बिहार में मोदी : फारबिसगंज की रैली में बोले- बिहार में पहले जैसे हालात होते तो गरीब मां का ये बेटा प्रधानमंत्री नहीं बन पाता
पटना, 3 नवम्बर 2020/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज फिर बिहार में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। इस वक्त अररिया जिले के फारबिसगंज में रैली कर रहे हैं। मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा “बिहार में पहले जैसे ही हालात होते तो गरीब मां का ये बेटा कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाता। आज बिहार के लोगों ने देश ही नहीं, पूरे विश्व को एक संदेश दिया है। कोरोना के इस संकट काल में जब दुनियाभर में हडकंप मचा है, ऐसे में बिहार के लोग अपने घरों से निकल रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में मतदान कर रहे हैं।”
“पहले चरण के मतदान के बाद और अभी जो शुरुआती जानकारी मिल रही है, उससे एक बात साफ है, बिहार की जनता ने डंके की चोट पर संदेश दे दिया है, बिहार में फिर एक बार NDA की सरकार बनने जा रही है।”
“लोकतंत्र की ये कितनी बड़ी ताकत, लोकतंत्र के प्रति हर बिहारी का कितना बड़ा समर्पण, ये पूरे विश्व के लिए सिर्फ मतदान, चुनाव, जीत-हार तक सीमित नहीं है, विश्व के सभी थिंक टैंक को इस बात का मूल्यांकन करना ही होगा, कि भारत के लोगों के जहन में लोकतंत्र कितनी गहराई से बैठा हुआ है।”
“ये पूरी दुनिया के लिए एक भरोसा जगाने वाली घटना है। इतनी सावधानियों के साथ चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग को लाख-लाख बधाई देता हूं। चुनाव आयोग ने अपने कौशल से, सामर्थ्य से, निष्पक्ष भाव से, पूरे विश्व को अचंभित कर दिया है।”
मोदी दूसरी रैली सहरसा के पटेल मैदान पर 1 बजे होगी। इन 2 रैलियों के जरिए मोदी तीसरे फेज की 36 विधानसभा सीट को कवर करने की कोशिश करेंगे। आज ही 94 सीट पर वोटिंग भी हो रही है।
मोदी की जहां रैली, वहां कितनी सीटें?
प्रधानमंत्री अब तक बिहार में 10 रैलियां कर चुके हैं। उन्होंने 23 अक्टूबर को सासाराम, भागलपुर, और गया में 3 रैली की थीं। 28 अक्टूबर को दरभंगा, मुजफ्फरपुर और पटना में 3 रैली की थीं। इससे पहले प्रधानमंत्री की 1 नवंबर को तीन रैली होनी थी, लेकिन कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव किया गया। इसके बाद एक नवंबर को उन्होंने छपरा, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर और पश्चिमी चंपारण में 4 जनसभाएं की। 11 दिनों में प्रधानमंत्री अब तक 10 रैली कर चुके हैं।
पिछली 10 रैलियों में मोदी के बड़े बयान
- 23 अक्टूबर को सासाराम और भागलपुर रैली में प्रधानमंत्री ने महागठबंधन पर निशाना साधा था। उन्होंने 15 साल पहले के लालू राबड़ी के शासन पर कहा था कि 90 के दशक का कुशासन आज भी दिखता है।
- 28 अक्टूबर को मोदी ने दरभंगा रैली में कहा कि पहले की सरकारों का मंत्र था- पैसा हजम, परियोजना खत्म। इसके बाद मुजफ्फरपुर में तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि जंगलराज के युवराज को बिहार की जनता अच्छी तरह से जानती है। इनका पुराना ट्रैक रिकॉर्ड देखकर जनता इनसे और क्या उम्मीद कर सकती है।
- 1 नवंबर को मोदी ने कहा कि यूपी में भी चुनाव के दौरान डबल-डबल युवराज थे। गांव-गांव युवराज घूम रहे थे। जनता ने घर लौटा दिया। अब बिहार में हाथ हिला रहे हैं। यहां जंगलराज के युवराज के साथ घूम रहे हैं। पर, ये युवराज अपने परिवार से बाहर सोच ही नहीं सकते।