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दुर्ग में 4 लोगों का मर्डर केस : युवक ने बताया- जमीन बेचने के लिए दलालों ने किया था संपर्क, लेकिन जीजा ने मना कर दिया; प्रॉपर्टी विवाद पर संदेह

4 years ago
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भिलाई, 23 दिसंबर 2020/   छत्तीसगढ़ के दुर्ग-रायपुर से सटे गांव खुड़मुड़ा में एक ही परिवार के 4 सदस्यों की हत्या के तीन दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। इस बीच पूछताछ में सामने आया है कि परिवार से उनकी जमीन खरीदने के लिए दलालों ने संपर्क किया था, लेकिन वे बेचने को तैयार नहीं थे। वहीं इस मामले में IG दुर्ग विवेकानंद सिन्हा ने जांच के लिए ASP ग्रामीण प्रज्ञा मेश्राम के नेतृत्व में SIT का गठन कर दिया है।

अमलेश्वर के खुड़मुड़ा गांव में सोमवार सुबह बालाराम सोनकर, उनकी पत्नी दुलारी, बेटे रोहित और बहू कीर्ति का शव घर में ही पड़े मिले थे। कीर्ति के भाई ने पुलिस को बताया कि 10 सालों से उसकी बहन अपने ससुराल वालों के साथ महुदा बाडी़ में रह रही थी। जीजा रोहित के पिता ने बाकी बेटों को जमीन का बंटवारा कर दिया था। अन्य सभी भाई भी खेती-बाड़ी और सब्जी उगाने का काम करते हैं।

100 से ज्यादा लोगों से पुलिस अब तक कर चुकी है पूछताछ
कीर्ति के भाई ने बताया कि दो बार दलालों ने जमीन खरीदने और बेचने को लेकर संपर्क किया था, लेकिन जीजा ने मना कर दिया था। इस बीच पता चला है कि पुलिस ने भाटागांव और रायपुर के दो जमीन दलालों को पूछताछ के लिए उठाया था। हालांकि उनसे भी कुछ खास बात सामने नहीं आ सकी है। घटना के बाद से पुलिस परिवार समेत करीब 100 लोगों से पूछताछ कर चुकी है।

25 दिसंबर को बुजुर्ग महिला का जन्मदिन मनाने की थी तैयारी
रोहित के मोबाइल की डिटेल से पता चला है कि आखिरी कॉल रोहित के छोटे भाई संजय का था। घटना के एक दिन पहले कई रिश्तेदारों ने कॉल किया था। रोहित की मां दुलारी बाई का 25 दिसंबर को जन्मदिन था। जिसकी तैयारी के लिए रिश्तेदारों ने दुलारी से बात की थी। बालाराम अपने एक बेटे के खेत में काम करते थे। इसके एवज में उनको पैसा भी देता था। पुलिस हत्या के पीछे प्रॉपर्टी विवाद को कारण मान रही है।

घर से तीन लाख रुपए मिले, रिश्तेदारों को सौंपे गए
IG की ओर से गठित SIT टीम में ASP ग्रामीण प्रज्ञा मेश्राम, SDOP आकाश राव, TI वीरेंद्र श्रीवास्तव, शिवानंद तिवारी, गौरव तिवारी, नवी मोनिका पांडेय, ASI चंद्रशेखर सोनी, हेड कांस्टेबल समेत 7 सिपाहियों को शामिल किया गया है। पुलिस को घर की छानबीन में 3 लाख रुपए कैश भी मिला है। जिसे लिखा-पढ़ी के बाद पुलिस ने रोहित के रिश्तेदारों को सौंप दिया है।

एक दिन पहले दुर्गेश को लेकर घटनास्थल पहुंची थी पुलिस
मंगलवार दोपहर 11 साल के दुर्गेश को पुलिस घटना स्थल पर लेकर गई थी। इस दौरान उसके छोटे भाई-बहन तोरण, ईश्वरी और वर्षा को भी बुलाया गया था। ASP प्रज्ञा मेश्राम ने बताया कि दुर्गेश ने बाड़ी जाने की इच्छा जाहिर की थी। उसके भाई बहन से मुलाकात कराने के बाद अस्पताल भेज दिया गया है। जबकि उसके बाकी छोटे भाई बहन अपने रिश्तेदार के घर पर है। दुर्गेश ने अपने माता-पिता के बारे में पूछा तो उसे अस्पताल में भर्ती होना बताया।

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