- Home
- breaking
- Chhattisgarh
- स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी चीफ मिनिस्टर टीएस सिंहदेव का स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल को लेकर बड़ा बयान
स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी चीफ मिनिस्टर टीएस सिंहदेव का स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल को लेकर बड़ा बयान
रायपुर, 09 जुलाई 2023/ छत्तीसगढ़ सरकार और 60000 स्वास्थ्य कर्मचारियों के बीच खींचतान जारी है। वजह है 4 जुलाई से जारी इन कर्मचारियों की हड़ताल। इसके चलते स्वास्थ्य केंद्रों में कर्मचारी काम पर नहीं जा रहे हैं। ये सभी अपनी 24 मांगों को पूरा करवाने पर अड़े हुए हैं। अब प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी चीफ मिनिस्टर टीएस सिंहदेव का इस हड़ताल को लेकर बड़ा बयान सामने आया है।
स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल पर रायपुर में मीडिया से चर्चा करते हुए सिंहदेव ने कहा कि कुछ मांगे ऐसी है जो पूरी नहीं हो सकती, अब स्वास्थ्य कर्मचारी कह रहे हैं कि 12 महीने काम के बदले 13 महीने का वेतन दिया जाए। मैंने कहा कि क्या किसी राज्य में ऐसा हो रहा है, तो उनके पदाधिकारियों ने ही कहा कि ऐसा कहीं नहीं हो रहा, यदि कहीं दूसरे राज्य में हो रहा हो तो हम भी अपनाने की सोचेंगे, मगर ऐसी मांग रखे हैं जो पूरी नहीं हो सकती।
सिंहदेव ने कहा- पुलिस सर्विस से तुलना की जा रही है तो उनकी सेवाएं अलग हैं। स्वास्थ्य सर्विस सेवा में ऐसा कहीं लागू नहीं। सर्विस 62 साल किए जाने की बात है तो इस पर विचार किया जा सकता है। पदनाम बदलने की बात है तो इस पर मैंने विभागीय प्रमुख को कहा है कि अपने स्तर पर इस पर हमें जल्दी फैसला कर लेना चाहिए, तो ऐसी मांगे जो जायज है जिसमें पैसे नहीं लगेंगे बजट का कोई मसला ना हो, ऐसी जायज मांगों को जल्द से जल्द हम पूरा करेंगे, मगर स्ट्राइक उचित नहीं।
जूडो ने दिया समर्थन
स्वास्थ्य कर्मचारियों के संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष आलोक मिश्रा ने बताया कि अब कर्मचारियों का समर्थन जूनियर डॉक्टर्स ने भी कर दिया है। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की तरफ से जारी की गई आधिकारिक जानकारी में बताया गया है कि 24 सूत्रीय मांगों को लेकर जारी प्रदेश स्तरीय अनिश्चितकालीन आंदोलन का जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन नैतिक से समर्थन करता है, एवं इस लड़ाई में जूनियर डॉक्टर आपके साथ खड़े हैं।
आम आदमी पार्टी का समर्थन
स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल का आम आदमी पार्टी ने समर्थन किया है। आप के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने कहा है कि अस्पतालों की व्यवस्था चरमरा गई है। स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल से इलाज के लिए अस्पताल में भटक रहे मरीज। कांग्रेस सरकार पर प्रभाव नहीं पड़ रहा है, कांग्रेसी चुनावी प्रचार में जुटे हैं। कांग्रेस के घोषणापत्र में किया वादा एक भी पूरा नहीं हुआ। लाखों अनियमित कर्मचारियों के साथ भी कांग्रेस सरकार ने धोखा दिया। स्वास्थ्य कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने मजबूर किया गया है।
क्या है स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांग
संविदा तथा दैनिक वेतन भोगी स्वास्थ्य कर्मियों को कांग्रेस घोषणापत्र अनुरूप तत्काल नियमित करने के साथ ही वर्तमान में की जा रही नियमित भर्तियों के पहले सभी संविदा व दैनिक वेतन भोगियों को नियमित करें।
स्वास्थ्य कर्मचारियों को पुलिस विभाग की तरह 1 वर्ष में 13 माह का वेतन दें।
OPD समयावधि को 1 पाली में सुबह 8 – 2 करने, चार स्तरीय वेतन मान देें।
तकीनीकी पदों हेतु 4 स्तरीय पदोन्नति चैनल, स्टाफ नर्स को 3-4 वेतन वृद्धि, स्टाफ नर्स का पदनाम नर्सिंग ऑफिसर, नर्सिंग सिस्टर का पदनाम सीनियर नर्सिंग ऑफिसर, रेडियोग्राफर का पदनाम रेडियोलॉजी ऑफिसर करने, रेडियोथेरेपी टेक्नीशियन का पदनाम रेडियोथेरेपी ऑफिसर, डार्क रूम असिस्टेंट का पदनाम सहायक रेडियोलॉजि ऑफिसर, फार्मासिस्ट ग्रेड-2 का पदनाम फार्मेसी ऑफिसर, ड्रेसर का ओर्थोपेडिक टेक्निशियन किए जाने की मांग है।
10 % रेडिएशन भत्ता, डी.के.एस. सुपरस्पेशिलिटी अस्पताल के समस्त दैनिक वेतन भोगी को नियमित करने, सीधी भर्ती के पूर्व रिक्त पदों पर डीकेएस में कार्यरत दैनिक वेतन भोगियों को नियमित करने, तथा रिक्त पदों पर व्यापम के माध्यम से की जाने वाली भर्तियों में अनुभव के अंक जोड़े जाने, एवं मांग करने पर अनुभव प्रमाण पत्र देने, समस्त मेडिकल कॉलेज एवं अधीन अस्पतालों में तथा संलग्न केंद्र जैसे एडवांस कार्डियक इंस्टिट्यूट, कैंसर संसथान आदि के संविदा / अनियमित को पहले नियमित करने की मांग है।
सीधी भर्ती में अनुभव अंक देने का प्रावधान करने, एकल तकनिकी स्टाफ़ की संख्या 2 करने, मानसिक अस्पताल सेंद्री के नर्सिंग एवं अन्य कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए।
सेट-अप को बिस्तरों को संख्या बनाया जाय, CHO, NCD एवं काउंसलर, ऐ.एन.एम. एवं जे.एस.ऐ. का प्रारंभिक वेतन 25000 किया जाय, तथा NHM कर्मचारियों को गृह ग्राम में स्थानातरण में छूट मिले।
मानव संसाधन नीती 2018 अनुसार एवं भविष्य निधि लाभ, वाहन चालक (भारी वाहन) का वेतन लेवल 6 किया जाय, ड्रेसर का पदनाम ओर्थपेडीक टेक्नीशियन करने, ड्रेसर एवं स्टोर कीपर (पैराक्लिनिकल) को समयमान वेतनमान देने, बिलासपुर जिले में 10 वर्षों से पदस्थ 10 मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट को अचानक अतिशेष बताकर किये गए स्थानान्तरण आदेश को निरस्त करने की मांग।
सिम्स अस्पताल बिलासपुर के कर्मचारियों की हड़ताल अवधि का वेतन देने, एक बार नियम शिथिल कर समस्त कॉलेज व अस्पताल की संचालनालय चिकित्सा शिक्षा स्तर पर लिपिकों एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की वरिष्ठता सूचि बनाकर पात्रों को पदोन्नति प्रदान करने, अस्पताल के तृतीय / चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को उनके जिले में 1500 वर्ग फीट भूखंड आबंटित करने, प्रत्येक स्तर की स्टोर / क्रय शाखा के लिए नोडल फार्मासिस्ट के रूप में पदस्थापना करने, आयुष विभाग के स्वच्छक पद की वर्तमान भर्ती पर रोक लगाने, आयुष विभाग में वर्ष 1997 के पूर्व से कार्यरत अंशकालिक स्वच्छकों को पूर्णकालिक दर्जा देते हुए वर्तमान रिक्त पदों पर समायोजित करने की मांग की गई है।