संसद का मानसून सत्र आज से अनिश्चितकाल के लिए हो सकता है स्थगित
नई दिल्ली, 23 सितंबर 2020/ संसद का मानसून सत्र कोरोना वायरस प्रकोप को लेकर चिंताओं के बीच निर्धारित समय से आठ दिन पहले बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया जा सकता है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। कुछ मंत्रियों और कई सांसदों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के लिए ये फैसला लिया गया है। सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि राज्यसभा की कार्यवाही बुधवार को पांच विधेयकों को लेने के बाद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की जा सकती है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि निचले सदन की बैठक बुधवार को अपराह्न तीन बजे की जगह शाम छह बजे शुरू होगी। सूत्रों ने बताया कि शून्यकाल समेत कुछ विषयों को लेने के बाद निचले सदन की बैठक भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी जाएगी।
सूत्रों के अनुसार गत 14 सितंबर से शुरू हुए सत्र में दोनों सदनों में कई विधेयक पारित किये जा चुके हैं जिनमें हाल ही में लागू कुछ अध्यादेशों की जगह लेने के लिए लाए गए विधेयक भी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि सत्र को समय पूर्व अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने के फैसले से निचले सदन में सभी दलों के नेताओं को अवगत करा दिया गया है। तय समय के अनुसार मॉनसून सत्र एक अक्टूबर तक चलना निर्धारित था।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिन में कुछ मंत्रियों समेत अनेक सांसद कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए हैं। लोकसभा में इन बिलों को मंजूरी बता दें कि इस सत्र में कृषि से जुड़े तीन महत्वपूर्ण बिल पास हुए। इसे लेकर ऊपरी सदन राज्यसभा में हंगामा भी मचा। आठ विपक्षी सांसदों को सदन से निलंबित किया गया। राज्यसभा में हंगामे के कारण पहली बार लोकसभा की कार्यवाही बाधित हुई। सदन की कार्यवाही सोमवार दोपहर तीन बजे के बदले चार बजे से शुरू हुई और देर रात साढ़े बारह बजे तक चली जबकि कार्यवाही चलने का निर्धारित समय शाम सात बजे तक था। देर रात करीब बारह बजे तक कोरोना महामारी पर हुई चर्चा का स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने जवाब दिया। इसके बाद करीब चालीस मिनट में चार अहम बिल पारित किए गए। सोमवार को जिन बिलों को लोकसभा में मंजूरी मिली उनमें मंत्रियों-सांसदों के वेतन-भत्ते में संशोधन, राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय और अर्हित वित्तीय संपदा द्विपक्षीय नेटिंग विधेयक शामिल हैं। सदन की कार्यवाही जब तीन बजे एक घंटे के लिए स्थगित हुई तब कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने इसके बदले देर रात तक काम करने का आश्वासन दिया था। कामकाज का बना रिकॉर्ड नई लोकसभा के लगभग हर सत्र में तय समय से ज्यादा काम का रिकॉर्ड बना है। हंगामे सहित अन्य कारणों से हुई समय की बर्बादी को तय समय से अधिक वक्त तक काम कर सुधारा जा रहा है। बीते बजट सत्र में संसद की कार्यवाही कई बार आधी रात से अधिक समय तक चली थी।