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झाड़ू बनाकर बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र की महिलाएं कमा रहीं लाखों रुपए, दूसरे राज्यों में करती हैं एक्सपोर्ट
बस्तर के नारायणपुर जिले के प्रवास पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की महिलाओं से मुलाकात
नारायणपुर जिले के माड़ गांव में महिलाओं का समूह बनाता है झाडू
नारायणपुर, 10 जनवरी 2020/ रविवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नारायणपुर के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने जिले के माड़ इलाके में चलाए जा रहे एक प्रोसेसिंग यूनिट में जाकर महिलाओं से मुलाकात की। इस यूनिट में महिलाओं के समूह झाड़ू का निर्माण करते हैं। यह झाड़ू देश के कई राज्यों में भेजे जा रहे हैं और इनकी वजह से क्षेत्र की ग्रामीण महिलाओं की लाखों रुपए की आय हो रही है। इस काम से महिलाएं अपने जीवन को भी बदल रही हैं और नक्सल प्रभावित इलाके मैं रहने की वजह से जो पिछड़ेपन की छाप इन पर लगी थी अब रोजगार के जरिए उससे भी उबरने में काफी मदद मिल रही है।
45 हजार झाडू भेजी दिल्ली
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यूनिट में काम करने वाली महिलाओं से मुलाकात की। उनसे झाडू बनाने की प्रक्रिया के बारे में पूछा, कच्चे माल और मजदूरी के बारे में भी बात की। यहां महिलाओं ने बताया कि उनके द्वारा तैयार की गयी माड़ की फुलझाडू छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों में भेजी जा रही हैं। हाल ही में 45 हजार झाडू देश की राजधानी दिल्ली भेजी गयी है। माड़ में बनी झाड़ू से देश की राजधानी की सफाई हो रही है।
लाखों रुपए कमा लेती हैं
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि साल 2019-20 में झाडू़ निर्माण परियोजना के तहत महिलाओं को विभाग ने 315.45 क्विंटल कच्चा माल दिया। 9.46 लाख रूपये का भुगतान संग्राहकों को किया गया। झाडू बनाने को लेकर स्व-सहायता समूह की महिलाओं को 2.29 लाख रूपये की मजदूरी और 3.81 लाख रुपए प्रॉफिट में हिस्सा दिया गया। साल 2020-21 में राज्य शासन ने एमएसपी के तहत 249.10 क्विंटल कच्चा माल फूलझाडू़ तैयार करने के लिए संग्रहित किया। संग्राहकों को 12.45 लाख रूपये का भुगतान किया गया है।