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हाथ से लिखने वाले बच्चों की सीखने और याद करने की क्षमता ज्यादा कम्प्यूटर इस्तेमाल करने वालों की तुलना में

4 years ago
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लिखावट सुंदर बनाने के लिए ये 10 टिप्स याद रखें
  • पेन-पेपर इस्तेमाल करने पर दिमाग के सेंसरी-मोटर हिस्से में एक्टिविटी बढ़ती और ध्यान केंद्रित करना आसान होता है
  • अमेरिका की नॉर्वेगियन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की टीम ने रिसर्च में किया दावा

03 अक्टूबर 2020/   हाथ से लिखने वाले बच्चे कंप्यूटर का इस्तेमाल करने वालों की तुलना में ज्यादा सीखते और याद रखते हैं। अमेरिकी वैज्ञानिकों की रिसर्च में यह बात सामने आई है। रिसर्चरों ने दिमाग की एक्टिविटी के अध्ययन में देखा कि पेन और पेपर के इस्तेमाल से दिमाग के सेंसरी-मोटर हिस्से में एक्टिविटी बढ़ जाती है। यह एक्टिविटी भाषा सीखने और ध्यान केंद्रित करने में मददगार होती है।

याद रखना आसान
रिसर्च के दौरान, वैज्ञानिकों ने यह भी पाया कि हाथ से लिखने का तरीका वयस्कों के लिए भी फायदेमंद है। किसी कंटेंट को लिखने के बाद वे इसे ज्यादा बेहतर याद रख सकेंगे। यह रिसर्च अमेरिका की नॉर्वेजियन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की एक टीम ने की।

बच्चों के लिए सुझाव, हैंडराइटिंग के लेसन दिए जाएं
दरअसल, अमेरिका के 45 राज्यों के स्कूलों में बच्चों को हैंडराइटिंग सिखाना अनिवार्य नहीं है। बच्चों की ज्यादातर पढ़ाई कंप्यूटर पर ही होती है। इसे देखते हुए रिसर्च टीम ने नेशनल गाइडलाइन्स को सुझाव दिया है कि बच्चों के लिए कुछ हैंडराइटिंग भी कराई जाए। उन्हें हैंडराइटिंग के लेसन दिए जाएं।

प्रोफेसर एड्रे वेन डेर मीर और उनकी टीम सालों से हैंडराइटिंग के फायदों को लेकर शोध कर रही है। मीर ने 2017 में 20 छात्रों की ब्रेन एक्टिविटी का अध्ययन किया था।

ऐसे सुधारें बच्चों की हैंडराइटिंग

कई पैरेंट्स बच्चों की बिगड़ी लिखावट को लेकर भी परेशान रहते हैं। ऐसे में बच्चों से लेकर बड़ों तक की हैंडराइटिंग सुधारने के लिए कुछ आसान टिप्स हैं, जिनसे राइटिंग सुधारने के साथ सुंदर भी बनाई जा सकती है।

इन टिप्स को फॉलो करें

  • पेंसिल या इंक पेन से लिखने की प्रेक्टिस करें।
  • पेंसिल को थोड़ा सा ऊपर से पकड़कर अपना नाम लिखने की कोशिश करें।
  • लिखते समय कोहनी-कलाई हिले, कंधा नहीं।
  • रेत, चावल या अनाज के ढेर पर उंगलियों से लिखने की प्रेक्टिस करें।
  • बहुत कसकर कभी पेन या पेंसिल ना पकड़ें।
  • लाइन वाले पेपर पर ही लिखें।
  • अलग-अलग अक्षरों की प्रेक्टिस करें।
  • लिखने की स्पीड कम करें।
  • कैलियोग्राफी पेन से प्रेक्टिस करें।
  • रोज दो पेज लिखने की प्रेक्टिस करें।
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