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नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगे CM भूपेश, ज्वलंत मुद्दों पर होगी चर्चा, निष्कर्ष बाद में पता चलेगा
रायपुर, 26 मई 2023/ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली दौरे पर हैं। सीएम आज यहां एक पब्लिक पॉलिसी समिट में शामिल होंगे। इसके बाद सीएम कल नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेंगे। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह से मुख्यमंत्री की मुलाकात हो सकती हैं। दिल्ली में दिनभर होने वाली इस बैठक के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बुलाया गया है। सीएम बघेल इस बैठक में पांचवे नंबर पर संबोधित करेंगे। इसमें सीएम राज्य की साल भर की उपलब्धियों के साथ ही भविष्य की प्लानिंग और केन्द्र में लंबित योजनाओं की मंजूरी के लिए बात करेंगे,साथ ही राज्य के लिए जरूर राजस्व की मांग भी सीएम द्वारा की जाएगी। बैठक में राज्य के अधिकारी प्रभारी मुख्य सचिव सुब्रत साहू ,वित्त सचिव अंकित आनंद भी शामिल होंगे। सीएम ने बैठक को लेकर कहा कि प्रदेश के बहुत सारे ज्वलंत मुद्दे हैं वहां पर बात की जाएगी।
सीएम ने कहा कि लगातार जीएसटी क्षतिपूर्ति का मसला वहां उठा रहे हैं, केन्द्र सरकार से जो राशि लेनी है उस पर भी चर्चा होगी। उन्होनें बताया कि सुबह 10 बजे से बैठक है जो शाम को 4 बजे तक चलेगी। सीएम ने कहा कि बहुत सारे मुद्दे होंगे जिन पर चर्चा होगी और ज्वलंत मुद्दों पर भी बातचीत होगी और इसका निष्कर्ष क्या होगा वह तो बैठक के बाद ही पता चलेगा।
गवाह बनने वाले शराब डिस्टलरों को छोड़ रही ED, कार्रवाई दुर्भावनापूर्ण और सवालों के घेरे में – सीएम
इधर सीएम ने ईडी पर डिस्टरों को बचाने का आरोप लगाया है। सीएम का कहना है कि एक डिस्टलर के यहां छापा पड़ा था और उसके यहां से 26 करोड़ के आप जेवर पकड़े गए थे। वे गवाह बने हुए है। जबकि बोतल बदलने, होलोग्राम वहीं से चेंज होता है और बिना टैक्स के बोतल भी वहीं से निकलेगी तो सबसे पहले फायदा डिस्टलर को हुआ और डिस्टलर सभी गवाह बने हुए हैं, यही ईडी के काम करने का तरीका है। सीएम ने कहा कि यही सवाल है कि ईडी की जितने भी कार्रवाही हुई है,अपने आप में प्रश्नवाचक है, इसका अर्थ है अब दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई कर रहे हैं, सीधी सी बात है ईडी निष्पक्ष होकर कार्रवाही नहीं कर रही हैं।
गणपति ने सरेंडर कहां किया, उसका नाम क्या है, पुनर्वास नीति का लाभ दिया या नहीं?
प्रदेश में झीरम घाटी हमले पर जमकर सियासत हो रही है। सीएम ने फिर दो सवालों के जवाब बीजेपी से मांगे हैं सीएम ने कहा कि झीरम की बरसी पर उन्होने दो सवाल पूछे थे, िजस पर बीजेपी का कोई जवाब नहीं आया है और अब उन्होनें दो सवाल और पूछे हैं, कि – क्या नक्सली नेता गणपति ने सरेंडर किया है, उस व्यक्ति का नाम क्या है। अगर सरेंडर किया है तो कहां और क्या उसे पुनर्वास नीति का लाभ दिया गया है? सीएम ने कहा कि बीजेपी नेता पूछते हैं कि जब मेरी जेब में प्रमाण है तो बताएं। मैं प्रमाण दे रहा हूंं अब बीजेपी के नेता जवाब दें।
दूसरी बात ये कि आत्मसमर्पण करने वाले गुडसा उसेंडी का बयान क्यों नहीं किया गया, जबकि एनआईए कोर्ट ने आदेश दिया था। आखिर किसके दबाव में एनआईए है। गणपति और गुडसा उसेंडी नक्सलियों के पद हैं, अगर गणपति ने सरेंडर किया है तो उसका नाम उजागर होना चाहिए।