• breaking
  • Sports
  • दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) को 59 रन से हराया

दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) को 59 रन से हराया

4 years ago
270
IPL में रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ दिल्ली कैपिटल्स की सबसे बड़ी जीत, पॉइंट टेबल में टॉप पर पहुंची; स्टोइनिस-रबाडा जीत के हीरो

06 अक्टूबर 2020/ आईपीएल के 13वें सीजन के 19वें मैच में दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) को 59 रन से हरा दिया। यह आईपीएल में बेंगलुरु के खिलाफ दिल्ली की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले दिल्ली ने आरसीबी को 2010 में 37 रन से हराया था। इस जीत के साथ दिल्ली पॉइंट टेबल में टॉप पर पहुंच गई है। मार्कस स्टोइनिस (53*) और कगिसो रबाडा (4 विकेट) जीत के हीरो रहे।

टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली ने 197 रन का टारगेट दिया। जवाब में बेंगलुरु 9 विकेट पर 137 रन ही बना सकी। कप्तान विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 43 रन बनाए। रबाडा के अलावा दिल्ली के लिए एनरिच नोर्तजे ने 2 विकेट लिए।

पावर-प्ले में बेंगलुरु ने 3 विकेट गंवाए
टारगेट का पीछा करने उतरी बेंगलुरु की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम ने 3 विकेट पावर-प्ले में ही गंवा दिए। ओपनर देवदत्त पडिक्कल (4) और एरॉन फिंच (13) कुछ खास नहीं कर सके। पडिक्कल को रविचंद्रन अश्विन ने आउट किया। इसके बाद एरॉन फिंच भी अक्षर पटेल की बॉल पर ऋषभ पंत को कैच दे बैठे। इसके बाद एबी डिविलियर्स 9 रन बनाकर एनरिच नोर्तजे की बॉल पर आउट हुए।

अश्विन-अक्षर की सधी हुई गेंदबाजी
दिल्ली के अनुभवी स्पिनर अश्विन और अक्षर ने सधी हुई गेंदबाजी की। दोनों के 8 ओवरों में बेंगलुरु की टीम सिर्फ 44 रन ही बना पाई। अक्षर ने 4.50 की इकोनॉमी से 18 रन देकर 2 विकेट लिए। उन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया। वहीं, अश्विन ने 6.50 की इकोनॉमी से 26 रन देकर एक विकेट लिया।

दिल्ली ने बनाए 4 विकेट पर 196 रन
इससे पहले दिल्ली ने 4 विकेट पर 196 रन बनाए। मार्कस स्टोइनिस ने सबसे ज्यादा 53 रन की नाबाद पारी खेली। यह आईपीएल में उनकी तीसरी फिफ्टी रही। इसके अलावा ऋषभ पंत ने भी 37 रन का योगदान दिया। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 89 रन की पार्टनरशिप हुई। वहीं, बेंगलुरु के मोहम्मद सिराज को 2 जबकि इसुरु उडाना और मोइन अली को 1-1 विकेट मिला।

धवन-पृथ्वी के बीच 68 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप
दिल्ली के ओपनर शिखर धवन और पृथ्वी शॉ ने अपनी टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 68 रन जोड़े। शॉ ने 23 बॉल पर 42 रन बनाए। उन्हें मोहम्मद सिराज ने आउट किया। इसके बाद शिखर धवन (32) को इसुरु उडाना ने मोइन अली के हाथों कैच कराया। कप्तान श्रेयस अय्यर 11 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें मोइन अली ने आउट किया। देवदत्त पडिक्कल ने बाउंड्री पर उनका शानदार कैच पकड़ा।

कोहली ने कोरोना नियम तोड़ा
मैच में आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने कोरोना नियम भी तोड़ा। दिल्ली की पारी के तीसरे ओवर की तीसरी बॉल पर फील्डिंग के दौरान उन्होंने बॉल पर लार लगा दी थी। इसके तुरंत बाद उन्हें अपनी गलती एहसास भी हुआ। यह वाकया कैमरे में कैद हो गया। इससे पहले राजस्थान रॉयल्स के रॉबिन उथप्पा ने भी कोरोना नियम तोड़ा था।

कोरोना के कारण ने आईसीसी ने बॉल पर लार लगाना बैन किया है। हर पारी में टीम को लार लगाने पर दो बार वार्निंग दी जाती है। तीसरी बार में जुर्माने के तौर पर विपक्षी टीम के खाते में 5 रन जोड़ दिए जाते हैं।

कोहली के नाम दो रिकॉर्ड
इस मैच के साथ कोहली एक टीम के लिए सबसे ज्यादा टी-20 खेलने वाले खिलाड़ी बन गए। कोहली ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए 197 मैच खेले। उन्होंने समरसेट के लिए 196 मैच खेलने वाले जेम्स हिल्ड्रेथ का रिकॉर्ड तोड़ा। वहीं, कोहली ओवरऑल टी-20 क्रिकेट में 9 हजार रन बनाने वाले पहले भारतीय भी बने।

सबसे महंगे और सस्ते प्लेयर्स की परफॉर्मेंस
आरसीबी में कप्तान विराट कोहली सबसे महंगे खिलाड़ी रहे। फ्रेंचाइजी उन्हें एक सीजन के 17 करोड़ रुपए देगी। उन्होंने मैच में 39 बॉल पर 43 रन बनाए, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। प्लेइंग इलेवन में 20 लाख रुपए कीमत के साथ देवदत्त पडिक्कल सबसे सस्ते प्लेयर रहे। उन्होंने 6 बॉल पर 4 रन बनाए।

वहीं, दिल्ली में ऋषभ पंत 15 करोड़ रुपए कीमत के साथ सबसे महंगे प्लेयर रहे। उन्होंने 25 बॉल पर 37 रन की पारी खेली। टीम में हर्षल पटेल 20 लाख रुपए कीमत के साथ सबसे सस्ते रहे। वे 4 ओवर में 43 रन देकर कोई विकेट नहीं ले सके।

दिल्ली अब तक फाइनल नहीं खेली, बेंगलुरु को भी खिताब का इंतजार
दिल्ली अकेली ऐसी टीम है, जो अब तक फाइनल नहीं खेल सकी। हालांकि, दिल्ली टूर्नामेंट के शुरुआती दो सीजन (2008, 2009) में सेमीफाइनल तक पहुंची थी। वहीं, आरसीबी ने 2009 में अनिल कुंबले और 2011 में डेनियल विटोरी की कप्तानी में फाइनल खेला था। 2016 में विराट की कप्तानी में भी टीम फाइनल में पहुंची। लेकिन हर बार टीम को हार ही मिली।

 

Social Share

Advertisement