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धरमलाल कौशिक के आरोपों पर मंत्री अमरजीत भगत का जवाब, कहा- गलत बयानी कर रहे नेता प्रतिपक्ष, कहीं भी बंद नहीं हुई धान खरीदी
रायपुर, 24 दिसंबर 2020/ छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है। सदन के चौथे दिन अनुपूरक बजट पर चर्चा हो रही है। सदन में चर्चा के दौरान अनुपूरक बजट सहित अन्य कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का प्रयास किया। वहीं विपक्ष के आरोपों पर मंत्री अमरजीत भगत ने करारा जवाब दिया है।
मंत्री भगत ने नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रदेश में कहीं भी धान खरीदी बंद नहीं हुई है, नेता प्रतिपक्ष सदन के अंदर गलत बयानी कर रहे हैं। केंद्र सरकार से धान के उठाव का अब तक आदेश नहीं आया है।
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष ने कहा है धान की खरीदी में सरकार ने अभी से डंडी मारना शुरू कर दिया है। एक कट्टा में किसानों को 37 रुपए का नुकसान हो रहा है। किसानों को 15 क्विंटल में 1450 रुपए की डंडी सरकार मार रही है।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने आगे कहा कि सरकार ने अभिमान और स्वाभिमान का नारा दिया है। अभिमान से किसी का भला नहीं हो सकता है, अभिमान किसी समाज के लिए कभी लाभप्रद नहीं रहा है। अपनी श्रेष्ठता पर हमें गर्व होना चाहिए, परंतु अभिमान नहीं होना चाहिए। आज यह नजर आता है कि सरकार के चरित्र पर अभिमान नजर आने लगा है।
धरमलाल कौशिक ने आगे कहा कि भूपेश बघेल को इस बात पर अभिमान होगा कि उन्होंने 30 हजार करोड़ का कर्ज लिया। 2 साल के भीतर 12 हजार से अधिक लोगों ने आत्महत्या कर लिया। क्या इस बात पर हमें अभिमान होना चाहिए कि 4098 लोगों का अपहरण हुआ? क्या इस बात पर हमें अभिमान होना चाहिए कि जनवरी 2019 से 4 दिसंबर 2020 तक 5356 बलात्कार की घटनाएं हुई? मैं पूरे 20 साल का सबसे खस्ता बजट किसे कह सकता हूं।
धान खरीदी के पहले पूरी सरकार ने मायाजाल बुनने की कोशिश की। केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि बारदाना उपलब्ध नहीं करा रही है। वास्तव में सरकार को यह बताना चाहिए कि आपने पूरा खरीदने का आर्डर कब दिया? जुलाई के महीने में बारदाने की खरीदी का आर्डर दिया गया है। सरकार ने 1 लाख 45 हजार गठान बारदाने की खरीदी की जूट मिल में आर्डर दिया। सूरजपुर बलरामपुर समेत पूरे सरगुजा संभाग में धान की खरीदी बंद हो गई है। बारदानों की कमी की वजह से कई जिलों में धान की खरीदी नहीं हो पा रहे है।