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छत्तीसगढ़ में नए सियासी संगठन की हो सकती है एंट्री, जनता कांग्रेस का KCR से हो सकता है गठबंधन

2 years ago
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जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता अमित जोगी ने की तेलंगाना के मुख्यमंत्री राव से मुलाकात - Amrit Vichar

रायपुर, 02 जून 2023/ छत्‍तीसगढ़ में सियासी हलचल के बीच छत्‍तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) तेलंगाना की पार्टी भारत राष्ट्र समिति के साथ गठबंधन कर सकती है। इस गठबंधन को लेकर पार्टी प्रमुख अमित जोगी तेलंगाना रवाना हो गए हैं। खबरों के अनुसार अमित जोगी वहां तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मुलाकात करेंगे और नए सियासी समीरणों पर चर्चा करेंगे।

इससे पहने छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से छह महीने पहले जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष अमित जोगी ने कार्यकर्ताओं को पत्र लिखकर पार्टी के विलय या गठबंधन होने की स्थिति में समर्थन मांगा है। पिछले विधानसभा चुनाव में जकांछ ने बसपा के साथ गठजोड़ किया था और प्रदेश की पांच विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद पार्टी की दखल प्रदेश की राजनीति में कम हुई, लेकिन आगामी चुनाव को लेकर अमित जोगी जोर लगा रहे हैं।

अमित ने अपने पत्र में लिखा कि पापा के रहते और पापा के जाने के बाद आप लोगों ने कठिन समय में जोगी परिवार का साथ नहीं छोड़ा। अब चुनाव में बहुत कम समय बचा है। मैंने, आपने, हम सभी ने कई बार पार्टी और राजनीतिक भविष्य को लेकर चर्चा की है।

गठबंधन और विलय के सारे विकल्पों पर हमने साथ काम किया है। अब हम और नहीं रुक सकते, यह निर्णय की घड़ी है। दोनों राष्ट्रीय दलों से टक्कर लेने हमें संसाधन, सामर्थ्य, चेहरा और रोल माडल की आवश्यकता होगी। एक ऐसी कड़ी जिसको स्वयं अजीत जोगी ने अपने रहते ही जोड़ा था और अब हम इस कड़ी से जुड़कर और मिलकर छत्तीसगढ़ में 2023 में अपनी सरकार बनाएंगे।

जकांछ के पास तीन विकल्प

जकांछ के आला नेताओं ने बताया कि पार्टी के पास गठबंधन करने के लिए तीन विकल्प बसपा, आप और भाजपा है। जकांछ विधायक धर्मजीत सिंह पार्टी को तोड़कर भाजपा में विलय कराने की कोशिश में थे, लेकिन समय से पहले अमित ने उनको पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।

अजीत जोगी क्षेत्रीय दलों की वकालत करते रहे और ममता बनर्जी से लेकर अरविंद केजरीवाल से संपर्क साध रहे थे। राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने के बाद इस चुनाव में आप सक्रिय है। ऐसे में आप से गठजोड़ या विलय की कयास लगाई जा रही है। बसपा से गठजोड़ की बात हुई थी, लेकिन अब तक कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया है।

अमित जोगी लगातार तेलंगाना के CM के संपर्क में रहे हैं। दूसरी तरफ के चंद्रशेखर राव पिछले काफी समय से तेलंगाना के पड़ोसी राज्यों के नेताओं से मिल रहे हैं। वो अपनी पार्टी भारत राष्ट्र समिति को राष्ट्रीय स्तर पर फैलाना चाहते हैं। इसलिए अमित जोगी और केसीआर की मुलाकात को राज्य के आने वाले चुनाव को ध्यान में रखकर देखा जा रहा है। हाल ही में ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री गिरिधर गमांग बीआरएस में शामिल हो चुके हैं, महाराष्ट्र के पूर्व सांसद छत्रपति संभाजीराजे से केसीआर की मुलाकात हुई है, संभाजीराजे छत्रपति शिवाजी के वंशज हैं। अमित जोगी कई मौकों पर जनता कांग्रेस के विलय की बात को नकार चुके हैं, इसलिए आगामी चुनावी मैदान में जनता कांग्रेस टिकी रहे इसके लिए गठबंधन एक विकल्प है।

 

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