सोनिया ने साधा निशाना : बिहार की जनता के नाम संदेश में बोलीं, दिल्ली और बिहार की सरकारें बंदी सरकारें हैं
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कहा- नोटबंदी, तालाबंदी, व्यापार बंदी, आर्थिक मंदी, खेत-खलिहान बंदी और रोजगार बंदी से लोग परेशान
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सत्ता और उसके अहंकार में डूबी सरकार अपने रास्ते से अलग हट गई है, उनकी ना कथनी अच्छी है ना करनी
पटना, 27 अक्टूबर 2020/ कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार की जनता के नाम संदेश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली और बिहार की सरकारें बंदी सरकारें हैं- नोटबंदी, तालाबंदी, व्यापार बंदी, आर्थिक मंदी, खेत-खलिहान बंदी, रोजगार बंदी।
उन्होंने कहा है कि आज बिहार में सत्ता और उसके अहंकार में डूबी सरकार अपने रास्ते से अलग हट गई है। उनकी ना कथनी अच्छी है ना करनी। मजदूर आज मजबूर हैं। किसान आज परेशान हैं, नौजवान निराश हैं, अर्थव्यवस्था की स्थिति नाजुक है और लोगों के जीवन पर भारी है। धरती के बेटों पर आज गंभीर संकट है। दलितों और महादलितों को बदहाली की कगार पर लाकर छोड़ दिया गया है। समाज का पिछड़ा वर्ग भी इसी बदहाली का शिकार है। इसलिए बंदी सरकार के खिलाफ और अगली फसल के लिए, बिहार के निर्माण के लिए बिहार की जनता तैयार है।
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा, अब बदलाव की बयार है। बिहार के हाथों में गुण है, हुनर है, ताकत है, निर्माण की शक्ति है लेकिन बेरोजगारी, पलायन, महंगाई, भुखमरी ने उनकी आंखों में आंसू और पैरों में छाले दे दिए हैं। जो शब्द कहे नहीं जा सकते उन्हें आंसुओं से कहना पड़ता है। डर, खौफ, अपराध के आधार पर नीति और सरकारें खड़ी नहीं की जा सकतीं। सोनिया गांधी ने कहा कि वोट की स्याही वाली उंगली अब सवाल लेकर खड़ी है। सवाल बेरोजगारी का है, सवाल खेती बचाने का है, सवाल रोटी और रोजगार का है, सवाल शिक्षा और सेहत का है, सवाल उद्योग धंधे का है, सवाल बेलगाम अपराध पर रोक लगाने का है। सवाल तानाशाही शासन पर भी है।