़ा प्रदर्शन करने जा रही है, जिसमें प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी भी शामिल होंगी। भाजपा ने इन मुद्दों को सदन में भी उठाने की घोषणा की है।

वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ बिरगांव में प्रतिमा विवाद पर सरकार को घेरने की तैयारी में है। जकांछ वहां छत्तीसगढ़ महतारी आैर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की प्रतिमा लगाना चाहती है, जिसके लिए प्रशासन तैयार नहीं है। इसपर हंगामें के आसार बन रहे हैं।

इन मुद्दों पर भी टकराव

विपक्ष प्रदेश में बढ़ते अपराध, टमाटर उत्पादक किसानों को हुए नुकसान, हाथियों के आतंक, रेत की अवैध आपूर्ति, नशे के फैलते कारोबार पर भी सरकार को घेरने की तैयारी में है। वहीं कांग्रेस भाजपा के शासनकाल से इसकी तुलना करने की कोशिश में है। इन मुद्दों पर चर्चा हुई तो सत्ता पक्ष और विपक्ष में टकराव दिख सकता है।

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